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स्टेट पी.सी.एस.

  • 28 Dec 2022
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उत्तर प्रदेश Switch to English

पहली बार ईको टूरिज़्म थीम पर आयोजित होगा गोरखपुर महोत्सव

चर्चा में क्यों?

27 दिसंबर, 2022 को उक्तर प्रदेश के गोरखपुर के डीएफओ विकास यादव ने बताया कि प्रदेश में लोगों को जंगल और पर्यावरण की अहमियत समझाने के लिये वन विभाग पहली बार ईको टूरिज़्म की थीम पर गोरखपुर महोत्सव का आयोजन करेगा। यह महोत्सव 11 से 13 जनवरी, 2023 तक आयोजित किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु 

  • डीएफओ विकास यादव ने बताया कि जंगल मैराथन के तहत पाँच किलोमीटर तक बच्चों व सामाजिक संगठनों, सामान्य नागरिकों को जंगल के बीच घुमाया जाएगा। इस दौरान लोगों को जंगल और उसके माहौल के बारे में जानकारी दी जाएगी। यह मैराथन देवरिया बाईपास के सूबा बाज़ार से शुरू होकर विनोद वन में खत्म होगा।
  • उन्होंने बताया कि गोरखपुर महोत्सव में मैराथन, फोटो प्रदर्शनी, सिनेमा और स्टाल के माध्यम से लोगों को वन की खासियत और प्राकृतिक सौंदर्य के बारे में बताया व समझाया जाएगा। इसमें वन विभाग की कार्ययोजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी।
  • इसके अलावा ग्रीन ऑस्कर से सम्मानित विश्व विख्यात पर्यावरणविद् माइक एच. पांडेय द्वारा निर्देशित पाँच अलग-अलग फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में फिल्म के माध्यम से लोगों को ईको टूरिज़्म की खासियत को समझाने की कोशिश की जाएगी।
  • वन विभाग और बैंबू मिशन की ओर से तैयार बाँस के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। कार्यक्रम स्थल पर ईको टूरिज़्म फोटोग्राफी का भी स्टाल लगाया जाएगा। इसमें शहर के अलग-अलग सुंदर प्राकृतिक स्थलों की तस्वीरें होंगी।
  • चिड़ियाघर में दो दिन कार्यक्रम होंगे। एक दिन नेचर वॉक होगा और दूसरे दिन चिड़ियाघर के वेटलैंड में बर्डवाच कार्यक्रम होगा। अभी तक पाँच स्कूलों के बच्चों को कार्यक्रमों से जोड़ा गया है।
  • ज्ञातव्य है कि ईको टूरिज़्म का मतलब है- प्राकृतिक सौंदर्य के करीब जाना और उसका आनंद लेना। इसके तहत पर्यटकों को प्राकृतिक क्षेत्रों में ले जाया जाता है, ताकि के कुदरत के सौंदर्य का आनंद ले सकें। साथ ही पर्यावरण के संरक्षण के बारे में जागरूक हो सकें।

उत्तर प्रदेश Switch to English

अब चौरीचौरा नाम से जाना जाएगा गोरखपुर का मुंडेरा बाज़ार नगर पंचायत

चर्चा में क्यों?

27 दिसंबर, 2022 को गोरखपुर के एसडीएम शिवम सिंह ने बताया कि गोरखपुर के मुंडेरा बाज़ार नगर पंचायत का नाम जल्द ही चौरीचौरा हो जाएगा। शासन के प्रस्ताव पर निर्णय लेते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नाम परिवर्तन को लेकर अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी कर दिया है।

