मध्य प्रदेश Switch to English
कोई न छूटे टीकाकरण महाभियान-4
चर्चा में क्यों?
27 सितंबर, 2021 को मध्य प्रदेश में 18 वर्ष आयु के सभी पात्र व्यक्तियों को वैक्सीन की प्रथम डोज लगाने के लिये कोई न छूटे टीकाकरण महाभियान-4 चलाया गया। प्रदेश में 11 हज़ार 472 टीकाकरण केंद्रों पर रात्रि 9.30 बजे तक 12 लाख 3 हज़ार 612 नागरिकों को वैक्सीन लगाई गई।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेशवासियों को कोरोना से सुरक्षा कवच देने के लिये वैक्सीनेशन महाभियान चलाया गया है। सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश के प्रत्येक पात्र व्यक्ति को वैक्सीन की पहली डोज लग जाए। ‘कोई न छूटे टीकाकरण महाभियान-4’ का आयोजन इस दिशा में उठाया गया महत्त्वपूर्ण कदम है।
- मध्य प्रदेश के सभी ज़िलों में कोई न छूटे टीकाकरण महाभियान-4 में डोर-टू-डोर सर्वे कर वैक्सीन की पहली डोज से वंचित रहे लोगों को वैक्सीन डोज लगाई गई। इसके लिये 57 हज़ार 360 टीकाकर्मियों और 5 हज़ार सुपरवाइजरों की ड्यूटी लगाई गई।
- ऐसे व्यक्ति, जो शारीरिक असमर्थता अथवा अन्य ऐसे ही कारण से टीकाकरण केंद्र नहीं पहुँच पा रहे, उनके लिये 1378 मोबाइल टीम द्वारा टीकाकरण किया गया। टोल-फ्री नंबर 104 और 1075 के माध्यम से लोगों को लगातार सहायता उपलब्ध कराने का कार्य भी किया गया।
- कोरोना संक्रमण से प्रदेश के हर नागरिक को वैक्सीन का सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिये ज़िला, ब्लॉक एवं ग्राम और वार्डस्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के सदस्यों ने भी महाभियान में सक्रिय भूमिका निभाई। समिति के सदस्यों ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जन-जागरूकता का काम करते हुए टीकाकरण केंद्रों पर प्रेरक की भूमिका का निर्वहन भी किया।
- अभी तक प्रदेश की 86% पात्र जनसंख्या को वैक्सीन की प्रथम डोज लग चुकी है। मध्य प्रदेश पहली डोज लगाने में देश में पहले स्थान पर है। मध्य प्रदेश में 26 सितंबर तक 6 करोड़ 11 लाख 23 हज़ार 864 कोरोना वैक्सीन के टीके लग चुके हैं।
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