मध्य प्रदेश Switch to English
जल परीक्षण प्रयोगशालाओं की मान्यता प्राप्त करने में मध्य प्रदेश प्रथम
चर्चा में क्यों?
27 अगस्त, 2021 को जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के लिये राष्ट्रीय परीक्षण और अशंशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) से मान्यता प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाले राज्यों में मध्य प्रदेश प्रथम स्थान पर रहा है।
प्रमुख बिंदु
- लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की प्रदेश में राज्य और ज़िलास्तरीय 51 प्रयोगशालाओं को प्रत्यायन बोर्ड (NABL) द्वारा मान्यता प्रमाण-पत्र प्रदान किये गए हैं। देश की विभिन्न जल परीक्षण प्रयोगशालाओं हेतु मान्यता प्राप्त करने वाले राज्यों में मध्य प्रदेश प्रथम एवं महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है।
- आम नागरिक को प्रदाय किये जा रहे जल की गुणवत्ता का समय-समय पर परीक्षण किया जाता है। इसके लिये प्रदेश में पीएचई विभाग द्वारा एक राज्यस्तरीय और 55 ज़िलास्तरीय (इनमें उन्नयन की गई खुरई, मऊगंज, सरदारपुर तथा परासिया शामिल हैं) प्रयोगशालाएँ संचालित हैं। इसके अतिरिक्त 100 उपखंडस्तरीय प्रयोगशालाएँ भी संचालित हैं।
- पेयजल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये विभिन्न राज्यों द्वारा अपनी जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के प्रमाणीकरण हेतु निर्धारित मापदंडों और शुल्क के साथ आवेदन दिये जाते हैं।
- राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) से अब तक 25 राज्यों की 182 जल परीक्षण प्रयोगशालाओं को जारी किये गए मान्यता प्रमाण-पत्रों में मध्य प्रदेश की सर्वाधिक 51 प्रयोगशालाएँ शामिल हैं।
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