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स्टेट पी.सी.एस.

  • 28 Aug 2023
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उत्तर प्रदेश Switch to English

भारत की अध्यक्षता में जी20 संस्कृति मंत्रियों की बैठक वाराणसी में संपन्न

चर्चा में क्यों?

26 अगस्त, 2023 को भारत की अध्यक्षता में जी20 संस्कृति मंत्रियों की बैठक वाराणसी में संपन्न हुई। बैठक में अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ जी20 सदस्यों और आमंत्रित देशों के संस्कृति मंत्रियों एवं गण्यमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

प्रमुख बिंदु

  • संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में, भारत की अध्यक्षता में जी20 संस्कृति कार्य समूह  भारत के सीडब्ल्यूजी द्वारा व्यक्त चार प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिये ठोस कार्य-उन्मुख परिणामों को आकार देने में लगा हुआ है।
  • यह चर्चा सीडब्ल्यूजी बैठकों, द्विपक्षीय सत्रों और वैश्विक विषयगत वेबिनार की एक श्रृंखला द्वारा निरंतर विचार-विमर्श के माध्यम से की जा रही है। संस्कृति मंत्रियों की बैठक (सीएमएम) पिछली बैठकों की सभी चर्चाओं, विचार-विमर्श और पहलों का निचोड़ थी।
  • जी20 संस्कृति मंत्रियों ने आज की बहुआयामी विकास चुनौतियों, जैसे- जलवायु परिवर्तन, बढ़ती असमानताओं और दूसरों के बीच डिजिटल परिवर्तन के प्रभाव को संबोधित करने के लिये संस्कृति की परिवर्तनकारी शक्ति का उपयोग करने पर सहमति व्यक्त की और अधिक समावेशी समाजों को आकार देने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया, जो सभी संस्कृतियों की विविधता और समान गरिमा की मान्यता के पूर्ण सम्मान पर आधारित हैं।
  • भारत के संस्कृति मंत्रियों की बैठक के परिणाम के दस्तावेज़ को ‘काशी संस्कृति मार्ग’का नाम दिया गया है। यह भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत जी20 संस्कृति कार्य समूह द्वारा व्यक्त प्राथमिकताओं पर जी20 संस्कृति मंत्रियों द्वारा की गई प्रतिबद्धताओं और आम सहमति का सारांश प्रस्तुत करता है।
  • जी20 एमओसी ने सर्वसम्मति से काशी संस्कृति मार्ग नामक परिणाम दस्तावेज़ को अपनाया है।
  • जी20 संस्कृति मंत्रियों की बैठक के दौरान जी20 संस्कृति मंत्रियों द्वारा रिपोर्ट ‘जी20 कल्चर: शेपिंग द ग्लोबल नैरेटिव फॉर इनक्लूसिव ग्रोथ’को लॉन्च किया गया। इसमें मार्च-अप्रैल 2023 के दौरान आयोजित भारतीय अध्यक्षता द्वारा व्यक्त की गई चार प्राथमिकताओं पर विशेषज्ञ-संचालित वैश्विक विषयगत वेबिनार की अंतर्दृष्टि और सिफारिशें शामिल हैं। यह सारगर्भित प्रकाशन भारत की जी20 अध्यक्षता में आयोजित वैश्विक विषयगत वेबिनार की कार्यवाही का डॉक्युमेंटेशन करता है।
  • संस्कृति मंत्रियों ने एक विशेष संस्करण डाक टिकट जारी किया। यह विशेष डाक टिकट हॉलमार्क अभियान ‘कल्चर यूनाइट्स ऑल’की स्मृति में लॉन्च किया गया था, जो भारत की जी20 प्रेसीडेंसी के तहत संस्कृति कार्य समूह की एक पहल थी। राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान, ‘संस्कृति सभी को एकजुट करती है’अभियान समावेशी विकास के लिये बहुपक्षवाद में भारत के अटूट विश्वास के प्रमाण के रूप में खड़ा रहा।
  • इसके बाद, संस्कृति मंत्रियों और प्रतिनिधियों ने भारत के जी20 अध्यक्षता के तहत संस्कृति कार्य समूह द्वारा आयोजित जी20 ऑर्केस्ट्रा- ‘सुर वसुधा’देखा। ‘सुर वसुधा’या धुनों का खजाना जी20 सदस्य देशों और अतिथि देशों के समृद्ध संगीत ज्ञान एवं विरासत का जश्न मनाता है।
  • ‘वसुधैव कुटुंबकम’ या ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’की भावना में, संगीत कार्यक्रम में जी20 सदस्य और अतिथि देशों के संगीत एवं संगीत वाद्ययंत्रों को शामिल किया गया। संगीतकारों के लिये इस साझा मंच का उद्देश्य समावेश और विविधता को बढ़ावा देना एवं संगीत के माध्यम से विचारों के आदान-प्रदान और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करना है।
  • संस्कृति मंत्रियों की बैठक के महत्त्वपूर्ण नतीजे उन महत्त्वाकांक्षी और सामूहिक कार्रवाइयों में शामिल होंगे, जिन पर जी20 लीडर्स सितंबर 2023 में जी20 नई दिल्ली शिखर सम्मेलन के दौरान चर्चा करेंगे।

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जोधपुर में राजस्थान प्रीमियर लीग शुरू

चर्चा में क्यों?

