राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024 | बिहार | 29 Aug 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, 2024 के लिये बिहार के दो शिक्षकों का चयन किया है।
मुख्य बिंदु
- चयनित शिक्षकों में शामिल हैं: सिकेंद्र कुमार सुमन, जो काइमूर ज़िले के तरहनी न्यू प्राइमरी स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं और डॉ. मीनाक्षी कुमारी, जो मधुबनी ज़िले के शिव गंगा गर्ल्स हाई स्कूल में शिक्षिका हैं।
- उन्हें दिल्ली के विज्ञान भवन में शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
- यह पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिये शिक्षकों को दिया जाता है। उन्हें 50,000 रुपए का नकद पुरस्कार, एक रजत पदक और एक प्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा।
- इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिये देश भर से कुल 50 शिक्षकों का चयन किया गया है।
शिक्षक दिवस
- वर्ष 1962 से प्रतिवर्ष 5 सितंबर को मनाया जाने वाला शिक्षक दिवस भारत में शिक्षकों, शोधकर्त्ताओं और प्रोफेसरों सहित शिक्षाविदों के योगदान का सम्मान करता है।
- उस समय भारत के राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने विद्यार्थियों के आग्रह पर उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा।
- डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बारे में:
- जन्म:
- उनका जन्म 5 सितंबर, 1888 को तमिलनाडु के तिरुत्तनी शहर में एक तेलुगू परिवार में हुआ था।
- शिक्षा:
- उन्होंने मद्रास के क्रिश्चियन कॉलेज में दर्शनशास्त्र का अध्ययन किया और बाद में मद्रास प्रेसीडेंसी कॉलेज तथा मैसूर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बने।
- रोज़गार:
- उन्होंने वर्ष 1952 से 1962 तक भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और वर्ष 1962 से 1967 तक भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
- वे वर्ष 1949 से 1952 तक सोवियत संघ में भारत के राजदूत रहे तथा वर्ष 1939 से 1948 तक बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के चौथे कुलपति रहे।
- उपलब्धि:
- वर्ष 1984 में उन्हें मरणोपरांत (मृत्यु के बाद) भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
- उल्लेखनीय कार्य:
- समकालीन दर्शन में धर्म का शासन (Reign of Religion in Contemporary Philosophy), रवीन्द्रनाथ टैगोर का दर्शन (The Philosophy of Rabindranath Tagore), जीवन का हिंदू दृष्टिकोण (The Hindu View of Life), कल्कि या सभ्यता का भविष्य (Kalki or the Future of Civilisation), जीवन का एक आदर्शवादी दृष्टिकोण (An Idealist View of Life), जिस धर्म की हमें आवश्यकता है (The Religion We Need), भारत और चीन (India and China) तथा गौतम बुद्ध (Gautama the Buddha)