अंतर्राष्ट्रीय युवा पर्वतारोही नीतीश ने फतह किया माउंट पितालसु | उत्तर प्रदेश | 29 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
27 नवंबर, 2021 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के अंतर्राष्ट्रीय युवा पर्वतारोही नीतीश कुमार सिंह ने हिमाचल प्रदेश के मनाली में स्थित माउंट पितालसु (14 हज़ार फीट) को फतह कर भारत का गौरवशाली तिरंगा फहराया।
प्रमुख बिंदु
- माउंट पितालसु पर नीतीश कुमार सिंह ने अपनी चढ़ाई 24 नवंबर को शुरू की थी। उन्होंने इस मिशन को दिल्ली की संस्था सहयोग केयर फॉर यू के साथ मिलकर पूरा किया।
- इसके साथ ही नीतीश ने माउंट पितालसु से बाल यौन शोषण, मतदाता जागरूकता व स्वच्छ गोरखपुर का संदेश दिया।
- हाल ही में पर्वतारोही नीतीश को गोरखपुर के उप निर्वाचन अधिकारी राजेश कुमार सिंह द्वारा मतदाता जागरूकता हेतु गोरखपुर का ‘यूथ इलेक्टर आइकन ऑफ गोरखपुर’ भी बनाया गया है।
- उल्लेखनीय है कि गोरखपुर के राजेंद्र नगर के रहने वाले अंतर्राष्ट्रीय युवा पर्वतारोही नीतीश कुमार सिंह ने इस वर्ष दो अंतर्राष्ट्रीय महाद्वीप की सबसे ऊँची चोटी को भी फतह किया है, जिनमें पहली अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊँची चोटी माउंट किलिमंजारो और दूसरी यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊँची चोटी माउंट एल्ब्रूस हैं।
40वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार पवेलियन ने जीता स्वर्ण पदक | बिहार | 29 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
27 नवंबर, 2021 को भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के समापन अवसर पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मेले में बेहतर प्रदर्शन कर लोगों को आकर्षित करने वाले पैवेलियन व कलाकारों को छह श्रेणियों में सम्मानित किया। 24 राज्यों की प्रदर्शनी के बीच बिहार राज्य के पवेलियन ने स्वर्ण पदक हासिल किया।
प्रमुख बिंदु
- इसके साथ ही पार्टनर स्टेट के तौर पर भी बिहार को स्वर्ण पदक मिला है। फोकस राज्य के तौर पर उत्तर प्रदेश व झारखंड को स्वर्ण मिला है। राज्यों के पवेलियन में असम के पवेलियन को रजत और केरल को कांस्य पदक मिला। विशेष प्रोत्साहन के तौर पर मध्य प्रदेश राज्य के पवेलियन को सम्मानित किया गया।
- बिहार की तरफ से ये पुरस्कार रेजिडेंट कमिश्नर पलका साहनी और उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के निदेशक अशोक सिन्हा ने ग्रहण किया।
- बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के हस्तशिल्पियों और बुनकरों द्वारा बनाई गई चीज़ें कारीगरी, सौंदर्य एवं गुणवत्ता में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की हैं, जिन्हें देश-विदेश के लोंगों ने खूब पसंद किया।
- उन्होंने कहा कि बिहार पवेलियन को मिला गोल्ड पुरस्कार न सिर्फ बिहार का सम्मान है, बल्कि इससे बिहार के हस्तशिल्पियों और बुनकरों को प्रोत्साहन मिला है।
- गौरतलब है कि बिहार ने अपने पवेलियन में 41 स्टॉल्स सजाए थे, जिनमें सुप्रसिद्ध लोक कलाकार पँश्री दुलारी देवी की मधुबनी पेंटिंग की जीवंत प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही। बिहार के अन्य हिस्सों में बनने वाली लोक कलाकृतियाँ और बिहार के पारंपरिक उद्योगों द्वारा निर्मित चीज़ें भी लोगों को खूब पसंद आईं।
- उल्लेखनीय है कि दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवंबर , 2021 तक 40वाँ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला का आयोजन किया गया। इस मेले में 24 राज्यों की प्रदर्शनी लगी थी। कुछ प्रदर्शनी विदेशों से भी थीं।
- इस मेले का आयोजन प्रत्येक वर्ष 14 दिनों (14 नवंबर से 27 नवंबर) तक किया जाता है। यह शुरू के कुछ दिन व्यापारियों के लिये बाकी दिनों आम लोगों हेतु खुला होता है। इस मेले में भारत के सभी राज्य हिस्सा लेते हैं और अपने-अपने राज्यों की प्रगति, संस्कृति, पर्यटक स्थल और व्यापार के बारे में जानकारी देते हैं।
- भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला का पहला आयोजन 1979 में किया गया था। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला निर्माताओं, व्यापारियों, निर्यातकों और आयातकों के लिये एक साझा मंच प्रदान करता है।
- इस मेले का आयोजन भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार की व्यापार संवर्धन एजेंसी द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में मध्य प्रदेश मंडप को कांस्य पदक मिला | मध्य प्रदेश | 29 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
27 नवंबर, 2021 को दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के 40वें संस्करण के समापन समारोह में मध्य प्रदेश के मंडप को कांस्य पदक मिला।
प्रमुख बिंदु
- अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने प्रदेश को पदक प्रदान किया। प्रदेश सरकार की ओर से लघु उद्योग निगम के उप मुख्य महाप्रबंधक बीएन तिवारी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम तथा आइटी पार्क प्रभारी अजय मलिक ने पदक प्राप्त किया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न से प्रेरित यह मेला 14 से 27 नवंबर, 2021 तक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी सह सम्मेलन केंद्र (आईईसीसी) के नव-निर्मित हॉल तथा नई दिल्ली के प्रगति मैदान के वर्तमान हॉल में भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के समारोह ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’के एक हिस्से के रूप में भी आयोजित किया गया।
- इस वर्ष भारतीय अंतर्राष्ट्रीय मेले का आयोजन भारत व्यापार संवर्धन संगठन द्वारा ‘आत्मनिर्भर भारत’थीम पर किया गया था।
- इस मेले में मध्य प्रदेश मंडप भी ‘आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश’थीम के तहत प्रदर्शित किया गया। मध्य प्रदेश के मंडप में आगंतुकों को यह जानने का अवसर भी मिला कि आत्मनिर्भर बनता मध्य प्रदेश विभिन्न क्षेत्रों में किस तरह प्रगति कर रहा है। इसमें भौतिक अधोसंरचना, सुशासन, स्वास्थ्य और शिक्षा, अर्थव्यवस्था, रोज़गार, पर्यटन, कला और शिल्प, महिला अधिकारिता, कौशल विकास, एमएसएमई, स्मार्ट सिटी, कृषि-क्षेत्र और बागवानी आदि विषय शामिल थे।
- इसके अतिरिक्त आज़ादी के अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में भोपाल का ‘शौर्य स्मारक’ भी है, जो मध्य प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि है। मंडप में आगंतुक प्रदेश के भोजन, संस्कृति, संगीत और विरासत से भी रुबरु हुए।
- मध्य प्रदेश मंडप में अतीत को भविष्य की शानदार क्षमता के साथ भी जोड़ा गया। मंडप उस तस्वीर को भी प्रस्तुत कर रहा था कि कैसे प्रौद्योगिकी और आईटीईईएस, सिंगापुर के सहयोग से भोपाल में स्थापित हो रहे मेगा स्किल डेवलपमेंट पार्क से मध्य प्रदेश में बदलाव आएगा।
- मंडप में मध्य प्रदेश के सभी ज़िलों के प्रमुख उत्पादों को ‘एक जिला-एक उत्पाद’के तहत प्रस्तुत किया गया। महिला स्व-सहायता समूह द्वारा तैयार कोदो-कुटकी संसाधित भोजन प्रस्तुत किये गए।
- मध्य प्रदेश शासन के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के माध्यम से मध्य प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम द्वारा व्यापारियों और निवेशकों को प्रदेश में स्थापित आइटी पार्कों में निवेश के संबंध में ऑडियो-वीडियो फिल्मों के माध्यम से जानकारी दी गई।
पेडल ऑपरेटेड मेज शेलर | हरियाणा | 29 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
27 नवंबर, 2021 को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई मकई का दाना निकालने वाली पेडल ऑपरेटेड मेज शेलर को भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय की ओर से डिज़ाइन पेटेंट मिला है।
प्रमुख बिंदु
- इस मशीन का आविष्कार महाविद्यालय के प्रसंस्करण एवं खाद्य अभियांत्रिकी विभाग के डॉ. विजय कुमार सिंह व सेवानिवृत्त डॉ. मुकेश गर्ग की अगुवाई में किया गया। इस मशीन के लिये वर्ष 2019 में डिज़ाइन हेतु आवेदन किया गया था।
- इस मशीन का प्रयोग कम जोत वाले व छोटे किसानों के लिये बहुत ही लाभदायक होगा। इससे मक्का का बीज तैयार करने में मदद मिलेगी, क्योंकि इसके द्वारा निकाले गए दाने मात्र एक प्रतिशत तक ही टूटते हैं और इसकी प्रति घंटा कार्यक्षमता भी 55 से 60 किलोग्राम तक की है।
