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बिहार में 454 किलोमीटर फोर लेन को केंद्र की मंजूरी
चर्चा में क्यों?
- 25 अप्रैल, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने बिहार में 454 किलोमीटर के चार नये फोरलेन को मंजूरी दे दी है। ये फोरलेन विभिन्न इलाकों से होकर गुज़रेंगे।
प्रमुख बिंदु
- भारत नेपाल सीमा से सटे वाल्मीकिनगर से झारखंड सीमा के हरिहरगंज तक बिहार में 454 किलोमीटर का एक नया फोरलेन होगा। ये फोरलेन पटना के नौबतपुर से हरिहरगंज तक 143 किलोमीटर नेशनल हाईवे 98 को केंद्र ने फोरलेन में कनवर्ट करने की मंजूरी दी है।
- विदित है कि अभी नेशनल हाईवे 98 की चौड़ाई कुल दो लेन की है। इस हाइवे पर गाड़ियों का दबाव बहुत ज्यादा है। सोन नदी के पूर्वी छोर से बिल्कुल पास होकर गुज़रता ये नेशनल हाइवे बिक्रम-अरवल-औरंगाबाद और अंबा होते हुए हरिहरगंज तक जाता है।
- झारखंड राज्य के पश्चिमी छोर के गढ़वा - डालटेनगंज और छत्तीसगढ़ तक जाने वालों के लिये ये एक बिल्कुल सुगम रास्ता है, जिसकी वजह से इस हाईवे पर गाड़ियों का दबाव लगातार बना रहता है।
- जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने अब इस नेशनल हाईवे को 4 लेन बनाने के लिये डीपीआर तैयारी करने की मंजूरी दी है। साथ ही इसके लिये एक करोड़ 38 लाख की राशि भी स्वीकृत कर ली गई है।
- पटना से बेतिया तक पाँच हज़ार छह सौ करोड़ की लागत से 195 किलोमीटर लंबा फोरलेन हाईवे का निर्माण शुरू है। ये नेशनल हाईवे बुद्ध सर्किट का मुख्य हिस्सा है। इसी हाईवे के किनारे केसरिया का बौद्ध स्तूप भी है।
- जेपी सेतु के बगल में पटना के दीघा से सोनपुर के बीच दो हज़ार 636 करोड़ की लागत से सवा तीन साल में बनने वाले 6 लेन ब्रिज का टेंडर हो चुका है। इसके अलावा सोनपुर मानिकपुर में गंडक नदी पर सारण के कोन्हारा घाट से वैशाली के जलालपुर के बीच पुल बनाने के लिये 868 करोड़ का टेंडर हो चुका है। जिन हिस्सों का टेंडर होना बाकी है, उसमें मानिकपुर से साहेबगंज, साहेबगंज से अरेराज, अरेराज से बेतिया शामिल हैं। इन तीनों हिस्सों की कुल लागत दो हज़ार 159 करोड़ होने वाली है।
- इस नये फोरलेन के बनते ही वाल्मीकिनगर से हरिहरगंज तक का सफर 11 घंटे से घटकर मात्र 6 घंटे का रह जाएगा। इसके अलावा झारखंड के पश्चिमी इलाके पलामू, चपतरा से नेपाल पूरी तरह सीधी तौर पर जुड़ जाएगा। इससे ढुलाई में काफी सुविधा होगी। इसका लाभ बिहार और झारखंड के व्यापारियों को होगा।
- ये लेन आगे वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे से भी सीधे जुड़ जाएगी। जिससे व्यापारियों को माल ले जाने और ले आने में सुविधा होगी। इसके अलावा सिलीगुड़ी और असम की तरफ जाना पहले से ज्यादा आसान हो जाएगा।
- सोनपुर से अरेराज तक गंडक नदी के पश्चिमी किनारे की तरफ भी फोर लेन का निर्माण होगा, जिससे सारण कमिश्नरी के दो ज़िले सारण और गोपालगंज के दियारा इलाके में आवागमन सुगम होगा।
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