उत्तराखंड Switch to English
प्रधानमंत्री मोदी का मुखवा दौरा
चर्चा में क्यों?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उत्तरकाशी ज़िले में "माँ गंगा" के शीतकालीन निवास मुखवा की यात्रा से उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिये एक सकारात्मक वातावरण बन गया है।।
मुख्य बिंदु
- चार धाम यात्रा हिमालय की ऊँची पर्वतमालाओं में स्थित चार पवित्र स्थलों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की तीर्थयात्रा को संदर्भित करती है।
- वार्षिक चार धाम यात्रा इस वर्ष (2025) 30 अप्रैल 2025 को गढ़वाल हिमालय में गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ शुरू होने वाली है।
- यह पहली बार था कि प्रधानमंत्री चार धाम यात्रा की शुरूआत के समय उत्तराखंड आये।
- मुखबा - गंगोत्री का शीतकालीन तीर्थस्थल :
- यह स्थान इस तथ्य के कारण लोकप्रिय है कि देवी गंगा की मूर्ति को ऊपरी हिमालय में स्थित गंगोत्री मंदिर से मुखबा लाया जाता है तथा शीतकाल के दौरान यहाँ रखा जाता है, क्योंकि भारी बर्फबारी के कारण गंगोत्री तक पहुँचना कठिन हो जाता है।
- हर साल दिवाली के शुभ अवसर पर गंगा की मूर्ति को भक्तों के जुलूस और गढ़वाल राइफल्स के आर्मी बैंड के साथ मुखबा स्थित मंदिर में लाया जाता है।
- भक्तगण शीतकालीन चार धाम यात्रा के एक भाग के रूप में मुखबा की यात्रा कर सकते हैं, क्योंकि उत्तराखंड सरकार ने सर्दियों के लिये भी सभी चार धामों को खोलने की योजना बनाई है। मुखबा को चार धाम यात्रा के दौरान भी कवर किया जा सकता है।
चार धाम यात्रा
- यमुनोत्री धाम:
- स्थान: उत्तरकाशी ज़िला.
- देवी यमुना को समर्पित।
- यमुना नदी भारत में गंगा नदी के बाद दूसरी सबसे पवित्र नदी है।
- गंगोत्री धाम:
- स्थान: उत्तरकाशी ज़िला.
- समर्पित: देवी गंगा को।
- सभी भारतीय नदियों में सबसे पवित्र मानी जाती है।
- केदारनाथ धाम:
- स्थान: रुद्रप्रयाग ज़िला.
- भगवान शिव को समर्पित।
- मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है।
- भारत में 12 ज्योतिर्लिंगों (भगवान शिव के दिव्य प्रतिनिधित्व) में से एक।
- बद्रीनाथ धाम:
- स्थान: चमोली ज़िला।
- पवित्र बद्रीनारायण मंदिर का घर।
- भगवान विष्णु को समर्पित।
- वैष्णवों के लिये पवित्र तीर्थस्थलों में से एक।

