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स्टेट पी.सी.एस.

  • 28 Feb 2023
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उत्तर प्रदेश Switch to English

उत्तर प्रदेश के बलिया में 7 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन

चर्चा में क्यों?

27 फरवरी, 2023 को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने उत्तर प्रदेश के बलिया के चितबड़ा गाँव में 6500 करोड़ रुपए के निवेश से 7 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु 

  • इस अवसर पर नितिन गडकरी ने बलिया-आरा के बीच 1500 करोड़ रुपए की लागत से 28 किलोमीटर ग्रीनफील्ड स्पर रोड के माध्यम से नए संपर्क मार्ग की भी घोषणा की।
  • केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे के बनने से अब पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल करते हुए लखनऊ से पटना केवल साढ़े चार घंटे में पहुँचा जा सकेगा। बलिया से बक्सर आधे घंटे में, बलिया से छपरा एक घंटे में और बलिया से पटना डेढ़ घंटे में पहुँचा जा सकता है।
  • उन्होंने कहा कि ग्रीनफील्ड हाईवे के निर्माण से पूर्वी उत्तर प्रदेश को बिहार के छपरा, पटना, बक्सर से बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
  • इस एक्सप्रेस-वे से बलिया के किसानों की सब्जियाँ लखनऊ, वाराणसी और पटना की मंडियों में आसानी से पहुँच सकेंगी। सब्जी उत्पादक किसानों को वाराणसी, गाजीपुर और हल्दिया के तीन मल्टी मॉडल टर्मिनल का सीधा लाभ मिलेगा।
  • केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 130 करोड़ रुपए की लागत से चंदौली से मोहनिया तक ग्रीनफील्ड सड़क बनेगा। यह सड़क उत्तर प्रदेश के चंदौली और बिहार के कैमूर ज़िले को दिल्ली-कोलकाता जी.टी. रोड से जोड़ेगी।
  • इसी तरह सैदपुर से मरदह तक सड़क बनेगा, जिससे सैदपुर होते हुए मऊ से वाराणसी का सीधा संपर्क हो जाएगा।
  • केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि प्रदेश के अन्य शहरों से बेहतर कनेक्टिविटी से प्रदेश की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार होगा। साथ ही आजमगढ़ ज़िले के पिछड़े इलाकों को भी नया कनेक्टिविटी मिलेगा।

बिहार Switch to English

2024 में बिहार में होगा प्रयाग हिन्दी साहित्य सम्मेलन

चर्चा में क्यों?

25-26 फरवरी को सेवाग्राम, वर्धा में आयोजित सम्मेलन के 74वें राष्ट्रीय अधिवेशन में फैसला लिया गया कि 2024 में बिहार में प्रयाग हिन्दी साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • प्रयाग हिन्दी साहित्य सम्मेलन का अमृत महोत्सव (75वाँ) राष्ट्रीय अधिवेशन, मार्च 2024 में बिहार में आयोजित किया जाएगा।
  • इस सम्मेलन के आयोजन के लिये स्थायी समिति के सदस्य और बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. अनिल सुलभ ने अनुरोध किया था।
  • ध्यातव्य है कि हिन्दी साहित्य सम्मेलन की स्थापना 1910 ई. में नागरी प्रचारिणी सभा के तत्वावधान में हुई थी। इसका मुख्यालय प्रयागराज में है, जिसमें छापाखाना, पुस्तकालय, संग्रहालय एवं प्रशासनिक भवन हैं।

मध्य प्रदेश Switch to English

जलवायु परिवर्तन और वन-संरक्षण के लिये डब्ल्यू.आर.आई. और एप्को में हुआ एमओयू

चर्चा में क्यों?

27 फरवरी, 2023 को जलवायु परिवर्तन पर आयोजित कार्यशाला में पर्यावरण विभाग के एप्को और अंतर्राष्ट्रीय शोध संस्थान डब्ल्यूआरआई इंडिया के बीच प्रदेश में जलवायु परिवर्तन एवं वनों के संरक्षण संबंधी कार्य पर तकनीकी सहयोग के लिये एमओयू किया गया।

