उत्तर प्रदेश Switch to English
नीति आयोग स्वास्थ्य सूचकांक 2021 में उत्तर प्रदेश
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने 2019-20 के लिये अपने स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया, जिसमें समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के आधार पर राज्यों की रैंकिंग की गई। इसमें बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे अंतिम स्थान पर है, वहीं केरल शीर्ष पर है।
प्रमुख बिंदु
- रिपोर्ट को तीन भागों में बाँटा गया था- बड़े राज्य, छोटे राज्य और केंद्रशासित प्रदेश। छोटे राज्यों में मिज़ोरम सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य रहा जबकि नागालैंड सबसे नीचे रहा।
- नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रशासित प्रदेशों में चंडीगढ़ शीर्ष पर है, उसके बाद दादरा और नगर हवेली दूसरे नंबर पर तथा दिल्ली तीसरे नंबर पर है।
- बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में उत्तर प्रदेश 30.57 स्कोर के साथ 19 राज्यों में अंतिम स्थान पर है, हालाँकि, आधार वर्ष (2018-19) से संदर्भ वर्ष (2019-20) में उच्चतम वृद्धिशील परिवर्तन दर्ज करके वृद्धिशील प्रदर्शन के मामले में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर रहा।
- बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में केरल 82.20 स्कोर के साथ पहले स्थान पर है, जबकि तमिलनाडु 72.42 स्कोर के साथ दुसरे एवं तेलंगाना 69.96 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
- नीति आयोग का स्वास्थ्य सूचकांक एक भारित समग्र स्कोर है, जिसमें स्वास्थ्य प्रदर्शन के प्रमुख पहलुओं को शामिल करते हुए 24 संकेतक हैं।
बिहार Switch to English
नीति आयोग स्वास्थ्य सूचकांक 2021 में बिहार
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने 2019-20 के लिये अपने स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया, जिसमें समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के आधार पर राज्यों की रैंकिंग की गई। इसमें बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में बिहार 18वें स्थान पर है, वहीं केरल शीर्ष पर है।
प्रमुख बिंदु
- रिपोर्ट को तीन भागों में बाँटा गया था- बड़े राज्य, छोटे राज्य और केंद्रशासित प्रदेश। छोटे राज्यों में मिज़ोरम सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य रहा जबकि नागालैंड सबसे नीचे रहा।
- नीति आयोग का स्वास्थ्य सूचकांक एक भारित समग्र स्कोर है, जिसमें स्वास्थ्य प्रदर्शन के प्रमुख पहलुओं को शामिल करते हुए 24 संकेतक हैं।
- बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में बिहार 31.00 स्कोर के साथ 19 राज्यों में 18वें स्थान पर है। वहीं केरल 82.20 स्कोर के साथ पहले , तमिलनाडु 72.42 स्कोर के साथ दुसरे एवं तेलंगाना 69.96 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
- नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रशासित प्रदेशों में चंडीगढ़ शीर्ष पर है, उसके बाद दादरा और नगर हवेली दूसरे नंबर पर तथा दिल्ली तीसरे नंबर पर है।
राजस्थान Switch to English
प्रदेश के 5 प्रमुख पर्यटक स्थलों पर लाइट एंड साउंड शो का लोकार्पण
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना के तहत प्रदेश के 5 प्रमुख पर्यटक स्थलों पर आकर्षक लाइट एंड साउंड शो का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने जयपुर के प्रमुख धार्मिक स्थल गोविंद देव जी मंदिर परिसर स्थित जयनिवास उद्यान, मेड़ता में मीराबाई स्मारक, चित्तौड़गढ़ के विश्वविख्यात दुर्ग, धौलपुर के मचकुंड में आकर्षक लाइट एंड साउंड शो तथा जैसलमेर की ऐतिहासिक गड़सीसर झील में लेज़र वाटर शो का लोकार्पण किया।
- केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से देशी एवं विदेशी सैलानियों को राजस्थान के गौरवपूर्ण इतिहास एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जानने का अवसर मिलेगा। इससे प्रदेश के पर्यटन विकास को गति मिलेगी।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में राजस्थान को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिये सरकार ने 500 करोड़ रुपए का पर्यटन विकास कोष बनाने का अहम निर्णय लिया है। इस कोष से पर्यटक स्थलों पर आधारभूत सुविधाओं के विकास, उनके संरक्षण तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मज़बूत ब्रांडिंग जैसे कार्य किये जाएंगे।
- धार्मिक, वाइल्ड लाइफ, ट्राईबल, डेजर्ट पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिये नए-नए सर्किट जोड़ने के साथ ही सभी प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर विकास के कार्य किये जा रहे हैं।
- राज्य के मुख्य शासन सचिव पर्यटन, गायत्री राठौड़ ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना के तहत प्रदेश में स्वीकृत 8 प्रोजेक्ट्स में से 5 लाइट एंड साउंड शो तथा लेज़र वाटर शो का लोकार्पण किया गया है। शेष 3 स्थानों पर भी जल्द ही ये शो शुरू होंगे।
- उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से राजस्थान को पर्यटन के क्षेत्र में इंडिया टुडे टूरिज्म अवार्ड-2021 में बेस्ट आईकोनिक लैंडस्केप डेस्टीनेशन अवार्ड, बेस्ट फेस्टीवल डेस्टीनेशन अवार्ड, ट्रैवल एंड लीजर इंडियाज बेस्ट अवार्ड-2021 में सर्वश्रेष्ठ राज्य तथा सर्वश्रेष्ठ वेडिंग डेस्टीनेशन सहित कई अन्य पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
राजस्थान Switch to English
आशा पाराशर के कथा संग्रह ‘आदमखोर’का विमोचन
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को जयपुर की कलानेरी आर्ट गैलरी में आशा पाराशर के पहले कहानी संग्रह ‘आदमखोर’का विमोचन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. शारदा कृष्ण ने कहा कि लेखिका आशा पाराशर ने अपनी कहानियों में समाज के जिन विषयों को उठाया है, वह प्रशंसनीय है।
- वरिष्ठ रंगकर्मी और लेखक डॉ. अशोक राही ने कहा कि आशा पाराशर की कहानियाँ समाज का आईना हैं। कथा संग्रह की प्रत्येक कहानी प्रभावित करती है और जीवन के प्रति लेखिका के एक बिल्कुल भिन्न दृष्टिकोण को सामने लाती है। ये कहानियाँ पाठकों को मानसिक रूप से उद्वेलित करती हैं और समाज की वास्तविकताओं तथा विसंगतियों के बारे में सोचने के लिये मज़बूर करती हैं।
- हिन्दी प्रचार संस्थान के अध्यक्ष डॉ. अखिल शुक्ला ने कहा कि सामाजिक संदेश देती लेखिका की कहानियाँ जीवन के विभिन्न चरित्रों की वास्तविकता को प्रदर्शित करने वाली हैं। सभी कहानियाँ पठनीय और संदेशपरक हैं।
- वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. आशा शर्मा ने कहा कि सभी कहानियाँ भावप्रवण हैं और मानवीय संवेदनाओं को जगाने वाली हैं। समाज के किसी-न-किसी गंभीर विषय को उठाती ये कहानियाँ लेखिका की सामाजिक सरोकारों के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती हैं।
- लेखिका आशा पाराशर ने अपनी पुस्तक के बारे में बताया कि अपनी कहानियों में उन्होंने शहरी मध्यवर्ग की कथाओं को ज़िंदा करने की कोशिश की है। उनकी कहानियाँ आम आदमी की संक्षिप्त आत्मकथाएँ हैं। उन्होंने बताया कि इस संग्रह में कुल 23 कहानियाँ हैं। हिन्दी कहानियों की यह उनकी प्रथम पुस्तक है।
राजस्थान Switch to English
नीति आयोग स्वास्थ्य सूचकांक 2021 में राजस्थान
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने 2019-20 के लिये अपने स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया, जिसमें समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के आधार पर राज्यों की रैंकिंग की गई। इसमें बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में राजस्थान 16वें स्थान पर है, वहीं केरल शीर्ष पर है।
प्रमुख बिंदु
- रिपोर्ट को तीन भागों में बाँटा गया था- बड़े राज्य, छोटे राज्य और केंद्रशासित प्रदेश। छोटे राज्यों में मिज़ोरम सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य रहा जबकि नागालैंड सबसे नीचे रहा।
- नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रशासित प्रदेशों में चंडीगढ़ शीर्ष पर है, उसके बाद दादरा और नगर हवेली दूसरे नंबर पर तथा दिल्ली तीसरे नंबर पर है।
- बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में राजस्थान 41.33 स्कोर के साथ 19 राज्यों में 16वें स्थान पर है। वहीं केरल 82.20 स्कोर के साथ पहले, तमिलनाडु 72.42 स्कोर के साथ दुसरे एवं तेलंगाना 69.96 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
- नीति आयोग का स्वास्थ्य सूचकांक एक भारित समग्र स्कोर है, जिसमें स्वास्थ्य प्रदर्शन के प्रमुख पहलुओं को शामिल करते हुए 24 संकेतक हैं।
मध्य प्रदेश Switch to English
पँश्री डॉ. कपिल तिवारी ने किया हैंडलूम एक्सपो का शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को भोपाल हाट में पँश्री डॉ. कपिल तिवारी, अपर मुख्य सचिव जे.एन. कंसोटिया और खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की प्रबंध संचालक अनुभा श्रीवास्तव ने नेशनल हैंडलूम एक्सपो 2021-22 का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- यह हैंडलूम एक्सपो 9 जनवरी, 2022 तक चलेगा, जो सैलानियों के लिये दोपहर 12 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुला रहेगा।
- यहाँ विभिन्न 15 राज्यों की सांस्कृतिक छटा देखने को मिलेगी। इसमें मध्य प्रदेश सहित हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, कर्नाटक एवं दक्षिण भारत के बुनकर अपने हुनर का प्रदर्शन कर रहे हैं।
- विभिन्न स्टॉल पर देश के राज्यों के उत्पाद मौजूद है। हैंडलूम एक्सपो संत रविदास मध्य प्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम, भोपाल तथा भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के तत्वावधान में हो रहा है। इसमें नियमित सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होंगी। एक्स पो के पहले दिन दक्षिण शैली के नृत्य की प्रस्तुति हुई।
मध्य प्रदेश Switch to English
नीति आयोग स्वास्थ्य सूचकांक 2021 में मध्य प्रदेश
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने 2019-20 के लिये अपने स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया, जिसमें समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के आधार पर राज्यों की रैंकिंग की गई। इसमें बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में मध्य प्रदेश 17वें स्थान पर है, वहीं केरल शीर्ष पर है।
प्रमुख बिंदु
- रिपोर्ट को तीन भागों में बाँटा गया था- बड़े राज्य, छोटे राज्य और केंद्रशासित प्रदेश। छोटे राज्यों में मिज़ोरम सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य रहा जबकि नागालैंड सबसे नीचे रहा।
- नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रशासित प्रदेशों में चंडीगढ़ शीर्ष पर है, उसके बाद दादरा और नगर हवेली दूसरे नंबर पर तथा दिल्ली तीसरे नंबर पर है।
- बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में मध्य प्रदेश 36.72 स्कोर के साथ 19 राज्यों में 17वें स्थान पर है। वहीं केरल 82.20 स्कोर के साथ पहले, तमिलनाडु 72.42 स्कोर के साथ दुसरे एवं तेलंगाना 69.96 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
- नीति आयोग का स्वास्थ्य सूचकांक एक भारित समग्र स्कोर है, जिसमें स्वास्थ्य प्रदर्शन के प्रमुख पहलुओं को शामिल करते हुए 24 संकेतक हैं।
हरियाणा Switch to English
मुख्यमंत्री ने किया एकीकृत पैक हाउस एवं फसल समूह केंद्र का उद्घाटन
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने करनाल ज़िला के तरावड़ी में किसान समृद्धि शिविर और करीब साढ़े 5 करोड़ रुपए की लागत से तैयार एकीकृत पैक हाउस एवं फसल समूह केंद्र का उद्घाटन किया। इसमें किसानों द्वारा उत्पादित सब्जियाँ लंबे तक स्टोर की जा सकेंगी, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिल सकेगा।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पैक हाउस में सब्जियों की धुलाई, छँटाई, सफाई, पैकिंग तथा कोल्ड स्टोरेज की सुविधा है, जिससे सब्जियाँ लंबे समय तक सुरक्षित रह सकती हैं। इससे किसानों के साथ-साथ खेतों में काम करने वाले मज़दूरों की आय में भी बढ़ोतरी होगी।
- तरावड़ी के इस पैक हाउस के निर्माण से 272 किसानों के समूह ‘किसान उत्पाद संघ’ द्वारा करीब 600-700 एकड़ में उगाई जाने वाली सब्जियों की स्टोरेज में सहायता मिलेगी।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के मकसद से कृषि विविधीकरण और किसानों को प्रोत्साहित करने में यह पैक हाउस महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।
- प्रदेश का यह 7वाँ पैक हाउस है, जिसके लिये सरकार ने साढ़े 5 करोड़ रुपए का ऋण दिया है, जिस पर लगभग 4 करोड़ रुपए की सब्सिडी मिल जाएगी। हरियाणा सरकार द्वारा छोटे किसानों को प्रोत्साहित करने के लिये भी इस प्रकार के ऋण दिये जा रहे हैं, जिन पर भारी सब्सिडी दी जाती है।
- उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस प्रकार के 50 और पैक हाउस एवं फसल समूह केंद्रों की स्थापना की जाएगी, जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी। राज्य के किसानों को इस तरह के पैक हाउस बनाने हेतु प्रोत्साहित करने के लिये 70 से 80 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है, जिससे उन्हें और अधिक सशक्त होने में सहायता मिलती है।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हरियाणा प्रगतिशील किसान सम्मान योजना तथा सेम एवं कलर ग्रस्त भूमि सुधार योजना पोर्टल का शुभारंभ भी किया, जिस पर किसान स्वयं को पंजीकृत कर लाभ उठा सकते हैं।
हरियाणा Switch to English
अंबाला के नग्गल में होगी उत्तर भारत की पहली राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की ब्रांच की स्थापना
चर्चा में क्यों?
26 दिसंबर, 2021 को हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि अंबाला के नग्गल में उत्तर भारत की पहली राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की ब्रांच की स्थापना की जाएगी। उत्तर भारत में यह अपनी तरह की पहली ब्रांच होगी, जहाँ कई गंभीर, नए रोग एवं वायरस की जाँच और उनके आँकड़ों का विश्लेषण किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि इसकी स्थापना के लिये 2.03 करोड़ रुपए की लागत से ज़मीन की रजिस्ट्री स्वास्थ्य विभाग के नाम कर दी गई है और अब भविष्य में एनसीडीसी ब्रांच की स्थापना का कार्य तेज़ी से हो सकेगा।
- उन्होंने कहा कि यह आधुनिक उपकरणों से लैस अत्याधुनिक लैब होगी, जिसमें नई बीमारियों की पहचान, उनके विश्लेषण एवं रोकथाम के तरीकों पर कार्य किया जा सकेगा। नीपा वायरस, जीका वायरस, रेबीज, जूनाटिक रोग, कोविड-19, ओमीक्रॉन, हेपेटाइटिस के अलावा अन्य गंभीर वायरस की जाँच और सभी प्रकार के नए टेस्ट यहाँ इस लैब में हो पाएंगे।
- उन्होंने बताया कि यह अपने आप में एक अलग ब्रांच होगी और इसकी स्थापना में राज्य व केंद्र सरकार की संयुक्त तौर पर भूमिका है। एनसीडीसी में एकीकृत रोग निगरानी व शोध कार्यों को बढ़ावा, पर्यावरणीय बदलाव पर अध्ययन, प्रयोगशाला में गुणवत्ता एवं क्षमता का निर्माण इत्यादि गतिविधियों पर प्रमुखता से काम किया जाएगा।
- यह केंद्र विभिन्न वैक्सीन, दवाइयों व अन्य नैदानिक किट की उपलब्धता के लिये कार्य करेगा। महामारी वैज्ञानिकों, सूक्ष्म जीव वैज्ञानिकों व प्रयोगशाला तकनीशियनों के लिये एक अच्छे प्रशिक्षण केंद्र के तौर पर भी इसे विकसित किया जाएगा। यहाँ पर एनसीडीसी की देखरेख स्टाफ एवं अन्य कई नियुक्तियाँ भी की जाएंगी, ताकि कार्य बेहतर प्रकार से हो सके।
- राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र दिल्ली की जॉइंट डायरेक्टर डा. शिखा वरधान और अंबाला के सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि तीन चरणों में एनसीडीसी ब्रांच का निर्माण पूरा किया जाएगा। पहले और दूसरे चरण में बिल्डिंग का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा, जिसके बाद तीसरे चरण में लैब की स्थापना होगी।