27 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर के बरकतुल्ला खाँ स्टेडियम में राजस्थान क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित राजस्थान प्रीमियर लीग (आरपीएल) का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर राज्यपाल कलराज मिश्र, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान प्रीमियर लीग की ट्रॉफी का अनावरण किया।
  • शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान प्रीमियर लीग खेल के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम है। आरपीएल के माध्यम से प्रदेश भर के प्रतिभावान क्रिकेटर्स को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिये उपयुक्त मंच मिलेगा।
  • मुख्यमंत्री ने आरपीएल के ब्रांड एंबेसेडर और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव को मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया।
  • मैदान में सभी छह टीमों के कप्तानों के साथ गायक रविंद्र उपाध्याय ने आरपीएल के थीम एंथम का गायन किया।

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राजस्थान की आशा रानी सुमन और शीला आसोपा का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयन

चर्चा में क्यों?

27 अगस्त, 2023 को राजस्थान के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रदेश की दो शिक्षिकाओं आशा रानी सुमन और शीला आसोपा का वर्ष 2023 के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयन हुआ है।

प्रमुख बिंदु

  • जानकारी के अनुसार आशा रानी सुमन राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय खारखंडा, (राजगढ़) अलवर की और शीला आसोपा राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, श्याम सदन, जोधपुर की शिक्षिका हैं।
  • शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला और शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान ने दोनों शिक्षिकाओं को नेशनल टीचर्स अवॉर्ड मिलने पर खुशी जताते हुए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि आशा रानी सुमन एवं शीला आसोपा की यह गौरवशाली उपलब्धि राजस्थान के शिक्षक समुदाय और शिक्षा जगत् ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लोगों के लिये गर्व का विषय है।
  • प्रदेश की इन दोनों शिक्षिकाओं को शिक्षक दिवस (5 सितंबर, 2023) पर नई दिल्ली में आयोजित विशेष समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा। उन्हें नेशनल अवॉर्ड के तहत सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट, 50 हज़ार रुपए की राशि और सिल्वर मेडल प्रदान किया जाएगा।


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अमृता देवी के नाम से होगा राज्य जीव-जंतु कल्याण बोर्ड का नाम

चर्चा में क्यों?

26 अगस्त, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य वन्यजीव मंडल की 14वीं बैठक को संबोधित करते हुए राज्य जीव-जंतु कल्याण बोर्ड का नाम अमृता देवी के नाम से करने की घोषणा की।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में वन एवं वन्यजीव संरक्षण को लेकर सराहनीय फैसले लिये जा रहे हैं। राज्य सरकार की नीतियों से आज प्रदेश में बाघों की संख्या 100 से अधिक हो चुकी है।
  • उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा 2022 में जारी की गई समीक्षा रिपोर्ट में रणथंभौर एवं सरिस्का टाइगर रिज़र्व की रेटिंग बेहतर हुई है। राज्य के कुल 29 कंजर्वेशन रिज़र्व में से 16 वर्तमान सरकार के कार्यकाल में बनाए गए हैं।
  • उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट, प्रोजेक्ट टाईगर आदि के माध्यम से देश में पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहन दिया। प्रोजेक्ट टाईगर में जोधपुर के कैलाश सांखला को पहला प्रोजेक्ट निदेशक नियुक्त किया गया।
  • पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इस दिशा में एन्वायरनमेंटल प्रोटेक्शन एक्ट, गंगा एक्शन प्लान एवं वेस्टलैंड डेवलपमेंट बोर्ड जैसे नवाचार किये। पूर्ववर्ती केंद्र सरकार नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एक्ट लेकर आई। इसी क्रम में राज्य सरकार भी राज्य के वन एवं वन्य जीवों को संरक्षित करने का कार्य कर रही है।
  • उन्होंने कहा कि राज्य के 6 टाईगर रिज़र्व में से 3 वर्तमान सरकार के कार्यकाल में बनाए गए हैं। प्रदेश में 10 हज़ार हेक्टेयर से अधिक का ग्रासलैंड विकसित किया जा रहा है। विभिन्न टाईगर रिज़र्व से 741 परिवारों का पुनर्वास किया गया है, जिससे मैन-वाइल्ड टकराव में कमी आई है।
  • ‘प्रोजेक्ट गोडावण’ के तहत इन्क्यूबेशन सेंटर में आर्टिफिशियल हेचिंग से गोडावण के अंडों से निकले बच्चों की दूसरी पीढ़ी के बच्चे भी हो चुके हैं।
  • मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य जीव-जंतु कल्याण बोर्ड का नाम अमृता देवी के नाम से करने की घोषणा करते हुए कहा कि अमृता देवी का बलिदान सभी को पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा देता है।
  • बैठक में बताया गया कि प्रदेश में सोलर पंप लगाकर वनों में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था, वन्यजीवों हेतु कॉरिडोर्स के निर्माण, 18 नए संरक्षित क्षेत्रों का गठन, विशेष बाघ संरक्षण बल की स्थापना जैसे निर्णय लिये गए हैं। 2018 की तुलना में संरक्षित क्षेत्रों का क्षेत्रफल 11243 वर्ग किमी. से बढ़कर 13595 वर्ग किमी. हो गया है।
  • बैठक में बताया गया कि मुकुंदरा, सरिस्का व रणथंभौर बाघ आरक्षित के कोर एवं बफर क्षेत्र के विस्तार हेतु राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण से स्वीकृतियाँ प्राप्त की गई है। साथ ही कुंभलगढ़ टाईगर रिज़र्व के लिये सैद्धांतिक स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।
  • वन एवं पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल ने कहा कि गत कुछ महीनों में राज्य सरकार द्वारा 53 वेटलैंड नोटिफाई किये गए हैं। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (हॉफ) मुनेश कुमार गर्ग ने कहा कि वन विभाग को आवंटित बजट में अभूतपूर्व बढोतरी की गई है, जिससे ग्रासलैंड, वेटलैंड इत्यादि नवीन क्षेत्रों में काम किया जा रहा है।
  • मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न अभयारण्यों में फिजिबिलिटी एनालिसिस करके विभिन्न प्रजातियों का ट्रांसलोकेशन किया जा रहा है। अनुभवी पशु चिकित्सकों द्वारा इनकी पॉपुलेशन ग्रोथ की मॉनिटरिंग की जा रही है। भेड़ियों के संरक्षण-प्रजनन में राज्य देश में अग्रणी है।