प्रमुख बिंदु 

  • एसडीएम शिवम सिंह ने बताया कि जंग-ए-आजादी के इतिहास में चौरीचौरा का नाम अमिट है। अंग्रेजी हुकूमत की ज्यादतियों के खिलाफ चौरीचौरा में हुए प्रतिशोध के शताब्दी वर्ष के दौरान ही इस ऐतिहासिक स्थल से जुड़े तथ्यों को दुरुस्त करने का अभियान शुरू किया गया है।
  • उन्होंने बताया कि तहसील और थाने का नाम तो पहले से ही चौरीचौरा है। पहले विधानसभा क्षेत्र का नाम मुंडेरा बाजार था। वर्ष 2012 के चुनाव से पहले इस विधानसभा क्षेत्र का नाम भी चौरीचौरा कर दिया गया। मुख्य बाजार मुंडेरा बाजार होने के कारण नगर पंचायत का नाम अभी तक मुंडेरा बाजार ही रह गया।
  • गौरतलब है कि तत्कालीन डीएम के. विजयेंद्र पांडियन ने मुंडेरा बाजार नगर पंचायत का नाम बदलकर चौरीचौरा नगर पंचायत करने के लिये शासन को प्रस्ताव भेजा था। प्रशासन के प्रस्ताव पर शासन ने गृह मंत्रालय को एनओसी के लिये प्रस्ताव भेज दिया था।
  • एसडीएम शिवम सिंह ने बताया कि मुंडेरा बाजार एक बाजार है जो चौरीचौरा में समाहित है। पहले सिर्फ मुंडेरा बाजार के मतदाता थे और कुल 11 वार्ड थे। चुनाव से पूर्व विस्तारित क्षेत्र में भोपा बाजार, राघोपुर, चौरा, भगवानपुर, बाल बुजुर्ग गाँव भी सम्मिलित होने से अब 16 वार्ड और कुल मतदाताओं की संख्या 26 हज़ार हो गई है।      

राजस्थान Switch to English

मध्य प्रदेश के राज्यपाल ने राजस्थान डीआईपीआर को दिया इफेक्टिव गवर्नमेंट कम्यूनिकेशन अवार्ड

चर्चा में क्यों?

27 दिसंबर, 2022 को मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने राजस्थान सरकार द्वारा डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजन एवं लाभार्थियों तक पहुँचाने के लिये इफेक्टिव गवर्नमेंट कम्यूनिकेशन अवार्ड प्रदान किया।

प्रमुख बिंदु 

  • राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अतिरिक्त निदेशक अरुण जोशी ने पीआरएसआई द्वारा भोपाल में आयोजित 44वें वार्षिक अधिवेशन में यह पुरस्कार ग्रहण किया।
  • उल्लेखनीय है कि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा सभी 33 ज़िलों मे वाट्सएप ग्रुप बनाने के साथ ही राज्य की सभी ग्राम पंचायतों एवं वार्ड स्तर पर वाट्सएप ग्रुप बनाकर लगभग 20 लाख लोगों को जोड़ा गया है, जिन्हें प्रतिदिन मोबाइल फोन पर प्रचार-प्रसार सामग्री भिजवाई जा रही है।
  • राजकीय योजनाओं की सूचना आमजन तक पहुँचाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा सूचना ई-बुलेटिन, सुजस वीडियो बुलेटिन तथा सुजस आवाज़ (पॉडकास्ट) जैसे नवाचार किये गए हैं, जिनसे प्रतिदिन के समाचारों, लाभार्थियों के साक्षात्कार एवं महत्त्वपूर्ण राजकीय निर्णयों की जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है।
  • इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा सुजस मोबाइल एप भी आरंभ किया गया है जिसमें मोबाइल पर विभाग के सभी प्रेस नोट, विशेष लेख, सफलता की कहानियॉ, महत्त्वपूर्ण छायाचित्र, ई-बुलेटिन, वीडियो बुलेटिन, सुजस आवाज़ एवं कल्याणकारी योजना के लाइव कार्यक्रम प्रदर्शित किये जाते हैं, जिसे आमजन विशेषकर युवावर्ग द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। 

राजस्थान Switch to English

‘राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस’ योजना के लिये 65 करोड़ रुपए मंज़ूर

चर्चा में क्यों?

