स्कूल पाठ्यक्रम में महात्मा गांधी की शिक्षाएँ | छत्तीसगढ़ | 29 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
28 सितंबर, 2021 को छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने कहा कि महात्मा गांधी की बुनियादी शिक्षाओं को छत्तीसगढ़ के स्कूलों में कक्षा 5 से 12 तक के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा, ताकि बच्चों को उनके अहिंसा संबंधी आदर्शों और सिद्धांतों से अवगत कराया जा सके।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसके लिये मुख्य सचिव को निर्देश दिये हैं कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के साथ आत्मनिर्भर बनाने वाली शिक्षा का प्रबंध राज्य शासन द्वारा सुनिश्चित किया जाए।
- इसमें शहरी के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को गांधीजी की मंशा के अनुरूप शिक्षा दी जाएगी।
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर गांधीजी के आत्मनिर्भर ग्राम की संकल्पना को पूरा करने के लिये स्कूली बच्चों को गाँव का भ्रमण कराकर सरकार की महत्त्वाकांक्षी सूराजी गाँव योजना के तहत नरवा, गरुवा, घुरुवा और बाड़ी के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।
- इससे बच्चों को ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ-साथ जल और मृदा संरक्षण जैसे विषयों पर जानकारी मिल सकेगी और एक आत्मनिर्भर ग्राम की कल्पना को साकार किया जा सकेगा।
छत्तीसगढ़ को मिला एक और मेडिकल कॉलेज | छत्तीसगढ़ | 29 Sep 2021
चर्चा में क्यों?
हाल ही में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग ने छत्तीसगढ़ के हृदय स्थल रायपुर में संचालित श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस को 150 सीटों के लिये लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) प्रदान कर दी है।
प्रमुख बिंदु
- मेडिकल कॉलेज के रूप में मान्यता मिलने के बाद इसमें इसी वर्ष एमबीबीएस के लिये छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा।
- श्री बालाजी हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. देवेंद्र नायक ने बताया कि अस्पताल में 1,000 बिस्तरों कि सुविधाएँ मिलेंगी।
- यह मेडिकल कॉलेज खुलने से क्षेत्र के छात्रों को अध्ययन के लिये एक नया प्लेटफॉर्म मिलेगा तथा ज़्यादा संख्या में डॉक्टर उपलब्ध होंगे, जिससे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था और भी सुदृढ़ होगी।
- गौरतलब है कि श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज भिलाई, मेडिकल साइंसेज रायपुर के बाद यह राज्य का तीसरा प्राइवेट मेडिकल कॉलेज है।
- श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (SBIMS) श्री बालाजी ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स का एक हिस्सा है, जो 1050 बिस्तरों वाला (मध्य भारत का सबसे बड़ा निजी अस्पताल समूह) आधुनिक और अत्याधुनिक तृतीयक देखभाल केंद्र है। इसका उद्घाटन 15 फरवरी, 2009 को हुआ था।