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जोधपुर में बनेगा एमआईसीई सेंटर

चर्चा में क्यों?

26 अगस्त, 2023 को राजस्थान के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों की मेज़बानी के लिये प्रसिद्ध जोधपुर ज़िले में भी एमआईसीई सेंटर का निर्माण होगा।

प्रमुख बिंदु

  • प्रदेश में कला और व्यापार पर्यटन को बढ़ावा देने में एमआईसीई (मीटिंग इंसेंटिव कॉन्फ्रेंस एंड एग्जीबिशन) सेंटर महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
  • मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सेंटर निर्माण के लिये 25 करोड़ रुपए की वित्तीय मंज़ूरी प्रदान की है। पर्यटन क्षेत्र में सिरमौर बनने की प्रतिबद्धता में यह निर्णय लिया गया है। इससे एमआईसीई टूरिज्म को गति मिलेगी।  
  • वर्तमान में जोधपुर विकास प्राधिकरण द्वारा महिला पॉलिटेक्निक महाविद्यालय परिसर की कुल आवंटित 65 हज़ार वर्गमीटर भूमि में से 5650 वर्गमीटर भूमि पर एमआईसीई सेंटर का निर्माण होगा। यहाँ प्रथम चरण में एग्जीबिशन हॉल, सेंट्रल ब्लॉक (जी+2) का निर्माण होगा।
  • इस ब्लॉक में रजिस्ट्रेशन एंड इन्फॉर्मेशन सेंटर, एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक, वीआईपी लाउंज, ट्रेड एंड बिज़नेस सेंटर के लिये मीटिंग स्पेस, पार्किंग एरिया सहित विभिन्न कार्य होंगे।

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प्रदेश में बनेंगे सात पेनोरमा

चर्चा में क्यों?

26 अगस्त, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के 7 स्थानों पर पेनोरमा बनाए जाने के लिये 35 करोड़ रुपए की वित्तीय मंज़ूरी प्रदान की।

प्रमुख बिंदु

  • राज्य सरकार प्रदेश के गौरवमयी इतिहास को युवा पीढ़ी तक पहुँचाने के लिये महत्त्वपूर्ण निर्णय ले रही है। विभिन्न ज़िलों में पेनोरमा के निर्माण कराए जा रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने 7 स्थानों पर पेनोरमा बनाए जाने के लिये 35 करोड़ रुपए की वित्तीय मंज़ूरी प्रदान की है।
  • मुख्यमंत्री की स्वीकृति से अजमेर में पृथ्वीराज चौहान पेनोरमा, जैसलमेर के पोकरण में इंदिरा महाशक्ति भारत पेनोरमा, भरतपुर के डीग में महाराजा सूरजमल पेनोरमा, जयपुर में स्वतंत्रता सेनानियों के पेनोरमा बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इनके कार्यों के लिये 23 करोड़ रुपए की सैद्धांतिक सहमति दी है।
  • साथ ही, भीलवाड़ा के आसींद में बगड़ावत सवाईभोज पेनोरमा, करौली में कैला देवी पेनोरमा, जालौर में वीरमदेव कान्हड़देव चौहान का भी पेनोरमा तैयार होगा। मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा 12 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति दी गई है। यह राशि पर्यटन विभाग के माध्यम से पर्यटन विकास कोष से व्यय होगी।  
  • इन पेनोरमा से आमजन को अपने प्रेरणास्रोतों के अविस्मरणीय बलिदान, त्याग, साहस, स्वाभिमान और सामाजिक सरोकारों की जानकारी मिलेगी। यह पेनोरमा भावी पीढ़ी के लिये प्रेरणास्रोत साबित होंगे।

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मुख्यमंत्री ने किया ‘राजस्थान पार्ट टाइम कॉन्ट्रेक्चुअल हायरिंग रूल्स-2023’ के प्रारूप का अनुमोदन

चर्चा में क्यों?