27 दिसंबर, 2022 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के युवाओं के विदेशों में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के सपने को पूरा करने के क्रम में ‘राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस’ योजना में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिये 65 करोड़ रुपए के अतिरिक्त बजट प्रावधान को मंज़ूरी दी।

प्रमुख बिंदु 

  • उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने विदेशों के प्रतिष्ठित संस्थानों में नि:शुल्क अध्ययन के लिये पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की जयंती (20 अगस्त, 2021) पर ‘राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस’ योजना शुरू की थी। इसमें प्रतिवर्ष 200 विद्यार्थियों को विदेश में नि:शुल्क शिक्षा दिलाने का प्रावधान है।
  • इस योजना में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी, प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, टोरंटो यूनिवर्सिटी सहित विश्व की टॉप 150 यूनिवर्सिटीज़/इंस्टीट्यूट्स में पढ़ने का अवसर दिया जा रहा है।
  • ‘राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस’ योजना में 8 लाख रुपए से कम पारिवारिक आय वाले विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जा रही है। इसमें 25 लाख रुपए तक पारिवारिक आय वाले विद्यार्थी भी आवेदन कर सकते हैं। इसमें छात्राओं के लिये 30 प्रतिशत सीट आरक्षित है। इसके लिये विद्यार्थी का राजस्थान का मूल निवासी होना आवश्यक है।

मध्य प्रदेश Switch to English

विक्रमोत्सव-2023

चर्चा में क्यों?

27 दिसंबर, 2022 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में मुख्यमंत्री निवास समत्व भवन में विक्रमोत्सव से संबंधित बैठक में बताया कि 18 फरवरी से 22 मार्च, 2023 की अवधि में उज्जैन में विक्रमोत्सव का आयोजन किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु 

  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वर्ष 2023 के विक्रमोत्सव के प्रथम दिवस पर दीप अर्पित करने के कार्यक्रम को वृहद् और गरिमामय बनाने के लिये प्रयास किये जाएँ, जिससे कार्यक्रम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो।
  • विक्रमोत्सव में महाशिवरात्रि से वर्ष प्रतिपदा तक भक्ति गायन, प्रदर्शनी, हस्तशिल्प व्यापार मेला, नाट्य प्रस्तुति, पुस्तक मेला, भजन मंडलियों की स्पर्द्धा, फिल्म समारोह, राष्ट्रीय वेद समागम, राष्ट्रीय युवा विज्ञान सम्मेलन, कवि सम्मेलन, प्रकाशन लोकार्पण, विभिन्न देशों के दलों द्वारा रामायण और महाभारत के प्रसंगों की प्रस्तुतियों के अलावा ‘वृहक्तर भारत में संस्कृति साहित्य और पुरातत्त्व’विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी होगी।
  • विक्रमोत्सव के दौरान विक्रम पंचांग और विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के लोकार्पण कार्यक्रम भी रखे जाएंगे। शासन के विभिन्न विभाग, महाराज विक्रमादित्य शोधपीठ, स्वराज संस्थान संचालनालय, विक्रम विश्वविद्यालय, महर्षि पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय, सांदिपनि वेद विद्यालय, अवंतिका विश्वविद्यालय, आचार्य वराहमिहिर वेधशाला सहित अन्य सामाजिक संगठन गतिविधियों में सहयोग करेंगे।   

हरियाणा Switch to English

ड्यूकेन मस्क्यूलर डिस्ट्रॉफी के मरीज़ों को मिलेगी 2500 रुपए पेंशन

चर्चा में क्यों?

27 दिसंबर, 2022 को हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने प्रदेश में ड्यूकेन मस्क्यूलर डिस्ट्रॉफी सहित दुर्लभ रोगों से पीड़ित रोगियों को 2500 रुपए प्रति माह पेंशन दिये जाने की घोषणा की।

प्रमुख बिंदु 

  • स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने बताया कि प्रदेश में इस बीमारी के मरीज़ों की संख्या 400 से 500 है।
  • उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश सहित कुछ राज्य डयूकेन मस्क्यूलर डिस्ट्रॉफी पीड़ितों को मासिक पेंशन दे रहे हैं।
  • उन्होंने बताया कि दुर्लभ रोगों की राष्ट्रीय नीति 2021 के तहत डयूकेन डस्क्यूलर डिस्ट्रॉफी सहित दुर्लभ रोगों से पीड़ित रोगियों को उत्कृष्ट केंद्रों में उपचार के लिये 50 लाख रुपए तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
  • केंद्र सरकार ने इसके लिये 10 एक्सीलेंस सेंटर बनाए हैं। पीजीआई चंडीगढ़ भी उनमें शामिल है।

हरियाणा Switch to English

सूर्य नमस्कार अभियान

चर्चा में क्यों?

