उत्तर प्रदेश Switch to English
उत्तर प्रदेश: कई प्रधानमंत्रियों का जन्मस्थान
चर्चा में क्यों?
आज़ादी के बाद से अब तक भारत में 15 प्रधानमंत्री हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश, जहाँ भारत की 17% आबादी (वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार) निवास करती है, 6 प्रधानमंत्रियों का जन्मस्थान रहा है।
मुख्य बिंदु:
- 9 प्रधानमंत्रियों ने लोकसभा में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया है, जिनमें से कुछ कई निर्वाचन क्षेत्रों से हैं।
- पद पर रहने वाले सभी प्रधानमंत्रियों में से 75% का कार्यकाल ऐसे प्रधानमंत्रियों का था, जो उत्तर प्रदेश से सांसद के रूप में भी कार्यरत थे।
- इसमें नेहरु का लगभग 17 वर्ष का कार्यकाल, उनकी पुत्री इंदिरा गांधी का 15 वर्ष से अधिक का संचयी कार्यकाल, अटल बिहारी वाजपेयी का छह वर्ष का कार्यकाल (वर्ष 1996 में 13 दिन, वर्ष 1998 में 13 महीने और वर्ष 1999 से 5 वर्ष तक) और वर्तमान प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी जो मई 2014 से पद पर हैं, का कार्यकाल शामिल हैं
- जबकि वर्तमान प्रधानमंत्री का जन्म गुजरात में हुआ था और बाद में वे इस राज्य के मुख्यमंत्री बने, उन्होंने वर्ष 2014 तथा वर्ष 2019 में वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चुना।
- पी. वी. नरसिम्हा राव (आंध्र प्रदेश) और मनमोहन सिंह, जो राज्यसभा में राजस्थान तथा असम के सांसद थे, को छोड़कर प्रत्येक काॅन्ग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान लोकसभा में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया है
- 215 मिलियन लोगों (वर्ष 2011 की जनगणना) के साथ उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है। लोकसभा में 80 सदस्य भी यहीं से चयनित होते हैं।
- उत्तर प्रदेश से लोकसभा में 20% सांसद हैं और राज्य में निर्णायक जीत प्रायः यह निर्धारित करती है कि केंद्र में कौन सत्ता में आएगा।
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