25 अगस्त, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘राजस्थान पार्ट टाइम कॉन्ट्रेक्चुअल हायरिंग रूल्स-2023’ के प्रारूप का अनुमोदन किया है। इन नियमों के अंतर्गत मानदेय कार्मिकों का 2-3 लाख रुपए का रिटायरमेंट सहायता पैकेज सुनिश्चित हो सकेगा।

प्रमुख बिंदु

  • गौरतलब है कि राज्य सरकार प्रदेश में पार्ट टाइम कार्यरत् मानदेय कर्मियों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये निरंतर महत्त्वपूर्ण निर्णय ले रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने इस प्रारूप का अनुमोदन किया है।
  • प्रारूप को मंत्रिमंडल की सहमति मिलने के बाद नियमों में आने वाले पार्ट टाइम कार्मिकों को निर्धारित सेवा अवधि पूर्ण करने पर सेवा समाप्ति, मृत्यु या सेवानिवृत्ति की स्थिति में सेवानिवृत्ति परिलाभ दिये जाएंगे।
  • कार्मिक द्वारा 10 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने पर 2 लाख, 15 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने पर 2.50 लाख, 20 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने पर 2.75 लाख एवं 25 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने पर 3 लाख रुपए का परिलाभ दिया जाना प्रस्तावित है। इसी प्रकार, कार्मिक की सेवानिवृत्ति पर (समयावधि कुछ भी होते हुए) 3 लाख रुपए की राशि दिया जाना प्रस्तावित है।
  • उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने बजट वर्ष 2023-24 में पार्ट टाइम आधार पर कार्यरत् मानदेय कर्मियों, जैसे- आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता, सहायिका, कुक, फर्राश आदि को उचित संरक्षण एवं आर्थिक सहयोग की दृष्टि से राजस्थान पार्ट टाइम कॉन्ट्रेक्चुअल हायरिंग रूल्स-2023 बनाए जाने की घोषणा की थी।

मध्य प्रदेश Switch to English

मध्य प्रदेश में बनेगा रानी अवंती बाई कल्याण बोर्ड

चर्चा में क्यों?

27 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के माता मंदिर क्षेत्र में अटल पथ के पास लोधी-लोधा-लोध क्षत्रिय महासभा के महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि लोधी-लोधा-लोध समाज के कल्याण के लिये रानी अवंती बाई कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लोधी समाज का स्वाधीनता आंदोलन और मध्य प्रदेश के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। वीरांगना रानी अवंतीबाई के बलिदान दिवस पर मध्य प्रदेश में ऐच्छिक अवकाश के साथ ही प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर प्रतिमा स्थापना की पहल भी की गई है।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि लोधी-लोधा-लोध क्षत्रिय महासभा द्वारा दिये गए सुझाव पत्र पर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के आग्रह पर प्रदेश में मदिरा दुकानों के अहाते बंद करने का निर्णय लिया गया है।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में महिला सशक्तीकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है।


झारखंड Switch to English

झारखंड गौरव सम्मान

चर्चा में क्यों?

26 अगस्त, 2023 को झारखंड के सबसे प्रतिष्ठित, विश्वसनीय व लोकप्रिय समाचार-पत्र ‘प्रभात खबर’ने प्रदेश का मान बढ़ाने वाले 26 लोगों को ‘झारखंड गौरव सम्मान’ से नवाजा।