26 दिसंबर, 2022 को हरियाणा योग आयोग के चेयरमैन डॉ. जयदीप आर्य की अध्यक्षता में प्रदेश के मुरथल में ज़िला आयुष विभाग एवं हरियाणा योग आयोग के संयुक्त तत्त्वावधान में हुई बैठक में बताया कि आज़ादी की 75वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में प्रदेशभर में 11 जनवरी से 12 फरवरी तक सूर्य नमस्कार अभियान चलाया जाएगा, जिसके लिये 75 लाख सूर्य नमस्कार का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

प्रमुख बिंदु 

  • डॉ. जयदीप आर्य ने बताया कि सूर्य नमस्कार अभियान का शुभारंभ अंबाला में प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज करेंगे, जबकि समापन सोनीपत के खानपुर कलां के भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय में राज्यस्तरीय कार्यक्रम के आयोजन के साथ किया जाएगा, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शामिल होंगे।
  • उन्होंने बताया कि सूर्य नमस्कार की शुरुआत स्वामी विवेकानंद की जयंती (12 जनवरी) के पूर्व दिवस पर की जाएगी और समापन स्वामी दयानंद जयंती (12 फरवरी) पर किया जाएगा। हर व्यायामशाला व हर गाँव में सूर्य नमस्कार का आयोजन करवाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिये योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संवर्द्धन समिति का गठन किया जाएगा।
  • डॉ. जयदीप आर्य ने बताया कि हरियाणा देश का पहला एकमात्र राज्य है, जहाँ योग को पाठ्यक्रम में अनिवार्य रूप से शामिल किया गया है। पाठ्यक्रम में केवल किताबी ज्ञान ही नहीं, प्रायोगिक रूप को भी महत्त्व दिया गया है।
  • उन्होंने योगाचार्यों व योग प्रेमियों का आह्वान किया कि वह योग पर पुस्तकों की रचना कर सकते हैं, जिन्हें पाठ्यक्रम में शामिल किया जा सकता है। चयनित पुस्तक पर रचनाकार को 50 हज़ार रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा, शोधकार्य करने वालों को भी 50 हज़ार रुपए का आर्थिक सहयोग दिया जाएगा।
  • उन्होंने बताया कि योग हेतु कुरुक्षेत्र में 20 एकड़ भूमि पर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र की स्थापना की जाएगी, जिसमें एक साथ 2000 व्यक्तियों के लिये योग साधना करने की व्यवस्था रहेगी। साथ ही 200 करोड़ रुपए की लागत से अंतर्राष्ट्रीय केंद्र की स्थापना भी की जाएगी।
  • हरियाणा योग आयोग की तरफ से विदेशी भाषा केंद्र भी स्थापित किया जाएगा, जिसमें योग सहायकों को विदेशी भाषा का प्रशिक्षण देकर उन्हें संस्कृति राजदूत बनाकर विदेशों में भेजा जाएगा।

झारखंड Switch to English

झारखंड में स्थापित किये जाएंगे 24 नए ट्रॉमा सेंटर

चर्चा में क्यों?

26 दिसंबर, 2022 को झारखंड के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि नये साल में राज्य वासियों को 24 नए ट्रॉमा सेंटर की सौगात मिलेगी। इसके लिये स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में अवस्थित विभिन्न राष्ट्रीय एवं राजकीय राजमार्गों पर स्थापित 24 ट्रॉमा सेंटरों को संचालित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

प्रमुख बिंदु 

  • अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि प्रस्तावित ट्रॉमा सेंटरों की स्थापना लेवल-3 के रूप में की जाएगी। ट्रॉमा सेंटरों का संचालन एवं प्रबंधन की व्यवस्था लोक निजी भागीदारी (पीपीपी) के आधार पर की जाएगी। पीपीपी मोड पर अनुभवी/प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों/संस्थाओं का चयन खुली निविदा के माध्यम से किया जाएगा।
  • उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के द्वारा निर्धारित एसटीजी (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल) के तहत सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर राज्य के विभिन्न राष्ट्रीय व राजकीय उच्चपथों पर 48 ट्रॉमा सेंटर स्थापित किये जाने हैं, जिनमें से प्रथम चरण में 21 ज़िलों में 24 ट्रॉमा सेंटर स्थापित किये जा रहे हैं।
  • आवश्यक जीवन रक्षी व्यवस्थाओं से सुसज्जित ये सभी ट्रॉमा सेंटर सप्ताह में सातों दिन 24 घंटे संचालित होंगे। यहां दुघर्टनाग्रस्त व्यत्तियों की आवश्यक चिकित्सा के बाद आवश्यकतानुसार उन्हें बेहतर चिकित्सा संस्थान में स्थानांतरित किया जा सकेगा।
  • अपर मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में खुलने वाले 48 में से 24 ट्रॉमा सेंटरों को वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रारंभ कर दिया जाएगा। इस पर लगभग 53 करोड़ रुपए खर्च संभावित है, जिसकी स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
  • राज्य में साहिबगंज एसडीएच, गढ़वा नगर उंटारी, पलामू डाल्टनगंज, लोहरदगा सीएचसी, कुरू, गुमला सीएचसी, रायडीह, दुमका मेडिकल, शिकारीपाड़ा, जरमुंडी, देवघर सदर अस्पताल, पाकुड़ सदर अस्पताल, सिमडेगा सदर अस्पताल, कोलेबिरा सीएचसी, बोकारो सदर अस्पताल, पूर्वी सिंहभूम बहरागोड़ा, राँची बुंडू, हज़ारीबाग एसबीएम कैंपस, रामगढ़ ट्रॉमा सेंटर भवन, गिरिडीह सीएचसी, बगोदर, धनबाद सीएचसी, निरसा, कोडरमा भवन निर्माणाधीन, खूंटी सदर अस्पताल, पश्चिमी सिंहभूम चक्रधरपुर, चतरा सदर अस्पताल, लातेहार सदर अस्पताल को ट्रॉमा सेंटर मिलेगा।
  • सड़क दुर्घटना के मरीजों को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा के साथ ही ट्रॉमा सेंटरों के द्वारा आस-पास के क्षेत्रों के निवासियों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएँ भी प्रदान की जाएंगी। सभी ट्रॉमा सेंटरों में 24 घंटे हेल्पलाइन नंबर के साथ-साथ एंबुलेंस की भी सुविधा होगी। सभी सेंटर सीसीटीवी से लैस होंगे, ताकि सेंटरों के क्रियाकलापों की लाईव रिपोर्ट प्राप्त हो सके।
  • स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थापित 104 हेल्पलाइनों के द्वारा सभी ट्रॉमा सेंटरों एवं अन्य समस्त हितधारकों एवं प्रभावित व्यत्तियों के बीच समन्वय बनाकर आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।

उत्तराखंड Switch to English

मुख्यमंत्री को मिला ‘स्वच्छ राजनीतिज्ञ सम्मान-2022’

चर्चा में क्यों?

27 दिसंबर, 2022 को उत्तराखंड के पहले मुख्यमंत्री स्व. नित्यानंद स्वामी के 94वें जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में नित्यानंद स्वामी जन सेवा समिति द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ‘स्वच्छ राजनीतिज्ञ सम्मान, 2022’ से सम्मानित किया गया।

प्रमुख बिंदु 

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संगीत, शिक्षा, उद्योग, चिकित्सा एवं सांस्कृतिक संपदा से जुड़े व्यत्तियों को भी सम्मानित किया।
  • उन्होंने बताया कि प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में नित्यानंद स्वामी ने अंत्योदय के विचार को अपने कार्यों के माध्यम से सिद्ध किया और राज्य के सर्वांगीण विकास की दिशा में अभूतपूर्व कार्य किये।
  • कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पद्मश्री बसंती बिष्ट, जितेंद्र जोशी, हरेंद्र कुमार गर्ग, डॉ. डीएम काला, प्रेम हिगवाल को सम्मानित किया। उत्तराखंड गौरव सम्मान रस्किन बांड एवं प्रसून जोशी को दिया गया था। उनकी अनुपस्थिति में उनके प्रतिनिधियों ने यह सम्मान ग्रहण किया।

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