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दरभंगा : मखाना हब
चर्चा में क्यों?
27 अप्रैल, 2022 को दरभंगा के सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने केंद्र सरकार की ‘10,000 नई एफपीओ योजना का गठन और संवर्धन’ योजना के तहत दरभंगा स्थित मखाना अनुसंधान केंद्र में एकदिवसीय कार्यशाला का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस कार्यशाला का उद्देश्य ज़िले में मखाना उत्पादक किसानों का सहकारी कृषक उत्पादक संगठन बनाकर दरभंगा को मखाना हब के रूप में विश्वपटल पर स्थापित करने हेतु उपायों पर विचार करना है।
- गौरतलब है कि ‘एक ज़िला एक उत्पाद’ के अंतर्गत मखाना के उत्पादन एवं विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये दरभंगा ज़िला को प्रधानमंत्री द्वारा एवं राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया है।
- इस अवसर पर सांसद डॉ. ठाकुर ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट पर कार्गो कॉम्प्लेक्स का निर्माण हो जाने से मखाना एवं अन्य स्थानीय उत्पादों के वैश्विक व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा।
- उल्लेखनीय है कि इस योजना की शुरुआत फरवरी 2020 में उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में 6,865 करोड़ रुपए के बजटीय प्रावधान के साथ की गई थी।
- इसके तहत वर्ष 2020-21 में FPOs के गठन हेतु 2200 से अधिक FPOs उत्पादन क्लस्टरों का आवंटन किया गया है।
- इसके तहत प्रदान की जाने वाली वित्तीय सहायता निम्न प्रकार है-
- 3 वर्ष की अवधि हेतु प्रति FPO के लिये 18.00 लाख रुपए का आवंटन।
- FPO के प्रत्येक किसान सदस्य को 2 हज़ार रुपए (अधिकतम 15 लाख रुपए प्रति एफपीओ) का इक्विटी अनुदान प्रदान किया जाएगा।
- FPO को संस्थागत ऋण सुलभता सुनिश्चित करने के लिये पात्र ऋण देने वाली संस्था से प्रति एफपीओ 2 करोड़ रुपए तक की ऋण गारंटी सुविधा का प्रावधान किया गया है।
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