प्रमुख बिंदु

  • राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन और झारखंड विधानसभा के स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने इन्हें सम्मानित किया।
  • ‘झारखंड गौरव सम्मान’ से सम्मानित व्यक्ति-
    • पर्यावरणविद् जगदीश महतो - ‘ट्री मैन’ के उपनाम से प्रसिद्ध बोकारो ज़िले के कसमार प्रखंड स्थित हिसीम निवासी वन आंदोलनकारी जगदीश महतो ने तमाम विपरीत परिस्थितियों में भी झारखंड के लगभग साढ़े चार सौ वनों का संरक्षण और संवर्धन किया है।
    • लेखक-कवि नीलोत्पल मृणाल - दुमका के नोनीहाट के रहने वाले नीलोत्पल को वर्ष 2016 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। लेखक, कवि, गायक, सामाजिक कार्यकर्त्ता और सोशल एक्टिविस्ट हैं। उनकी किताबों में डार्क हॉर्स, औघड़ और यार जादूगर बेस्ट सेलर में शुमार रहीं हैं।
    • निरंजन प्रसाद सिंह (बाबू) - राजनीति में सुचिता की मिसाल रहे निरंजन बाबू 1967 में पहली बार जनसंघ पार्टी से चांपारण विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। उस वक्त उनकी उम्र 29 वर्ष थी। 1972 में दूसरी बार कॉन्ग्रेस पार्टी से बरही विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने, फिर 1980 और 1985 में विधायक बने।
    • इम्तियाज हुसैन - इम्तियाज अहमद धनबाद ही नहीं, बल्कि झारखंड में क्रिकेट के बड़े कोच हैं। वे 12 वर्षों तक झारखंड क्रिकेट टीम के मैनेजर रहे। टिस्को से वीआरएस लेकर उन्होंने वर्ष 1999 से बच्चों को कोचिंग देना शुरू किया। उनके शिष्यों में अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेटर शाहबाज नदीम, रणजी खिलाड़ी सीएम झा, सत्य प्रकाश, आमिर हाशमी, राहुल प्रसाद व कुंजन शरण शामिल हैं।
    • गुरु सुशांत महापात्र - गुरु सुशांत महापात्र सरायकेला छऊ के मुखौटा कलाकार हैं। उनकी पहचान देश-विदेश में अच्छे छऊ मुखौटा कलाकार के रूप में है। वर्ष 1925 में सुशांत महापात्र के बड़े पिताजी प्रसन्न कुमार महापात्र ने सरायकेला शैली छऊ के लिये पहला आधुनिक मुखौटा तैयार किया था। सुशांत महापात्र ने आठ वर्ष की उम्र में ही अपने बड़े पिताजी (गुरु प्रसन्न महापात्र) से मुखौटा बनाने का गुर सीखा। इसके बाद इस मुखौटा का प्रचलन बढ़ने लगा और अब यही मुखौटा सरायकेला शैली छऊ नृत्य की पहचान बन गयी है।
    • मोहम्मद खालिद - पिछले 20 वर्षों से सभी धर्म के अज्ञात लावारिस शवों का अंतिम संस्कार अलग-अलग धार्मिक रीति-रिवाज से करते हैं। कोरोना के समय राँची और हज़ारीबाग में शवों का अंतिम संस्कार बड़े पैमाने पर किया। राँची के रिम्स मुर्दाघर में पड़े लावारिस शवों का वर्ष 2010 से 2016 के बीच अंतिम संस्कार किया। पालतू कुत्तों की मौत के बाद उन्हें दफनाने का काम कर रहे हैं, पिछले 5 वर्षों से शहर में घूमने वाले असहाय एवं विक्षिप्त लोगों के बीच रोटी बाँट रहे हैं। मोटरसाइकिल में दो डब्बा में खाना रखते हैं और बाँटते चलते हैं।
    • असुंता टोप्पो - गुमला ज़िले के चैनपुर प्रखंड की असुंता टोप्पो नि:शक्त हैं। आर्थिक तंगी के बीच 1000 रुपए विकलांग पेंशन एवं बड़ी बहन की मदद से असुंता ने पीजी तक की पढ़ाई की। असुंता ने आर्थिक तंगी में भी पैरा थ्रो बॉल प्रतियोगिता में भारत के लिये स्वर्ण पदक जीता। अभी हाल ही में मलेशिया में भी देश के लिये गोल्ड मेडल जीता है।
    • कौशल किशोर जायसवाल - पलामू के डाली गाँव के रहने वाले कौशल किशोर जायसवाल पिछले 56 वर्षों से पर्यावरण संरक्षण अभियान चला रहे हैं। इस अभियान के तहत वह नि:शुल्क पौधा वितरित करते हैं। अब तक वह 50 लाख से अधिक पौधे बाँट चुके हैं। जायसवाल निजी खर्च पर विश्व का पहला पर्यावरण धर्म ज्ञान मंदिर का निर्माण अपने गाँव में करा रहे हैं। देश-विदेश में अब तक 50 से अधिक अवॉर्ड से सम्मानित हुए हैं।
    • आदित्य रंजन - भारतीय प्रशासनिक सेवा के वर्ष 2014 बैच के अधिकारी आदित्य रंजन मूलरूप से बोकारो के हैं। कोडरमा में उपायुक्त के रूप में पदस्थापन के दौरान स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया। ‘रेल’ नाम की एक परियोजना शुरू की। इस कारण आठवीं से लेकर 12वीं तक की परीक्षा में कोडरमा ज़िला हर परीक्षा में राज्य में अव्वल रहा। कोडरमा ज़िले में इनके द्वारा शुरू किये गए ‘रेल’ मॉडल को राज्य सरकार ने सभी ज़िलों में लागू करने का निर्णय लिया है।
