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मध्य प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 28 Jun 2023
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प्रधानमंत्री ने भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से पाँच नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

चर्चा में क्यों?

27 जून, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के पाँच नए एवं उन्नत संस्करणों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो मध्य प्रदेश, गोवा, झारखंड, बिहार, महाराष्ट्र और कर्नाटक की राजधानियों को जोड़ती हैं।

प्रमुख बिंदु

  • आरामदायक और उन्नत अनुभव वाली रेल यात्रा के एक नए युग की शुरुआत करते हुए, रानी कमलापति-जबलपुर, रानी कमलापति-इंदौर, गोवा (मडगाँव)-मुंबई, राँची-पटना और धारवाड़-बेंगलुरु के बीच पाँच नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू की गईं हैं।
  • इन पाँच नए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को मिलाकर अब देश में कुल 23 वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। ये ट्रेनें विभिन्न मार्गों पर वर्तमान में सबसे तेज चलने वाली ट्रेनों की तुलना में यात्रा के समय में कई घंटों की बचत कर रही हैं।
  • आज रवाना की गईं ये वंदे भारत ट्रेनें विभिन्न राज्यों की राजधानियों और अन्य शहरों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी, यात्रा में लगने वाले समय को कम करेंगी तथा यात्रा को और आरामदायक बनाएंगी।
  • रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस:
    • रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से प्रस्थान करेगी और नरसिंहपुर, पिपरिया तथा नर्मदापुरम रेलवे स्टेशनों पर रुकते हुए उसी दिन जबलपुर स्टेशन पहुँचेगी।
    • रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस महाकौशल क्षेत्र (जबलपुर) को मध्य प्रदेश के मध्य क्षेत्र (भोपाल) से जोड़ेगी।
    • वंदे भारत ट्रेन का परिचालन शुरू होने से मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी जबलपुर, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और आसपास के धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी बढ़ने के साथ-साथ इस इलाके का सर्वांगीण विकास भी होगा।
    • इस ट्रेन के चलने से भोपाल से जबलपुर की 340 किमी. की दूरी अब साढ़े चार घंटे में ही तय हो जाएगी।
  • रानी कमलापति-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस:
    • भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भोपाल रेलवे स्टेशन से प्रस्थान करेगी और उज्जैन रेलवे स्टेशन पर रुकते हुए उसी दिन इंदौर स्टेशन पहुँचेगी।
    • रानी कमलापति से इंदौर के बीच वंदे भारत ट्रेन के चलने से भोपाल से इंदौर की 269 किमी. की दूरी अब साढ़े तीन घंटे में तय हो जाएगी। साथ ही, यह इन इलाकों की संस्कृति, पर्यटन और तीर्थ स्थलों को जोड़ने का एक महत्त्वपूर्ण माध्यम बनेगी।
  • गोवा (मडगाँव)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस:
    • गोवा (मडगाँव)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्टेशन से प्रस्थान करेगी और दादर, ठाणे, पनवेल, खेड़, रत्नागिरी, कंकावली तथा थिविम रेलवे स्टेशनों पर रुकते हुए उसी दिन मडगाँव स्टेशन पहुँचेगी।
    • यह अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस कोंकण क्षेत्र के लोगों को गति और आराम के साथ यात्रा करने का साधन उपलब्ध कराएगी। इससे इस इलाके में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उम्मीद है कि इस मार्ग पर चलने वाली नई वंदे भारत ट्रेन पर्यटकों की सुविधा में नए आयाम जोड़ेगी।
  • राँची-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस:
    • राँची-पटना नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पटना से प्रस्थान करेगी और गया, कोडरमा, हजारीबाग, बरकाकाना तथा मेसरा रेलवे स्टेशनों पर रुकते हुए उसी दिन राँची स्टेशन पहुँचेगी।
    • प्रचुर मात्रा में खनिज संसाधनों से समृद्ध, राँची खनिज आधारित उद्योगों के लिये एक आदर्श स्थान है। यह ट्रेन स्थानीय व्यापारियों और कारोबारियों के लिये पटना के साथ तेज कनेक्टिविटी स्थापित करने की दृष्टि से लाभदायक साबित होगी।
  • धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस:
    • धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन केएसआर बेंगलुरु सिटी से प्रस्थान करेगी और यशवंतपुर, दावणगेरे तथा हुबली रेलवे स्टेशनों पर रुकते हुए उसी दिन धारवाड़ स्टेशन पहुँचेगी।
    • कर्नाटक में, धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेन विद्या काशी धारवाड़, वाणिज्य नगरी, हुबली और बेंगलुरु को जोड़ेगी। यह वंदे भारत ट्रेन उत्तरी कर्नाटक को दक्षिणी कर्नाटक से जोड़ेगी।
  • वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें कई प्रकार की बेहतर सुविधाएँ प्रदान करती हैं, जो यात्रियों को विश्वस्तरीय आरामदायक यात्रा का अनुभव और कवच तकनीक सहित उन्नत अत्याधुनिक सुरक्षा संबंधी विशेष व्यवस्था उपलब्ध कराएगी।
  • प्रत्येक ट्रेन में 160 किमी. प्रति घंटे की परिचालन गति के लिये पूरी तरह से सस्पेंडेड ट्रैक्शन मोटर से लैस बोगियाँ प्रदान की गई हैं। उन्नत अत्याधुनिक सस्पेंशन प्रणाली यात्रियों के लिये सुगम एवं सुरक्षित यात्रा और बेहतर आरामदायक सवारी सुनिश्चित करती है।
  • इन ट्रेनों को पावर कार और उन्नत पुनर्योजी ब्रेकिंग सिस्टम के साथ लगभग 30 प्रतिशत बिजली की बचत करके भारतीय रेल के हरित उत्सर्जन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है।

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