- यहाँ पर करोड़ों रुपए की लागत से आधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे, जिनमें बॉयो सेफ्टी केबिनेट, इन्क्यूबेटर, नॉन रेफ्रिजरेट सेंट्रीफ्यूज, कोल्ड सेंट्रीफ्यूज, रियल टाइम पीसीआर मशीन, ड्राइ ब्लॉक इनक्यूबेटर, रेफ्रिजरेटर, ऑटोक्लेव, हॉट एयर ओवन, डीप फ्रीजर, ट्रेनिंग माइक्रोस्कोप, लाइट माइक्रोस्कोप कम्पाउंड, एलीसा रीडर विद वॉशर, माइक्रोपिपटीस्ट ऑफ ऑल साइज, मिली-क्यू वॉटर प्योरीफायर एवं अन्य उपकरण होंगे।
- महामारी विज्ञान के साथ राज्य निगरानी इकाई, आपातकालीन संचालन केंद्र (ईओसी), बीएसएल 2 सुविधा के साथ माइक्रोबायोलॉजी (वायरोलॉजी, बैक्टीरियोलॉजी, जूनोटिक रोगजनकों और परजीवी विज्ञान) और कीट विज्ञान आदि की जाँच होगी।
हरियाणा Switch to English
नीति आयोग स्वास्थ्य सूचकांक 2021 में हरियाणा
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने 2019-20 के लिये अपने स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया, जिसमें समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के आधार पर राज्यों की रैंकिंग की गई। इसमें बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में हरियाणा 11वें स्थान पर है, वहीं केरल शीर्ष पर है।
प्रमुख बिंदु
- रिपोर्ट को तीन भागों में बाँटा गया था- बड़े राज्य, छोटे राज्य और केंद्रशासित प्रदेश। छोटे राज्यों में मिज़ोरम सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य रहा जबकि नागालैंड सबसे नीचे रहा।
- नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रशासित प्रदेशों में चंडीगढ़ शीर्ष पर है, उसके बाद दादरा और नगर हवेली दूसरे नंबर पर तथा दिल्ली तीसरे नंबर पर है।
- बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में हरियाणा 49.26 स्कोर के साथ 19 राज्यों में 11वें स्थान पर है। वहीं केरल 82.20 स्कोर के साथ पहले, तमिलनाडु 72.42 स्कोर के साथ दुसरे एवं तेलंगाना 69.96 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
- नीति आयोग का स्वास्थ्य सूचकांक एक भारित समग्र स्कोर है, जिसमें स्वास्थ्य प्रदर्शन के प्रमुख पहलुओं को शामिल करते हुए 24 संकेतक हैं।
झारखंड Switch to English
मुख्यमंत्री आमंत्रण राज्यस्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता-2021 का समापन
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को मुख्यमंत्री आमंत्रण (बालक एवं बालिका) राज्यस्तरीय प्रतियोगिता-2021 का समापन हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री आमंत्रण (बालक एवं बालिका) राज्यस्तरीय प्रतियोगिता-2021 के फाइनल में पूर्वी सिंहभूम की बालिका वर्ग ने रामगढ़ की बालिका वर्ग को 4-2 से हराया, वहीं बालक वर्ग में भी पूर्वी सिंहभूम की टीम ने राँची की टीम को 3-2 से हराकर ट्रॉफी पर कब्ज़ा जमाया।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्यस्तरीय इस प्रतियोगिता में लगभग डेढ़ लाख बच्चों ने हिस्सा लिया है। राज्य में यह पहला मौका है, जब इतनी बड़ी संख्या में हमारे बच्चे ऐसे खेल आयोजन से जुड़े हैं।
- झारखंड के कई खिलाड़ियों ने अपने हुनर का लोहा मनवाते हुए देश और दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। यहाँ के कई खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में देश के लिये कप्तानी भी की है। यहां के खिलाड़ियों के हुनर और क्षमता को प्लेटफॉर्म देकर उनका मार्ग प्रशस्त करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
- इस प्रतियोगिता का आयोजन विगत एक माह पूर्व से ही किया गया था। इससे खिलाड़ियों में उत्साह जगा है और कई खिलाड़ी उभर कर सामने भी आए हैं। राज्य में अन्य खेलों के साथ फुटबॉल खेल एवं खिलाड़ियों को बढ़ावा देने हेतु निरंतर प्रयास किया जा रहा है।
