मुख्यमंत्री ने वित्त सेवा अधिकारी संघ की पुस्तक ‘वित्त व्यवस्था’ का किया विमोचन | मध्य प्रदेश | 29 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
28 अगस्त, 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में वित्त सेवा अधिकारी संघ द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘वित्त व्यवस्था’ का विमोचन किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री को संघ के पदाधिकारियों ने जानकारी दी कि ‘वित्त व्यवस्था’ पुस्तक में जुलाई 2023 तक के सामान्य प्रशासन, वित्त, स्वास्थ्य, उद्योग आदि विभागों के नियम, निर्देशों का संकलन कर उनकी सरल भाषा में व्याख्या की गई है।
- पुस्तक प्रदेश के समस्त शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों के लिये पर्याप्त संदर्भ सामग्री उपलब्ध कराने में सहायक होगी।
- पुस्तक से वित्त विभाग के नियम निर्देशों को समझना भी अधिकारियों-कर्मचारियों के लिये सरल होगा। नियमों की सरल व्याख्या, राज्य के अधिकारियों के प्रतिदिन के कार्यों में उपयोगी साबित होगी तथा उनकी कार्य कुशलता और कार्यों में शुद्धता को बढ़ाएगी।
साँची सोलर सिटी कम करेगी लगभग 14000 टन कार्बन उत्सर्जन | मध्य प्रदेश | 29 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
28 अगस्त, 2023 को मध्य प्रदेश के जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार देश की पहली सोलर सिटी साँची में ग्रिड कनेक्टेड संयंत्र, रूफटॉप, सोलर घरेलू उपकरण, सौर संचालित सार्वजनिक सुविधाओं के संयंत्रों और ई-मोबिलिटी से सालाना 13 हज़ार 747 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
प्रमुख बिंदु
- सम्राट अशोक द्वारा बनवाए गए प्रथम स्तूप से देश-विदेश में विख्यात भोपाल से 46 किलोमीटर दूर स्थित साँची शहर ने अब सौर ऊर्जा निर्माण में भी अपनी नई पहचान बनानी शुरू कर दी है।
- साँची में 8 मेगावाट के ग्रिड कनेक्टेड संयंत्र स्थापित किये गए हैं। इनसे अनुमानित ऊर्जा उत्पादन 147.2 लाख यूनिट है। साल में इससे 6 करोड़ 3 लाख रुपए की बचत के साथ 12 हज़ार 656 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
- शहर के भवनों पर 235 किलोवाट के रूफटॉप सिस्टम स्थापित किये गए हैं, जिनसे 5 लाख यूनिट से अधिक ऊर्जा उत्पादन होगा और सालाना 22 लाख 65 हज़ार रुपए तथा 438 टन कार्बन उत्सर्जन की बचत होगी।
- घरेलू उपकरण- सोलर स्टडी लैंप, लालटेन, स्टेंड-लैंप से 11 टन, ऊर्जा दक्ष उपकरण, जैसे- एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट और बीएलडीसी सीलिंग फैन से 452 टन, सार्वजनिक सुविधाओं के लिये स्थापित किये गए 54.45 किलोवाट के सौर संयंत्रों से 171 टन और ई-मोबिलिटी से 19 टन कार्बन की कमी होगी।
- यह कमी पर्यावरण संरक्षण के साथ लोगों के स्वास्थ्य के लिये भी हितकर होगी। इन सबसे लगभग 160 लाख यूनिट ऊर्जा के साथ 7 करोड़ 18 लाख रुपए की बचत होगी।