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ड्यूकेन मस्क्यूलर डिस्ट्रॉफी के मरीज़ों को मिलेगी 2500 रुपए पेंशन
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2022 को हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने प्रदेश में ड्यूकेन मस्क्यूलर डिस्ट्रॉफी सहित दुर्लभ रोगों से पीड़ित रोगियों को 2500 रुपए प्रति माह पेंशन दिये जाने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने बताया कि प्रदेश में इस बीमारी के मरीज़ों की संख्या 400 से 500 है।
- उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश सहित कुछ राज्य डयूकेन मस्क्यूलर डिस्ट्रॉफी पीड़ितों को मासिक पेंशन दे रहे हैं।
- उन्होंने बताया कि दुर्लभ रोगों की राष्ट्रीय नीति 2021 के तहत डयूकेन डस्क्यूलर डिस्ट्रॉफी सहित दुर्लभ रोगों से पीड़ित रोगियों को उत्कृष्ट केंद्रों में उपचार के लिये 50 लाख रुपए तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
- केंद्र सरकार ने इसके लिये 10 एक्सीलेंस सेंटर बनाए हैं। पीजीआई चंडीगढ़ भी उनमें शामिल है।
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सूर्य नमस्कार अभियान
चर्चा में क्यों?
26 दिसंबर, 2022 को हरियाणा योग आयोग के चेयरमैन डॉ. जयदीप आर्य की अध्यक्षता में प्रदेश के मुरथल में ज़िला आयुष विभाग एवं हरियाणा योग आयोग के संयुक्त तत्त्वावधान में हुई बैठक में बताया कि आज़ादी की 75वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में प्रदेशभर में 11 जनवरी से 12 फरवरी तक सूर्य नमस्कार अभियान चलाया जाएगा, जिसके लिये 75 लाख सूर्य नमस्कार का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- डॉ. जयदीप आर्य ने बताया कि सूर्य नमस्कार अभियान का शुभारंभ अंबाला में प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज करेंगे, जबकि समापन सोनीपत के खानपुर कलां के भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय में राज्यस्तरीय कार्यक्रम के आयोजन के साथ किया जाएगा, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शामिल होंगे।
- उन्होंने बताया कि सूर्य नमस्कार की शुरुआत स्वामी विवेकानंद की जयंती (12 जनवरी) के पूर्व दिवस पर की जाएगी और समापन स्वामी दयानंद जयंती (12 फरवरी) पर किया जाएगा। हर व्यायामशाला व हर गाँव में सूर्य नमस्कार का आयोजन करवाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिये योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संवर्द्धन समिति का गठन किया जाएगा।
- डॉ. जयदीप आर्य ने बताया कि हरियाणा देश का पहला एकमात्र राज्य है, जहाँ योग को पाठ्यक्रम में अनिवार्य रूप से शामिल किया गया है। पाठ्यक्रम में केवल किताबी ज्ञान ही नहीं, प्रायोगिक रूप को भी महत्त्व दिया गया है।
- उन्होंने योगाचार्यों व योग प्रेमियों का आह्वान किया कि वह योग पर पुस्तकों की रचना कर सकते हैं, जिन्हें पाठ्यक्रम में शामिल किया जा सकता है। चयनित पुस्तक पर रचनाकार को 50 हज़ार रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा, शोधकार्य करने वालों को भी 50 हज़ार रुपए का आर्थिक सहयोग दिया जाएगा।
- उन्होंने बताया कि योग हेतु कुरुक्षेत्र में 20 एकड़ भूमि पर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र की स्थापना की जाएगी, जिसमें एक साथ 2000 व्यक्तियों के लिये योग साधना करने की व्यवस्था रहेगी। साथ ही 200 करोड़ रुपए की लागत से अंतर्राष्ट्रीय केंद्र की स्थापना भी की जाएगी।
- हरियाणा योग आयोग की तरफ से विदेशी भाषा केंद्र भी स्थापित किया जाएगा, जिसमें योग सहायकों को विदेशी भाषा का प्रशिक्षण देकर उन्हें संस्कृति राजदूत बनाकर विदेशों में भेजा जाएगा।
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