इंदौर शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 11 नवंबर से शुरू   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

मध्य प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 28 Sep 2023
  • 0 min read
  • Switch Date:  
मध्य प्रदेश Switch to English

पर्यटन मंत्रालय की बेस्ट टूरिज्म विलेज प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश ने जीते दो अवॉर्ड

चर्चा में क्यों?

  • 27 सितंबर, 2023 को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटन मंत्रालय की बेस्ट टूरिज्म विलेज प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश ने फिर से शीर्ष स्थान हासिल करते हुए दो अवॉर्ड जीते हैं। प्रदेश के ग्राम मडला और खोखरा 2023 के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव के रूप में चुने गए हैं।

प्रमुख बिंदु

  • नई दिल्ली के भारत मंडपम् कन्वेंशन सेंटर में पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में पन्ना ज़िले के मडला ग्राम को स्वर्ण श्रेणी में और सीधी ज़िले के खोखरा ग्राम को कांस्य श्रेणी में सम्मानित किया गया है।
  • सम्मान समारोह में सचिव, पर्यटन, भारत सरकार सुश्री वी. विद्यावती द्वारा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की ओर से अपर प्रबंध संचालक विवेक श्रोत्रिय और संचालक कौशल डॉ. मनोज कुमार सिंह ने पुरस्कार ग्रहण किया।
  • उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार और ग्रामीण पर्यटन और ग्रामीण होम-स्टे के लिये केंद्रीय नोडल एजेंसी द्वारा बेस्ट टूरिज्म विलेज प्रतियोगिता आयोजित की गई थी।
  • प्रतियोगिता में 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 795 ग्रामों द्वारा आवेदन प्राप्त हुए थे। इसमें से 35 ग्रामों को स्वर्ण श्रेणी में नामांकित किया गया। इन 35 ग्रामों में से शीर्ष 5 ग्रामों को स्वर्ण श्रेणी में सम्मानित किया गया, जिसमें मध्य प्रदेश का मडला ग्राम भी शामिल है। 10 ग्रामों को रजत और 20 ग्रामों को कांस्य श्रेणी में पुरस्कृत किया गया।
  • पन्ना का मडला और सीधी का खोखरा ग्राम
    • पन्ना का मडला गाँव, खूबसूरत केन नदी के किनारे स्थित है, जो कि पन्ना टाइगर रिज़र्व का एक गेट भी है। सीधी का खोखरा गाँव, संजय दूबरी टाइगर रिज़र्व के बफर क्षेत्र में स्थित है।
    • दोनो गाँव ग्रामीण पर्यटन भ्रमण, होम-स्टे अनुभव, स्थानीय भोजन, कला और शिल्प में अनूठे हैं। समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सौंदर्य इन ग्रामों की विशेषता है।
  • रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन की ग्रामीण पर्यटन परियोजना
    • मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड न केवल पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाने के लिये कार्यरत् है, अपितु संतुलित और संवहनीय पर्यटन को बढ़ावा देने का कार्य कर रहा है। यह सामाजिक-आर्थिक विकास को सक्षम कर मध्य प्रदेश को संपूर्ण पर्यटन अनुभव कराने वाले गंतव्य के रूप में स्थापित करता है।
    • इसी उद्देश्य को ध्यान में रख टूरिज्म बोर्ड द्वारा रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन का संचालन किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत ग्रामीण पर्यटन परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
    • मध्य प्रदेश को विभिन्न सांस्कृतिक और भौगोलिक विशेषताओं के कारण बघेलखंड, बुंदेलखंड, चंबल, मालवा, निमाड़ और महाकौशल जैसे छ: प्रमुख सांस्कृतिक अनुभव क्षेत्रों में विभाजित किया गया है। इन क्षेत्रों में प्रचलित पर्यटन स्थलों के समीपस्थ 100 ग्रामों में ग्रामीण पर्यटन परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
    • इन ग्रामों में स्थानीय भ्रमण, स्थानीय वास्तुकला आधारित आवास, गैर-रासायनिक परंपरागत भोजन, कला एवं शिल्प, स्थानीय भ्रमण, सुविधाजनक आवास, स्थानीय भोजन, स्थानीय सांस्कृतिक अनुभव तथा लोकगीत, लोक नृत्य, खेल-कूद, पूजा, उत्सव एवं त्योहारों का अनुभव, कला एवं हस्तकला का अनुभव एवं पर्यटन की आवश्यकतानुसार स्थानीय लोगों का कौशल उन्नयन जैसे 6 प्रमुख अंगों के लिये ग्रामीण पर्यटन के अंतर्गत कार्य किया जा रहा है। मडला और खोखरा गाँव ग्रामीण पर्यटन परियोजना के तहत नवीन विकसित गाँव हैं।


मध्य प्रदेश Switch to English

प्रदेश की तीसरी मेट्रो सिटी बनेगा जबलपुर

चर्चा में क्यों?

  • 27 सितंबर, 2023 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर शहर को हज़ारों करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगातें देते हुए कहा कि जबलपुर को इंदौर और भोपाल के बाद मेट्रो सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री ने कहा कि जबलपुर के विकास के कार्य निरंतर किये जा रहे हैं। जबलपुर को मेट्रो सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। यहाँ मेट्रो का जाल बिछाया जाएगा, जो इसके विकास में अहम भूमिका निभाएगा।
  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर में 155 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित किये गए फ्लाई-ओवर के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
  • उन्होंने कहा कि जबलपुर शहर में 5 हज़ार करोड़ रुपए की लागत से 116 किमी. के रिंग रोड निर्मित किये जाएंगे। जबलपुर में 1100 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले फ्लाई-ओवर्स से शहर की तस्वीर बदल जाएगी।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि यहाँ 450 करोड़ रुपए की लागत से एयरपोर्ट टर्मिनल, 300 करोड़ रुपए की लागत से रेलवे स्टेशन, 200 करोड़ रुपए की लागत से टेक्नोलॉजी सेंटर, 200 करोड़ रुपए की लागत से आई.टी. पार्क, 125 करोड़ रुपए की लागत से मदन महल टर्मिनल, 100 करोड़ रुपए की लागत से जियोलॉजिकल पार्क और 48 करोड़ रुपए की लागत से रियल साइंस सेंटर बनेगा।
  • मदन महल के प्रस्तावित संग्रहालय में वीरांगना रानी दुर्गावती की 52 फीट ऊँची प्रतिमा स्थापित होगी। इसके साथ ही 100 करोड़ रुपए की लागत से रानी दुर्गावती का भव्य स्मारक भी बनेगा, जो उनके शौर्य और वीरता के साथ आन-बान-शान का प्रतीक होगा।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकार्पित किये गये फ्लाई-ओवर को वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम से जाना जाएगा और जबलपुर में बरेला को तहसील तथा मझगवाँ को नगर पंचायत बनाया जाएगा।


 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2