नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

उत्तराखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 28 Jun 2023
  • 0 min read
  • Switch Date:  
उत्तराखंड Switch to English

प्रदेश में अब इजराइली कृषि तकनीक से होगी बागवानी

चर्चा में क्यों?

27 जून, 2023 को देहरादून स्थित राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) की अध्यक्षता में इंडो-इजराइल कृषि परियोजना की बैठक हुई, जिसमें बताया गया कि प्रदेश में इजराइल की कृषि तकनीक से बागवानी को बढ़ावा दिया जाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • इसके लिये इंडो-इजराइल कृषि परियोजना के तहत राज्य में उत्कृष्टता केंद्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंसी) स्थापित किया जाएगा। इजराइल के पास ड्राई लैंड फार्मिंग की तकनीक है, जिसमें पानी का कम इस्तेमाल कर फसलों का अधिक उत्पादन किया जाता है।
  • बैठक में राज्यपाल ने कहा कि राज्य में इजराइली तकनीकी के लिये रोड मैप तैयार कर मिशन मोड में काम करने की आवश्यकता है। इसके लिये उद्यान विभाग और पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय की ओर से योजना बनाई जाए।
  • उन्होंने इंडो-इजराइल प्रतिनिधियों को उत्तराखंड की केदारघाटी का शहद प्रतीकात्मक रूप में भेंट किया।
  • उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि भारत और इजराइल कृषि परियोजना का लक्ष्य फसल विविधता को बढ़ावा देने के साथ कम पानी के प्रयोग से उत्पादकता बढ़ाना है। इजराइल कृषि प्रौद्योगिकी पर आधारित उत्कृष्टता केंद्र से राज्य में बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़ेगा। इसका लाभ किसानों को मिलेगा।
  • कृषि तकनीक को सीखने के लिये उत्तराखंड का एक दल जल्द ही इजराइल जाएगा।
  • इजराइल एंबेसी से आए येअर इशेल ने बताया कि इंडो-इजराइल कृषि परियोजना के तहत 24 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किये जा चुके हैं। राज्य के मैदानी व घाटी क्षेत्रों में बागवानी की संभावनाओं को देखते हुए उत्तराखंड में भी सेंटर बनाया जाएगा। इसमें पंतनगर विश्वविद्यालय का सहयोग लिया जाएगा।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow