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पंचायतों और नगर पालिकाओं को और अधिक स ्वायत्तता देगी हरियाणा सरकार
चर्चा में क्यों?
28 दिसंबर, 2022 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में प्रदेश में पंचायतों, ब्लॉक समिति, ज़िला परिषद, नगर पालिकाओं, नगर परिषद और नगर निगमों को और अधिक स्वायत्तता देने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि ग्राम पंचायतों के अंतर्गत सरपंच 2 लाख रुपए तक के कार्य कोटेशन आधार पर अपने स्तर पर करवा सकेंगे तथा 2 लाख रुपए से अधिक के कार्य हरियाणा इंजीनियरिंग वर्क्स पोर्टल पर टेंडर के माध्यम से होंगे।
- नई व्यवस्था के तहत उपमंडल स्तर पर 2 लाख से 25 लाख रुपए तक के कार्य एसडीओ ही अप्रूव करेगा। सरपंच, ब्लॉक समिति व ज़िला परिषद के चेयरमैन इसके लिये प्रशासनिक स्वीकृति देंगे। पहले कार्यों की अप्रूवल की फाइलें निदेशक तक आती थीं, अब स्थानीय स्तर पर ही सभी मंज़ूरी मिलेंगी।
- उन्होंने बताया कि 25 लाख से 1 करोड़ रुपए तक के कार्यों की तकनीकी मंज़ूरी अधिशाषी अभियंता देगा और अनुमोदन सीईओ, ज़िला परिषद करेंगे तथा 1 करोड़ से 5 करोड़ रुपए तक के कार्यों की तकनीकी मंज़ूरी अभियंता अधीक्षक देंगे और अप्रूवल पंचायत निदेशक की ओर से दी जाएगी। 2.5 करोड़ रुपए से अधिक के कार्य की तकनीकी मंज़ूरी चीफ इंजीनियर या इंजीनियर इन चीफ की ओर से दी जाएगी। इसका अनुमोदन प्रशासनिक सचिव करेंगे।
- पंचायती राज संस्थानों को राज्य वित्त आयोग और केंद्रीय वित्त आयोग से प्राप्त बजट कम पड़ता है तो ग्रामीण विकास विभाग, एचआरडीएफ या राज्य सरकार के अन्य रिज़र्व फंड से मांग आधारित बजट उपलब्ध करवाएगा।
- इन निधि से जो कार्य किये जाएंगे, उनमें 25 लाख रुपए तक के कार्य की स्वीकृति पंचायत निदेशक देंगे। 25 लाख रुपए से अधिक के कार्य ग्रामीण विकास विभाग करवाएगा और मंज़ूरी सरकार देगी। 5 से 10 करोड़ रुपए तक के कार्य संबंधित मंत्री और 10 करोड़ रुपए से अधिक के कार्य मुख्यमंत्री के पास आएंगे।
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सोनीपत में बनेगा प्रदेश का पहला खेलकूद विश्वविद्यालय
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2022 को हरियाणा के खेल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव महाबीर सिंह ने बताया कि राज्य के सोनीपत ज़िले में स्थित मोतीलाल नेहरू खेलकूद स्कूल में प्रदेश का पहला खेलकूद विश्वविद्यालय बनेगा।
प्रमुख बिंदु
- जानकारी के अनुसार राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने पानीपत के गाँव अटावला निवासी सेवानिवृत्त आईपीएस एस.एस देशवाल को नए खेल विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया है।
- खेलकूद स्कूल को खेलकूद विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड नहीं किया जाएगा। बल्कि खेलकूद स्कूल परिसर में अलग से विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा।
- गौरतलब है कि विगत दिनों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोनीपत के राई स्थित मोतीलाल नेहरू खेलकूद स्कूल में प्रदेश का पहला खेलकूद विश्वविद्यालय स्थापित करने की घोषणा की थी।
- खेलकूद विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिये कागजी कार्रवाई समेत अन्य प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब खेलकूद स्कूल परिसर में विश्वविद्यालय के लिये आधारभूत संरचना को तैयार करना है। इससे पूर्व खेलकूद विश्वविद्यालय की विधिवत रूप से शुरुआत कर दी गई है। सरकार ने खेलकूद स्कूल को इससे संबंधित पत्र भी भेजा है।
- विदित है कि वर्ष 1973 में तत्कालीन मुख्यमंत्री बंसीलाल ने राई में मोतीलाल नेहरू खेलकूद स्कूल की शुरुआत की थी। स्कूल के खिलाड़ी अब तक राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय फलक पर अपने प्रदर्शन से अनेक पदक जीत चुके हैं। यही नहीं अनेक प्रशासनिक सेवा व सेना में बड़े पदों पर काम कर रहे हैं।
- राज्य सरकार की योजना के अनुसार यहाँ हर खेल के लिये एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा, जिससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक व खिलाड़ी तैयार हो सके।
- हरियाणा एक खेल प्रदेश है, जहाँ एक भी खेल विश्वविद्यालय नहीं था। खिलाड़ियों को एनआईएस प्रमाणपत्र या पाठ्यक्रम के लिये दूसरे प्रदेश में जाना पड़ता था। इसे देखते हुए यहाँ खेलकूद विश्वविद्यालय शुरू किया गया है। यहाँ खेल से संबंधित सभी पाठ्यक्रम कराए जाएंगे।
- मोतीलाल नेहरू खेलकूद स्कूल में हॉकी, फुटबॉल, घुड़सवारी, तैराकी, जिमनास्ट, बास्केटबॉल के अलावा 12 खेलों के मैदान हैं। घुड़सवारी व तैराकी में राष्ट्रीय स्तर पर स्कूल का लंबे समय से दबदबा रहा है। स्कूल में खेलों को बढ़ावा देने के लिये बहुउद्देशीय हॉल व हॉकी का एस्टोटर्फ मैदान हैं। यहाँ 50 मीटर शूटिंग रेंज बनाई जा रही है। पहले से बने तरणताल व अन्य खेल मैदान राष्ट्रीय स्तर के हैं।
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