लखनऊ में होगा इंडिया फूड एक्सपो का आयोजन | उत्तर प्रदेश | 29 Oct 2022
चर्चा में क्यों?
28 अक्टूबर, 2022 को वाराणसी में मलदहिया स्थित विनायक प्लाजा में हुई इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की बैठक में आईआईए की फूड प्रोसेसिंग कमेटी के राष्ट्रीय चेयरमैन दीपक बजाज ने बताया कि इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से 2 से 4 नवंबर तक लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में इंडिया फूड एक्सपो का आयोजन होगा।
प्रमुख बिंदु
- दीपक बजाज ने बताया कि इंडिया फूड एक्सपो का आयोजन तीनदिवसीय होगा, जिसमें फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्यमियों को इससे संबंधित जानकारी दी जाएगी तथा इसमें पूर्वांचल समेत उत्तर प्रदेश के 45 शहरों से 100 से अधिक उद्यमी हिस्सा लेंगे।
- फूड प्रोसेसिंग मशीनों तथा फूड प्रोसेसिंग तकनीकी का यह देश का सबसे बड़ा एक्सपो है और इसमें बनारस समेत आसपास के ज़िलों से होटल उद्यमी, रेस्टोरेंट संचालक, बेकरी उत्पादों के निर्माता भाग लेंगे।
- इंडिया फूड एक्सपो में एमएसएमई के तहत ओडीओपी के विभिन्न स्टॉल लगाए जाएंगे तथा देश एवं विदेश के फूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी, मशीनों पर हुए नए इनोवेशन को भी इसमें शामिल किया गया है।
- इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी ने इंडिया फूड एक्सपो के संबंध में सरकार को उद्योगों में उपयोग होने वाले विभिन्न लाइसेंस जैसे फायर, प्रदूषण आदि की प्रक्रिया को आसान करने तथा टेक्सटाइल पॉलिसी 2017 की अनुदान राशि अवमुक्त करने को कहा, जिससे उद्योगों का सुगम संचालन हो सके।
लखनऊ में एशिया की पहली पैथोजेन रिडक्शन मशीन का लोकार्पण | उत्तर प्रदेश | 29 Oct 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में थोरेसिक सर्जरी और वेस्कुलर सर्जरी विभाग के साथ ट्रांसफ्यूज़न मेडिसिन विभाग में एशिया की पहली पैथोजेन रिडक्शन मशीन का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि रक्त की अनेक अशुद्धियाँ ऐसी होती हैं, जो अधिसंख्य जाँचों में पकड़ में नहीं आती हैं और इस अशुद्ध रक्त के किसी मरीज़ को चढ़ाए जाने पर उसे सेप्सिस जैसे संक्रमण हो सकते हैं।
- इस संक्रमण से बचाव हेतु एशिया की पहली पैथोजेन मशीन शुरू की गई है, जो केवल 15 मिनट में 4 यूनिट रक्त की अशुद्धियों को दूर कर सकती है।
- इस मशीन से प्लेटलेट्स और प्लाज्मा में शुरुआती दौर में हुए किसी भी प्रकार के संक्रमण को समाप्त किया जा सकता है, जो अंग प्रत्यारोपण अथवा कमज़ोर इम्यूनिटी वाले मरीज़ों के लिये बेहद लाभदायक साबित होगी।
- डेंगू, स्वाइन फ्लू, चिकनगुनिया, साइटोमैगिलो वायरस समेत लगभग 200 ऐसे बैक्टीरिया, फंगस, प्रोटोजोआ आदि रक्तदाता के रक्त में रह सकते हैं और रक्तग्राही के रक्त में जाकर संक्रमण पैला सकते हैं। यह मशीन इन्हीं संक्रमण को समाप्त कर सकती है।
- केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की अध्यक्ष डॉ. तूलिका चंद्रा के अनुसार पेथोजेन की किट में चार अलग-अलग ब्लड यूनिट को रखा जाता है, जो रक्त यूनिट में अल्द्रवायलेट इम्यूमिनेटर के द्वार 10-15 मिनट में ही रक्त के सभी प्रकार के जीवाणु को हटाकर रक्त यूनिट को पूरी तरह शुद्ध करती है।