- आधुनिक मशीन को चलाने के लिये केवल एक व्यक्ति की ज़रूरत है और इसको एक स्थान से दूसरे स्थान तक परिवहन की भी समस्या नहीं होती, क्योंकि इसका वज़न लगभग 50 किलोग्राम है, जिसमें पहिये लगे हुए हैं।
व्यापार मेला में फोकस स्टेट की श्रेणी में झारखंड पवेलियन को मिला स्वर्ण पदक | झारखंड | 29 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
27 नवंबर, 2021 को देश के सबसे बड़े व्यापार मेले ‘भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला’ के समापन अवसर पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने झारखंड पवेलियन को फोकस स्टेट श्रेणी में स्वर्ण पदक और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया।
प्रमुख बिंदु
- पदक और प्रशस्ति-पत्र झारखंड पवेलियन की तरफ से पवेलियन निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने ग्रहण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि झारखंड उद्योग विभाग द्वारा लगाया गया यह मंडप झारखंड के विभिन्न विभागों और वहाँ के शिल्पकारों, कारीगरों एवं व्यवसायियों के लिये विश्व स्तर का पटल है।
- इस वर्ष पवेलियन में झारखंड ने लगभग 42 स्टॉल लगाए थे, जिन्हें झारखंड उद्योग विभाग ने पवेलियन में आने के लिये प्रशस्ति पत्र दिया।
- इन स्टॉलों में झारखंड के खान एवं भूतत्त्व विज्ञान विभाग को प्रथम, वन पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन को द्वितीय तथा राँची स्मार्ट सिटी को तृतीय स्थान दिया गया। इस वर्ष झारखंड के स्टॉलों पर लगभग 20 रुपए लाख की बिक्री हुई।
- उल्लेखनीय है कि दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 से 27 नवंबर, 2021 तक 40वाँ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला का आयोजन किया गया।
- इस मेले का आयोजन प्रत्येक वर्ष 14 दिनों तक (14 नवंबर से 27 नवंबर तक) किया जाता है। शुरू के कुछ दिन व्यापारियों के लिये तथा बाकी दिनों के लिये आम लोगों हेतु खुला होता है। इस मेले में भारत के सभी राज्य हिस्सा लेते हैं तथा अपने-अपने राज्यों की प्रगति, संस्कृति, पर्यटन स्थल और व्यापार के बारे में जानकारी देते हैं।
- भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला का पहली बार आयोजन 1979 में किया गया था। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला निर्माताओं, व्यापारियों, निर्यातकों और आयातकों के लिये एक साझा मंच प्रदान करता है।
- इस मेले का आयोजन भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार की व्यापार संवर्धन एजेंसी द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
‘महात्मा फुले समता पुरस्कार’ | छत्तीसगढ़ | 29 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
28 नवंबर, 2021 को महात्मा फुले की 131वीं पुण्यतिथि (समता दिवस) के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पुणे के महात्मा फुले स्मारक समता भूमि में आयोजित समारोह में ‘महात्मा फुले समता पुरस्कार’से सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद द्वारा आयोजित इस समारोह में परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष छगन भुजबल ने मुख्यमंत्री बघेल को फुले पगड़ी, मानद शॉल, सम्मान निधि और स्मृति चिह्न से सम्मानित किया।
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपने कार्यकाल के दौरान समाज के वंचित वर्गों को न्याय दिलाने की दिशा में लिये गए असाधारण फैसलों और महत्वपूर्ण कार्यों के लिये इस वर्ष के महात्मा फुले समता पुरस्कार प्रदान किया गया।
- पुरस्कार समारोह में मुख्यमंत्री को ज्योतिबा फुले की पुस्तक ‘किसान का कोड़ा’ की प्रति भी भेंट की गई।
- उल्लेखनीय है कि समता दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद राजनीति, साहित्य और पत्रकारिता सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिये मशहूर हस्तियों को ‘महात्मा फुले समता पुरस्कार’प्रदान करती है।