    • फादर अजीत खेस - फादर अजीत खेस रोमन कैथोलिक चर्च की सोसाइटी ऑफ जीसस, राँची प्रोविंस के प्रोविंशियल सुपीरियर हैं। इससे पूर्व संत जेवियर्स स्कूल, डोरंडा के प्रिंसिपल थे। सोसाइटी ऑफ जीसस द्वारा राँची में संत जेवियर्स स्कूल, एक्सआरएसएस, एक्सआइपीटी, संत जेवियर्स कॉलेज, संत जॉन स्कूल, प्रभात तारा स्कूल धुर्वा, सहित कई शिक्षण संस्थान चलाए जा रहे हैं।
    • डॉ. विकास कुमार - रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग में सेवा दे रहे डॉ. विकास कुमार युवा डॉक्टरों के लिये मिसाल हैं। सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते और हमेशा गरीब मरीज़ों की सेवा के लिये तत्पर रहते हैं। वहीं, मेडिकल के क्षेत्र में हो रही नई-नई गतिविधियों से भी लोगों को अवगत कराते रहते हैं।
    • रिया तिर्की - राँची की रिया तिर्की जुलाई 2022 में फेमिना मिस इंडिया के टॉप फाइनलिस्ट में जगह बनाने वाली देश की पहली आदिवासी मॉडल हैं। प्रतियोगिता में उन्हें फेमिना मिस इंडिया झारखंड 2022 के खिताब से नवाजा गया था। इसके बाद से रिया लगातार आदिवासी बहुल इलाके की युवतियाँ, जो ग्लैमर वर्ल्ड को अपना सपना मानतीं हैं, को प्रशिक्षण दे रही हैं।
    • अतुल गेरा - स्वैच्छिक रक्तदान के क्षेत्र में अतुल्य योगदान के लिये अतुल गेरा प्रदेश में एक बड़ा नाम हैं। ‘लाइफ सेवर्स’ के संस्थापक अतुल रक्तदान शिविर लगाते हैं तथा युवाओं को इससे जोड़ते हैं।
    • मोनिका मुंडू - प्लेबैक सिंगर और अभिनेत्री मोनिका मुंडू ने देश भर की 12 भाषाओं में गाना गया है। ‘एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी’फिल्म में भी इन्होंने काम किया है। ‘झारखंड कर छैला’इनकी पहली फिल्म है।
    • बिनीता सोरेन - सरायकेला की विनीता सोरेन माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली पहली आदिवासी महिला हैं। इन्होंने थार रेगिस्तान अभियान के तहत गुजरात के भुज से पंजाब के बाघा बॉर्डर तक करीब दो हज़ार किमी. की यात्रा भी की है।
    • सुखदेव उरांव - कांके के पार चट्टू निवासी सुखदेव उरांव खेती में नए-गए प्रयोग के लिये जाने जाते हैं।
    • सरोजिनी लकड़ा - सिपाही से आईपीएस तक का सफर तय करने वाली सरोजिनी अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र लातेहार के गारू प्रखंड से हैं। जर्मनी से ओलंपिक स्टडी में एमए की डिग्री हासिल की। खेल की बदौलत आउट आफ टर्न प्रमोशन करते हुए वर्ष 1991 में उन्हें इंस्पेक्टर बना दिया गया। वर्ष 2008 में वह डीएसपी बनीं और वर्ष 2023 में आईपीएस बनकर इतिहास रच दिया।
    • निशांत कुमार- राँची के बूटी मोड़ में निशांत कुमार ने स्टार्टअप ‘किंग फिशरीज’का वर्ष 2018 में शुरुआत की। वर्तमान में एक्वा कल्चर एशिया का पहला सबसे बड़ा कॉमर्शियल एक्वा फार्म बन चुका है। निशांत ने मत्स्यपालन की पाँच पद्धतियाँ विकसित की हैं। इनमें पाँड कल्चर, आरएफएफ, पेन कल्चर, बायोफ्लॉक, आरएएस और जलाशय पद्धति शामिल हैं।
    • रणेंद्र कुमार - साहित्यकार रणेंद्र कुमार डॉ. रामदयाल मुंडा जनजातीय कल्याण अनुसंधान संस्थान के निर्देशक हैं। उन्हें साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगादान के लिये प्रेमचंद स्मृति सम्मान, प्रथम विमला देवी स्मृति सम्मान समेत कई अन्य सम्मान मिल चुके हैं।
    • विजय पाठक – इंद्रपुरी, राँची के विजय पाठक ने सामाजिक सरोकार की दिशा में पहल करते हुए रोटी बैंक की स्थापना की है।
    • आयुष बथवाल और अनिरुद्ध शर्मा - राँची के आयुष बथवाल और अनिरुद्ध शर्मा ने कोरोना के बाद थर्ड वेव कॉफी नाम से चेन शुरू किया। आज देश भर में 100 से अधिक प्रतिष्ठान खुल चुके हैं।
    • आदर्श मानपुरिया - राँची के युवा आदर्श मानपुरिया होटल चैन फैब होटल्स के संस्थापक हैं। फोर्ब्स मैंगजीन ने उनको एशिया में 30 वर्ष से कम आयु के 30 सबसे सफल स्टार्टअप उद्यमियों की सूची में जगह दी थी।
    • पदमचंद जैन - अपर बाज़ार के हॉर्डवेयर व्यवसायी 79 वर्षीय पदमचंद जैन गरीबों की अंत्येष्टि का खर्च वहन करते हैं।
    • एमेल्डा एक्का - पुलिसकर्मी एमेल्डा एक्का ने 400 मीटर रिले में कई रिकॉर्ड बनाए। 2023 में इन्हें आईपीएस के पद पर पदोन्नत किया गया।

