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हरियाणा स्टेट पी.सी.एस.

  • 29 Sep 2022
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हरियाणा-सस्केचेवान गोलमेज सम्मेलन

चर्चा में क्यों?

28 सितंबर, 2022 को हरियाणा और कनाडा के सस्केचेवान प्रांत के बीच पारस्परिक संबंध और हितों के लिये नए अवसरों की पहचान, रणनीतिक साझेदारी, सुविधाओं, समर्थन और मज़बूती हेतु चंडीगढ़ में हरियाणा-सस्केचेवान गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • हरियाणा-सस्केचेवान गोलमेज सम्मेलन का आयोजन विदेश सहयोग विभाग और सस्केचेवान इंडिया कार्यालय, कनाडा उच्चायोग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था।
  • ज्ञातव्य है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में हरियाणा में विदेशी निवेश को बढ़ाने हेतु राज्य सरकार ने अलग से विदेश सहयोग विभाग का गठन किया है।
  • राज्य का विदेश सहयोग विभाग निरंतर विदेशों से संपर्क बनाए हुए है और अलग-अलग कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने हेतु निवेशकों के साथ बैठकें की जाती हैं। इसी कड़ी में हरियाणा-सस्केचेवान गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया गया।
  • इस सम्मेलन में विदेश सहयोग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव योगेंद्र चौधरी ने कहा कि हरियाणा सरकार कौशल विकास, शैक्षणिक अनुसंधान, व्यापार, निर्यात और संसदीय आदान-प्रदान के क्षेत्रों में सस्केचेवान के साथ संबंधों को मज़बूत करने के लिये प्रतिबद्ध है।
  • उन्होंने कहा कि हरियाणा में निवेश करने की इच्छुक कनाडाई कंपनियों के साथ-साथ कनाडा में निवेश करने के इच्छुक हरियाणा के निवेशकों को पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा।
  • विदेश सहयोग विभाग के महानिदेशक एवं सचिव अनंत प्रकाश पांडे ने कहा कि यह सम्मेलन विदेश सहयोग विभाग, हरियाणा सरकार और कनाडा के सस्केचेवान प्रांत के व्यापार एवं निर्यात संवर्धन मंत्रालय के मध्य मार्च 2022 में हस्ताक्षरित हुए एमओआई की दिशा में बढ़ने हेतु एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
  • इस सम्मेलन ने हितधारकों को उक्त समझौते के तहत रणनीतिक साझेदारी स्थापित करने के लिये एक साथ लाने हेतु एक उपयुक्त मंच प्रदान किया है।
  • भारत में कैनेडियन मिशन की असिस्टेंट डिप्टी मिनिस्टर रिचेल ने कहा कि सस्केचेवान और हरियाणा की विकास यात्रा में बहुत समानताएँ हैं। दोनों प्रांतों में विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक विकास के सामान्य लक्ष्य को पूरा करने के लिये एक-दूसरे के सामर्थ्य का लाभ उठाने की अपार संभावनाएँ हैं।

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अंबाला ज़िले के बड़ौला में स्थित सरकारी स्कूल का नाम होगा शहीद करनैल सिंह या उनकी पत्नी के नाम पर

चर्चा में क्यों?

28 सितंबर, 2022 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य के अंबाला ज़िले के बड़ौला गाँव में स्थित मिडिल स्कूल का नाम शहीद करनैल सिंह बेनिपाल या उनकी पत्नी चरणजीत कौर के नाम पर रखने की घोषणा की।

प्रमुख बिंदु

  • गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि गोवा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से जाने वाली सड़क का नाम गोवा की आज़ादी के लिये अपने प्राणों का बलिदान देने वाले हरियाणा के शहीद करनैल सिंह बेनिपाल के नाम पर रखा जाएगा।
  • मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत शहीद करनैल सिंह बेनिपाल की पत्नी श्रीमती चरणजीत कौर से अंबाला ज़िले के बड़ौला गाँव में मिले तथा उन्हें गोवा सरकार की तरफ से प्रशस्ति-पत्र और 10 लाख रुपए का चेक दिया।
  • डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा कि गोवा की आज़ादी के लिये शहादत देने वाले ज्ञात और अज्ञात शहीदों की याद में गोवा के पतरादेवी में शहीदों की याद में मेमोरियल बनाया जा रहा है। पतरादेवी के सरकारी स्कूल में शहीद करनैल सिंह बेनिपाल का स्टैच्यू भी बनाया गया है।   
  • अंबाला के विधायक असीम गोयल ने कहा की बड़ौला पंचायत दोनों में से जिसके नाम का प्रस्ताव पास करेगी, उसी के नाम पर स्कूल का नाम रखा जाएगा। 

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चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का नाम हुआ शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा

चर्चा में क्यों?

28 सितंबर, 2022 को स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह की 115वीं जयंती के अवसर पर चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, चंडीगढ़ हो गया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस नाम का आधिकारिक रूप से उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु

  • ज्ञातव्य है कि मोहाली-चंडीगढ़ के नाम पर राजनीति के चलते 14 वर्षों से चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर नहीं हो सका था। हरियाणा और पंजाब दोनों राज्यों की सरकारें एयरपोर्ट का नाम सरदार भगत सिंह के नाम पर रखे जाने पर तो सहमत थीं, लेकिन पंजाब सरकार इसके पीछे मोहाली लगाना चाहती थी और हरियाणा सरकार चंडीगढ़ को नहीं बदलना चाहती थी।
  • गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखे जाने की घोषणा की थी।
  • विदित है कि चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया (एएआई), पंजाब और हरियाणा सरकार का संयुक्त उद्यम हैं। इस परियोजना में एएआई की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि पंजाब एवं हरियाणा सरकार की 5 और 24.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 सितंबर, 2015 को किया था।
  • वर्तमान समय में चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 82 फ्लाइट का संचालन हो रहा है। अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, श्रीनगर, अहमदाबाद, गोवा, बंगलुरु, हैदराबाद, कुल्लू, पुणे, लेह, लखनऊ, कोलकाता, हिसार, देहरादून के लिये इस एयरपोर्ट से सीधी फ्लाइट है। जबकि इस हवाई अड्डे से केवल दो अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें-दुबई और शारजाह के लिये ही उपलब्ध हैं।

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