उत्तराखंड Switch to English
उत्तराखंड में पेपरलेस होगी विधानसभा
चर्चा में क्यों?
27 मार्च, 2023 को देहरादून स्थित विधानसभा भवन कार्यालय कक्ष में स्पीकर ऋतु खंडूरी भूषण ने विधायकों व सूचना एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी के अफसरों संग हुई बैठक में बताया कि प्रदेश में गोवा, हिमाचल और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर जल्द ई-विधानसभा बनाई जाएगी, जिससे विधानसभा का सत्र पेपरलेस होगा।
प्रमुख बिंदु
- बैठक में स्पीकर ऋतु खंडूरी भूषण ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग से समय और श्रम की बचत होती है। इलेक्ट्रॉनिक फोरम से ई-विधानसभा का उपयोग करके अधिक संख्या में लोगों का समावेश करना आसान होगा। विधायकों के अलावा आम जनता भी प्रक्रिया में भाग ले सकेगी और सब अपनी राय रख दे सकेगी।
- ई-विधानसभा बनाने से कागज़ों की बचत होगी। विधानसभा कार्यों में बहुत से दस्तावेज़ों का उपयोग किया जाता है, जिससे काफी खर्चा आता है, लेकिन ई-विधानसभा के माध्यम से दस्तावेज़ इलेक्ट्रॉनिक रूप से उपलब्ध हो सकते हैं, जिससे कागज़ों की बचत हो सकती है।
- इसके अलावा ई-विधानसभा के माध्यम से दस्तावेज़ों को आसानी से संग्रहित किया जा सकता है। कम कागज़ों के उपयोग से पर्यावरण को भी बचाया जा सकता है।
- ई-विधानसभा बनने से उत्तराखंड के गठन से अभी तक के जितने भी विधानसभा सदन चले हैं, की पूरी जानकारी भी एक जगह डिजिटल संग्रहित की जाएगी।
- विदित है कि हिमाचल प्रदेश व उत्तर प्रदेश में ई-विधानसभा में इस्तेमाल होने वाली तकनीक का अध्ययन कर लिया गया है, जिसकी तर्ज पर उत्तराखंड विधानसभा को भी ई-विधानसभा बनाया जाएगा।
Switch to English