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‘मोर रायपुर ऐप’ को मिला नेशनल ई-गवर्नेंस अवॉर्ड

चर्चा में क्यों?

25 अगस्त, 2023 को भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग द्वारा ज़िलास्तरीय उत्कृष्ट ई-गवर्नेंस पहल के लिये राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार-2023 ‘स्वर्ण’रायपुर स्मार्ट सिटी लि. के ‘मोर रायपुर ऐप’को प्रदान किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन संचालित स्मार्ट सिटीज़ मिशन के शहरों के लिये आयोजित ‘इंडिया स्मार्ट सिटी अवॉर्ड-2022’ की घोषणा भी हुई, जिसमें रायपुर स्मार्ट सिटी लि. द्वारा तैयार किये गए ऑक्सी रीडिंग ज़ोन लाइब्रेरी ‘नालंदा परिसर’को बेस्ट इनोवेटिव आइडिया अवॉर्ड मिला है।
  • इस प्रतियोगिता के सामाजिक दृष्टिकोण से किये गए उत्कृष्ट कार्य की श्रेणी में शाला उन्नयन कार्यक्रम के तहत बी.पी. पुजारी स्कूल के भवन जीर्णोद्धार व अधोसंरचना निर्माण को राष्ट्रीय स्तर पर स्थान मिला है।
  • ई-गवर्नेंस पहल के अंतर्गत ‘मोर रायपुर ऐप’की प्रणाली को उत्कृष्ट नवाचार माना गया है। इस ऐप के अंतर्गत डिजिटल डोर नंबर, नगर निगम से संबंधित करों के भुगतान, सेवा व शिकायतों के निवारण की प्रणाली तैयार कर नागरिक सेवाओं को हाईटेक करने की दिशा में की गई पहल को भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग द्वारा उत्कृष्ट मानते हुए ‘राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार’प्रदान किया गया है।
  • इसके अलावा घोषित ‘इंडिया स्मार्ट सिटी अवॉर्ड-2022’ के परिणाम में स्मार्ट सिटी रायपुर के दो महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट को भी राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।
  • इस कॉन्टेस्ट के सामाजिक दृष्टिकोण की श्रेणी में गुजरात के वड़ोदरा व उत्तर प्रदेश के आगरा शहर के प्रोजेक्ट के बाद रायपुर के बी.पी. पुजारी शाला भवन उन्नयन कार्यक्रम को देश में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
  • इसके अलावा नवाचारों की श्रेणी में रायपुर स्मार्ट सिटी लि. द्वारा निर्मित नालंदा परिसर को इनोवेशन अवॉर्ड से नवाजा गया है। इस कैटेगरी में हुगली धारवाड़ व सूरत शहर के प्रोजेक्ट को प्रथम व द्वितीय स्थान मिला है।

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मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने किया ‘मतदाता महोत्सव प्रदर्शनी, चिह्नारी लोकतंत्र के’, का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