- इस मौके पर मुख्यमंत्री ने फाइनल मैच के बालक तथा बालिका वर्ग की विनर टीम तथा रनर टीम के प्रतिभागियों को मेडल, नगद पुरस्कार राशि तथा खेल किट इत्यादि देकर सम्मानित किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रतियोगिता के सफल आयोजन में अपनी महती भूमिका निभाने वाले टेक्निकल सपोर्ट पर्सन को भी सम्मानित किया।
झारखंड Switch to English
नीति आयोग स्वास्थ्य सूचकांक 2021 में झारखंड
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने 2019-20 के लिये अपने स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया, जिसमें समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के आधार पर राज्यों की रैंकिंग की गई। इसमें बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में झारखंड 13वें स्थान पर है, वहीं केरल शीर्ष पर है।
प्रमुख बिंदु
- रिपोर्ट को तीन भागों में बाँटा गया था- बड़े राज्य, छोटे राज्य और केंद्रशासित प्रदेश। छोटे राज्यों में मिज़ोरम सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य रहा जबकि नागालैंड सबसे नीचे रहा।
- नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रशासित प्रदेशों में चंडीगढ़ शीर्ष पर है, उसके बाद दादरा और नगर हवेली दूसरे नंबर पर तथा दिल्ली तीसरे नंबर पर है।
- बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में झारखंड 47.55 स्कोर के साथ 19 राज्यों में 13वें स्थान पर है। वहीं केरल 82.20 स्कोर के साथ पहले, तमिलनाडु 72.42 स्कोर के साथ दुसरे एवं तेलंगाना 69.96 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
- नीति आयोग का स्वास्थ्य सूचकांक एक भारित समग्र स्कोर है, जिसमें स्वास्थ्य प्रदर्शन के प्रमुख पहलुओं को शामिल करते हुए 24 संकेतक हैं।
छत्तीसगढ़ Switch to English
‘कहत कबीर’ पुस्तक
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में संत कबीर के दोहों पर केंद्रित पुस्तक ‘कहत कबीर’का विमोचन किया।
प्रमुख बिंदु
- कबीर विकास संचार अध्ययन केंद्र, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में पहली बार संत कबीर के 24 लोकप्रिय दोहों को कार्टून के माध्यम से व्यक्त किया गया है।
- मुख्यमंत्री ने इस पुस्तक में किये गए अभिनव प्रयोग की सराहना करते हुए कहा कि संत कबीर के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने में यह प्रयास सार्थक साबित होगा।
- पुस्तक के प्रकाशन पर कबीर शोध संस्थान के अध्यक्ष कुणाल शुक्ला ने बताया कि इस पुस्तक में संत कबीर के 24 दोहों पर आधारित 24 व्यंग चित्र हैं, जो अनूठे हैं। नई पीढ़ी को कबीर के दोहों को समझने में यह पुस्तक सहयोगी साबित होगी।
छत्तीसगढ़ Switch to English
देश का प्रथम ‘स्वदेशी ज्ञान अध्ययन केंद्र’
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश के डॉ. हरी सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर में प्रारंभ किये गए देश के प्रथम स्वदेशी ज्ञान अध्ययन केंद्र के संचालन के लिये छत्तीसगढ़ परंपरागत वनौषधि प्रशिक्षित वैद्य संघ द्वारा सहयोग और मार्गदर्शन दिया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- पारंपरिक वैद्यकीय ज्ञान आधारित चिकित्सा पद्धति की वैज्ञानिक प्रामाणिकता सिद्ध करने एवं दुर्लभ वनौषधियों के संरक्षण, संवर्धन एवं विकास के उद्देश्य से यह अध्ययन केंद्र प्रारंभ किया गया है।
- इस केंद्र के संचालन के लिये छत्तीसगढ़ परंपरागत वनौषधि प्रशिक्षित वैद्य संघ और डॉं. हरी सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर के बीच 24 दिसंबर को एमओयू किया गया था।
- डॉ. हरी सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर की कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने अध्ययन केंद्र के शुभारंभ अवसर पर कहा कि इस केंद्र के संचालन के लिये विश्वविद्यालय हर संभव मदद करेगा और यहाँ विलुप्त हो रहीं वनौषधियों के संरक्षण केंद्र के लिये विश्वविद्यालय परिसर में ही 10-20 एकड़ भूमि आवश्यकता अनुसार उपलब्ध कराई जाएगी।
