उत्तराखंड Switch to English
एयर एंबुलेंस सेवा के लिये एम्स और पिनाकल कंपनी में हुआ एमओयू
चर्चा में क्यों?
27 अप्रैल, 2023 को एम्स ऋषिकेश और पिनाकल कंपनी के बीच एयर एंबुलेंस संचालित करने के लिये एमओयू किया गया। आपातकालीन और ट्रामा सेवाओं के लिये मई में एम्स से एयर एंबुलेंस सेवा संचालित होगी।
प्रमुख बिंदु
- आपातकालीन व ट्रामा सेवा के लिये गंभीर मरीज़ों को तत्काल एम्स पहुँचाने के लिये केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से पहली बार एयर एंबुलेंस सेवा शुरू की जाएगी।
- एम्स ऋषिकेश की निदेशक डॉ. मीनू सिंह ने बताया कि एयर एंबुलेंस के लिये पिनाकल कंपनी की ओर से सेवा दी जाएगी, जबकि पवन हंस एयर एंबुलेंस के लिये हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराएगा। हेलीकॉप्टर उपलब्ध होते ही सेवा शुरू की जाएगी।
- एयर एंबुलेंस सेवा के लिये एक महीने में 50 ट्रिप निर्धारित किये गए हैं। आपात और ट्रामा सेवा के लिये किसी मरीज को तत्काल एयर एंबुलेंस की जरूरत है या नहीं यह एम्स ऋषिकेश के डॉक्टरों की टीम तय करेगी। टेलीमेडिसिन के माध्यम से मरीज की स्थिति को देखा जाएगा।
एम्स ऋषिकेश
उत्तराखंड Switch to English
उत्तराखंड हाईकोर्ट में तीन नए जजों की नियुक्ति को राष्ट्रपति की मंज़ूरी
चर्चा में क्यों?
27 अप्रैल, 2023 को उत्तराखंड हाईकोर्ट में तीन नए जजों की नियुक्ति को राष्ट्रपति की मंज़ूरी मिल गई है। इनमें वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश थपलियाल, अधिवक्ता पंकज पुरोहित और हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल विवेक भारती शर्मा शामिल हैं। इन्हें मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी शपथ दिलाएंगे।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि उत्तराखंड हाईकोर्ट में वर्तमान में मुख्य न्यायाधीश सहित पाँच जज कार्यरत थे। अब न्यायाधीशों की संख्या आठ हो जाएगी।
- मूलत: पौड़ी गढ़वाल के खतसयूं श्रीकोट निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश थपलियाल उत्तराखंड हाईकोर्ट में केंद्र सरकार के असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल रहे। उन्हें 2014 से तीन बार यह ज़िम्मेदारी मिल चुकी है। उत्तराखंड हाईकोर्ट बनने के बाद वे 2000 में नैनीताल हाईकोर्ट आ गए। 2002 में केंद्र सरकार के स्टेंडिंग काउंसिल बने और 11 महीने बाद इस पद से इस्तीफा दे दिया।
- रजिस्ट्रार जनरल विवेक भारती शर्मा उत्तराखंड बैच के 2005 के हायर ज्यूडिशयरी सर्विस के न्यायिक अधिकारी हैं। उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में 1990 में वकालत प्रारंभ की और दिल्ली सरकार की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट में स्टेंडिंग काउंसिल नियुक्त हुए। बाद में वह भारत सरकार के स्टेंडिंग काउंसिल बने। हायर ज्यूडिशियल सर्विस में चयनित होने के बाद वह अपर ज़िला जज हरिद्वार, हल्द्वानी, नैनीताल रहे।
- विवेक भारती शर्मा प्रिंसिपल ज़िला जज पिथौरागढ़ और पौड़ी भी बने। उन्होंने राज्यपाल के विधि सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है। वह वाणिज्यिक कर ट्रिब्यूनल के चेयरमैन, उजाला भवाली के निदेशक और ज़िला जज हरिद्वार भी रहे हैं। अप्रैल 2022 में उन्हें हाईकोर्ट का रजिस्ट्रार जनरल बनाया गया।
- देवल ग्वाड़ चमोली निवासी अधिवक्ता पंकज पुरोहित का 1992 में इलाहाबाद बार काउंसिल में पंजीयन हुआ। 1997 से वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत करने लगे। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद उत्तराखंड हाईकोर्ट में वकालत करने लगे। वह बीमा कंपनियों, ज़िला पंचायतों, नगरपालिकाओं, राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, सीतापुर नेत्र चिकित्सालय आदि के अधिवक्ता रहे हैं।
- मई 2017 में वह उत्तराखंड हाईकोर्ट में उप महाधिवक्ता बने, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने यह पद छोड़ दिया।
Switch to English