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सरमोली को मिला देश के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव का पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
- 27 सितंबर, 2023 को ‘राष्ट्रीय पर्यटन दिवस’के अवसर पर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंड के सरमोली को देश के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव का पुरस्कार प्रदान किया गया।
प्रमुख बिंदु
- पर्यटन मंत्रालय के ग्रामीण पर्यटन भारत की नोडल अधिकारी कामाक्षी माहेश्वरी ने गाँव की सरपंच मल्लिका विर्दी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
- पर्यटन मंत्रालय द्वारा एक बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान की योजना बनाई गई है। भारत सरकार ने स्वच्छता अभियान के शुभारंभ के लिये 108 पर्यटक स्थानों की पहचान की। यह अभियान इन 108 स्थलों के साथ-साथ अन्य पर्यटक महत्त्व के स्थानों पर भी चलाया जाएगा।
- अभियान का उद्देश्य कूड़े की सफाई, स्वच्छता सुनिश्चित करना और एकल उपयोग प्लास्टिक (एसयूपी) पर प्रतिबंध लगाना और पर्यावरण के अनुकूल पदार्थों के उपयोग को बढ़ावा देना है। व्यापक पहुँच के लिये, स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों और युवा पर्यटन क्लब (वाईटीसी) के सदस्यों को भी शामिल किया गया है।
- पर्यटन के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत और सतत् विकास को बढ़ावा देने और संरक्षण के लिये सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण पर्यटन ग्राम पुरस्कार दिये गए, जिनमें देशभर से 35 ग्रामीण पर्यटन गाँव क्रमश: 5, 10 और 20 गाँवों के साथ स्वर्ण, रजत और कांस्य श्रेणियों में शामिल थे। इनमें उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले के सरमोली गाँव को स्वर्ण पदक दिया गया।
- विदित है कि वर्ष 2004 में सरमोली गाँव की सरपंच मल्लिका विर्दी के मार्गदर्शन में सामुदायिक आधारित होम स्टे और प्रकृति कार्यक्रम शुरू किया गया था। मल्लिका विर्दी दो बार (2004 से 2010 और 2017 से 2022) वन पंचायत की सरपंच रहीं। उनके नेतृत्व में प्रकृति पर्यटन को बढ़ावा देने, जंगल और जल संरक्षण के प्रयासों को बढ़ाने का कार्य किया गया। उन्होंने जंगल और विशेष रूप से मेसर कुंड को पुनर्जीवित करने के प्रयास किये थे।
- वर्ष 2007 से मेसर वन कौतिक नामक एक लोकप्रिय वन मेले के साथ-साथ हिमाल कलासूत्र नामक एक प्रकृति और संस्कृति उत्सव आयोजित करना शुरू किया। हिमाल कलासूत्र के दौरान, पक्षी उत्सव, तितली और कीट उत्सव, पारंपरिक भोजन उत्सव, डामो नगाड़ा ढोल उत्सव, खलिया चैलेंज नामक एक नवाचारी उच्च ऊँचाई मैराथन और कई ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जाते ।
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