- लोक स्वास्थ्य परंपरा संवर्धन अभियान भारत के राष्ट्रीय समन्वयक वैद्य निर्मल अवस्थी ने बताया कि यह केंद्र सरकार के सहयोग से संचालित किया जाएगा। भारत का यह ऐसा पहला स्वदेशी ज्ञान अध्ययन केंद्र होगा, जहाँ संपूर्ण भारत की लोक स्वास्थ्य परंपरा की वैज्ञानिक प्रामाणिकता सिद्ध करने हेतु पहल की जाएगी। विश्वविद्यालय में इसके लिये अलग से विभाग बनाया गया है, जिसे यूजीसी से मान्यता मिल चुकी है।
- इस अध्ययन केंद्र में विद्यार्थियों को अनुसंधान हेतु मदद एवं पारंपरिक वैद्यों की उपचार पद्धति को वैज्ञानिक प्रमाणिकता मिल सकेगी। यह कार्य वैद्यों के परिवार की सतत् आजीविका विकास में सहायक सिद्ध होगा, दूसरी ओर आम जनमानस को असाध्य बीमारियों में वनौषधि चिकित्सा पद्धति का लाभ मिल सकेगा।
- अवस्थी ने बताया कि इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश के 25 ख्यातिप्राप्त पारंपरिक नाड़ी विशेषज्ञ वैद्य शामिल हुए। बस्तर, बिलासपुर एवं रायपुर के ख्यातिप्राप्त पारंपरिक वैद्यों ने आँखों से जाला निकाल कर वैज्ञानिकों को हतप्रभ कर दिया।
छत्तीसगढ़ Switch to English
नीति आयोग स्वास्थ्य सूचकांक 2021 में छत्तीसगढ़
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने 2019-20 के लिये अपने स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया, जिसमें समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के आधार पर राज्यों की रैंकिंग की गई। इसमें बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में छत्तीसगढ़ 10वें स्थान पर है, वहीं केरल शीर्ष पर है।
प्रमुख बिंदु
- रिपोर्ट को तीन भागों में बाँटा गया था- बड़े राज्य, छोटे राज्य और केंद्रशासित प्रदेश। छोटे राज्यों में मिज़ोरम सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य रहा जबकि नागालैंड सबसे नीचे रहा।
- नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रशासित प्रदेशों में चंडीगढ़ शीर्ष पर है, उसके बाद दादरा और नगर हवेली दूसरे नंबर पर तथा दिल्ली तीसरे नंबर पर है।
- बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में छत्तीसगढ़ 50.70 स्कोर के साथ 19 राज्यों में 10वें स्थान पर है। वहीं केरल 82.20 स्कोर के साथ पहले, तमिलनाडु 72.42 स्कोर के साथ दुसरे एवं तेलंगाना 69.96 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
- नीति आयोग का स्वास्थ्य सूचकांक एक भारित समग्र स्कोर है, जिसमें स्वास्थ्य प्रदर्शन के प्रमुख पहलुओं को शामिल करते हुए 24 संकेतक हैं।
उत्तराखंड Switch to English
नीति आयोग स्वास्थ्य सूचकांक 2021 में उत्तराखंड
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2021 को सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने 2019-20 के लिये अपने स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया, जिसमें समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के आधार पर राज्यों की रैंकिंग की गई। इसमें बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में उत्तराखंड 15वें स्थान पर है, वहीं केरल शीर्ष पर है।
प्रमुख बिंदु
- रिपोर्ट को तीन भागों में बाँटा गया था- बड़े राज्य, छोटे राज्य और केंद्रशासित प्रदेश। छोटे राज्यों में मिज़ोरम सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य रहा जबकि नागालैंड सबसे नीचे रहा।
- नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रशासित प्रदेशों में चंडीगढ़ शीर्ष पर है, उसके बाद दादरा और नगर हवेली दूसरे नंबर पर तथा दिल्ली तीसरे नंबर पर है।
- बड़े राज्यों में समग्र स्वास्थ्य प्रदर्शन के मामले में उत्तराखंड 44.21 स्कोर के साथ 19 राज्यों में 15वें स्थान पर है। वही केरल 82.20 स्कोर के साथ पहले, तमिलनाडु 72.42 स्कोर के साथ दुसरे एवं तेलंगाना 69.96 स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
- नीति आयोग का स्वास्थ्य सूचकांक एक भारित समग्र स्कोर है, जिसमें स्वास्थ्य प्रदर्शन के प्रमुख पहलुओं को शामिल करते हुए 24 संकेतक हैं।
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