उत्तर प्रदेश Switch to English
यूपी के 12 सर्वश्रेष्ठ नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेज अब दूसरे कॉलेजों का करेंगे मार्गदर्शन
चर्चा में क्यों?
28 सितंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्घ्यनाथ सरकार ने मेडिकल एजुकेशन पर फोकस करते हुए राज्य के 12 सर्वश्रेष्ठ नर्सिंग कॉलेजों द्वारा दूसरे कॉलेजों का मार्गदर्शन करने की जानकारी दी।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेजों में गुणवत्ता सुधार के लिये जल्द ‘मिशन निरामया:’ शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और रोज़गार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराना है।
- मेंटरशिप के लिये 12 कॉलेजों का चयन किया गया है। इन कॉलेजों को दूसरे कॉलेजों का मेंटर बनाया गया है। गुणवत्तापरक शिक्षा देने और बेहतर प्लेसमेंट दिलाने के लिये इन कॉलेजों द्वारा किये जा रहे बेहतर कार्यों को दूसरे कॉलेजों में भी लागू कराया जाएगा।
- गोरखपुर का जीएसजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग, मेरठ की सुभारती यूनिवर्सिटी, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज व आईआईएमटी यूनिवर्सिटी की नर्सिंग फैकल्टी, गौतमबुद्ध नगर के नाइटेंगिल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग व शारदा यूनिवर्सिटी की नर्सिंग फैकल्टी, लखनऊ के बाबा हॉस्पिटल के स्कूल ऑफ नर्सिंग व इटावा की उ.प्र. यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज की नर्सिंग फैकल्टी, जीवीएसएम मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग कॉलेज, हिलेरी क्लिंटन स्कूल ऑफ नर्सिंग सहारनपुर और गोंडा व बरेली के नर्सिंग कॉलेज शामिल हैं।
- इन नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेजों द्वारा पढ़ाई व प्लेसमेंट के लिये जो भी अच्छे कदम व नव प्रयोग किये जा रहे हैं, वह दूसरे नर्सिंग कॉलेजों में भी लागू कराए जाएंगे।
- नवंबर 2022 से लेकर फरवरी 2023 तक क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूएसआई) द्वारा 900 नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेजों की रेटिंग कराई जाएगी। बिना संसाधन व फैकल्टी के चल रहे नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेजों पर ताला जड़ा जाएगा।
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