25 अगस्त, 2023 को भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने निर्वाचन आयोग के आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय और अरुण गोयल के साथ राजधानी रायपुर स्थित बूढ़ापारा तालाब परिसर में ‘मतदाता महोत्सव प्रदर्शनी, चिह्नारी लोकतंत्र के’का फीता काटकर शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने प्रदर्शनी में लगे विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया। प्रदेश के अलग-अलग ज़िलों, विशेषकर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों से जुड़े ज़िलों द्वारा यहाँ स्टॉल लगाए गए हैं। इन स्टॉलों में अब तक के वर्षों में हुई वोटिंग की झलकियाँ तस्वीरों के माध्यम से और विभिन्न ज़िलों में मतदाता जागरूकता के लिये चलाए गए अभियानों को भी दर्शाया गया है।
  • प्रदर्शनी में बिलासपुर, रायपुर, बस्तर, सुकमा, जांजगीर-चांपा, बलरामपुर, कबीरधाम, सारंगढ़, बालोद जैसे ज़िलों द्वारा स्टॉल लगाए गए हैं।
  • रायपुर, बिलासपुर, कबीरधाम, सारंगढ़ और बालोद द्वारा लगाए गए स्टॉल में मतदाता जागरूकता अभियान को फोटो प्रदर्शनी के साथ प्रदर्शित किया गया है।
  • बिलासपुर ने शत-प्रतिशत मतदान, बिलासपुर का अभियान, लोकतंत्र का आधार कोई वोट न जाए बेकार जैसे नारों को सचित्र प्रदर्शित किया है।
  • इसी तरह सारंगढ़ ज़िले के स्टॉल में ‘मोर भइया वोट देवइया’के स्लोगन वाली राखी लोगों को लुभा रही है, जबकि बालोद ने भी ‘ए दारी मनाबो रक्षा संग मतदान के बंधन’, के साथ ज़िले में चलाए जा रहे चुनाव अभियानों को प्रदर्शित किया है।
  • यहाँ लगे फोटो प्रदर्शनी के स्टॉल में छत्तीसगढ़ के बस्तर ज़िले के दूरस्थ क्षेत्र विकासखंड ओरछा में 1967 में हुए निर्वाचन की एक तस्वीर लगाई गई है, जिसमें एक वयोवृद्ध महिला अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए मत पर्ची मतदान पेटी पर डालती नज़र आ रही है।
  • वहीं आदिवासी बोली प्रदर्शनी के स्टॉल में गोंडी, सदरी, बिरहोर, बैगा, कमारी जैसी बोलियों में चुनाव के नारों का सचित्र प्रदर्शन है, यहाँ स्थानीय हल्बी बोली में मतदाता गीत भी प्रदर्शित है।
  • प्रदर्शनी में लगे विभिन्न स्टॉलों में अलग-अलग ज़िलों में चलाए गए चुनाव अभियान को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है। इसी तरह नवविवाहित वधु सम्मान समारोह के बृहद् आयोजन पर केंद्रित स्टॉल भी प्रदर्शनी में लगाया गया है। इस अभियान में मतदाता सूची के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2023 के अंतर्गत ज़िला जांजगीर-चांपा में एक ही दिन ज़िले की सभी बाल विकास परियोजना की 1281 आंगनबाड़ी में 1771 में नवविवाहित वधुओं का सम्मान किया गया।
  • ज़िला बलरामपुर द्वारा लगाए गए स्टॉल में यहाँ चलाए गए चुनाव अभियान ‘मतवीर’और ‘संकल्प वृक्ष’को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है, जिसका उद्देश्य युवाओं, महिलाओं, दिव्यांगों, वरिष्ठजनों आदि सभी वर्ग के मतदाताओं की मतदान रुचि को बढ़ाना और उन्हें मतदान का महत्त्व समझाना था।
  • रायगढ़ ज़िले द्वारा लगाया गया स्टॉल सतरंगी रायगढ़, विरासत से विकास पर केंद्रित है, जिसमें यहाँ के चुनाव अभियान विरासत का संकल्प, बढ़ते हाथ शपथ के साथ, वृद्धजनों का सम्मान, शुभ कदम स्वागतम, कर्त्तव्य पर बढ़ते चलें जैसे कार्यक्रमों के ज़रिये मतदाता जागरूकता के कार्यों को प्रदर्शित किया गया है। इसमें बिरहोर जनजाति से लेकर रायगढ़ की इंडस्ट्रीज़ तक की झलकियाँ हैं।
  • सुकमा ज़िले द्वारा लगाए गए स्टॉल में मतदाता जागरूकता अभियान स्वीप के अंतर्गत चुनाव अभियानों की प्रदर्शनी लगाई गई है, जिनमें अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदाता जागरूकता अभियान वोट पंडूम नेवता, मतदाता शपथ कार्यक्रम, मतदाता जागरूकता एवं ईवीएम रथ प्रदर्शन, वाद-विवाद, चित्रकला एवं नारा लेखन प्रतियोगिता, मानव श्रृंखला, नवविवाहित सम्मान कार्यक्रम, मतदाता जागरूकता रैली, रंगोली चित्रकला को प्रदर्शित किया गया है।

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चमोली ज़िले को मिला राष्ट्रीय स्तर पर स्कॉच अवॉर्ड

चर्चा में क्यों?

26 अगस्त, 2023 को 94 स्कॉच समिट कॉन्स्टीट्यूशन क्लब इंडिया नई दिल्ली में स्कॉच ग्रुप इंडिया की ओर से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत चमोली ज़िले को आजीविका संवर्धन की विभिन्न गतिविधियों के लिये स्कॉच अवॉर्ड प्रदान किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत चमोली ज़िले को आजीविका संवर्धन की विभिन्न गतिविधियों के लिये स्कॉच अवॉर्ड में सिल्वर श्रेणी मिली है।
  • चमोली के प्रतिनिधि के रूप में डॉ. महेश कोहली (तत्कालीन ज़िला विकास अधिकारी चमोली) और संजय पुरोहित (ग्रामीण वित्त समन्वयक उपासक चमोली ग्रामीण विकास) ने यह अवॉर्ड प्राप्त किया।
  • चमोली में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूह की ओर से सदस्यों को लेंटाना फर्नीचर निर्माण, फल संरक्षण, पिरुल से बने उपयोगी सामान, धूप-अगरबत्ती निर्माण, कताई-बुनाई प्रशिक्षण, डेयरी प्रशिक्षण, सुगंधित जड़ी-बूटी प्रशिक्षण, भोजपत्र आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत समूहों को बैंक लिंकेज के साथ व्यवसाय के लिये ऋण भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
  • चमोली में इस प्रकार के प्रशिक्षण से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वरोज़गार मिला है। इससे महिलाएँ स्वरोज़गार कर आत्मनिर्भर बन रही हैं। समूह की ओर से उत्पादित इन सामग्रियों से स्थानीय स्तर पर उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है।

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