प्रमुख बिंदु 

  • कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य नवंबर 2022 में मिस्र में संपन्न जलवायु परिवर्तन सम्मलेन सीओपी-27 के मुख्य बिंदुओं पर प्रस्तुतीकरण कर विचार-विमर्श किया जाना था।
  • कार्यपालन संचालक एप्को मुजीबुर्रहमान खान ने कहा कि एमओयू अगले 5 वर्ष में मध्य प्रदेश में जलवायु परिवर्तन एवं वनों के संरक्षण संबंधी कार्य पर केंद्रित होगा। इन वर्षों में उपयोगी एवं सार्थक प्रयास किये जाएंगे, जिसके परिणामस्वरूप हम सस्टेनेबल और ग्रीन डेवलेपमेंट की ओर परस्पर ठोस कदम बढ़ाएंगे।
  • एप्को, राज्य एवं ज़िला स्तर पर डब्ल्यूआरआई इंडिया और संबंधित विभागों को समस्त प्रकार की संस्थागत एवं तकनीकी सहायता देना जारी रखेगा।
  • राज्य जलवायु परिवर्तन केंद्र के समन्वयक लोकेंद्र ठक्कर ने कहा कि एप्को म.प्र. शासन की विशिष्ट संस्था है, जो राज्य शासन को पर्यावरण से संबंधित मुद्दों पर परामर्श देने के साथ शोध अध्ययन, योजना कार्य तथा प्रशिक्षण एवं क्षमता विकास के कार्यों के लिये प्रतिबद्ध है।
  • कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सीएएन इंटरनेशनल के हेड हरजीत सिंह ने जलवायु परिवर्तन से संबंधित Loss & Damage विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मध्य प्रदेश जलवायु परिवर्तन के कृषि, जल-संसाधन, पर्यटन और ऊर्जा क्षेत्रों में एक बड़ी चुनौती पेश कर रहे प्रभावों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील राज्य है। उपयुक्त नीतियों के साथ तकनीकी और वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता स्थानीय स्तर के समाधानों को बढ़ाने, लचीला बनाने और हानियों एवं क्षतियों को दूर कर मानव क्षमता बढ़ाने के लिये आवश्यक है।
  • डब्ल्यूआरआई इंडिया के क्लाइमेट प्रोग्राम की निदेशक उल्का केलकर ने कहा कि भारत में क्लाइमेट एक्शन के मामले में मध्य प्रदेश बहुत महत्त्वपूर्ण राज्य है। यह ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के मामले में भारत के शीर्ष 10 राज्य में से एक है।
  • राज्य, आर्द्र-भूमि की रक्षा, पारंपरिक जल-संचयन संरचनाओं को पुनर्जीवित करने और देशी मवेशियों की नस्लों को बढ़ावा देने जैसे उपायों को लागू कर रहा है। प्रदेश के बड़े और छोटे शहरों में कम कार्बन उत्सर्जन का हिस्सा बनने समुदायों के लिये भी काफी संभावनाएँ हैं।

हरियाणा Switch to English

महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में प्रदेश की आठ बेटियाँ दिखाएंगी दम

चर्चा में क्यों?

27 फरवरी, 2023 को बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने नई दिल्ली में आयोजित होने वाले महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के लिये भारतीय टीम की घोषणा की, जिसमें हरियाणा की 8 मुक्केबाज शामिल हैं।

प्रमुख बिंदु 

  • विदित है कि 15 से 26 मार्च तक इंदिरा गांधी इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स नई दिल्ली में महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप आयोजित की जाएगी।
  • चैंपियनशिप के लिये बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने भारतीय टीम में कुल 12 महिला मुक्केबाजों का चयन किया है, जिसमें आठ हरियाणा की हैं। आठ में से पाँच मुक्केबाज भिवानी ज़िले की हैं, जो कि अब तक के इतिहास में पहली बार हुआ है।
  • इस द्विवार्षिक वैश्विक प्रतियोगिता में 74 से अधिक देशों के 350 से अधिक मुक्केबाज भाग लेंगे, जबकि पिछली प्रतियोगिता में 73 देशों के 310 मुक्केबाजों ने भाग लिया था।
  • गौरतलब है कि रूस और बेलारूस के मुक्केबाजों की उपस्थिति के कारण अब तक 10 देशों ने नई दिल्ली में 15 से 26 मार्च तक होने वाली महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2023 के बहिष्कार की घोषणा की है। इसमें यूएसए, यूके, आयरलैंड, पोलैंड, स्विट्जरलैंड, कनाडा, स्वीडन, नीदरलैंड, चेक गणराज्य, यूक्रेन शामिल हैं।
  • उल्लेखनीय है कि भारत तीसरी बार महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की मेजबानी करेगा। इससे पहले वर्ष 2006 में ताल कटोरा स्टेडियम दिल्ली में और 2018 में आईजी स्टेडियम नई दिल्ली में चैंपियनशिप आयोजित हुई थी।
  • महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में कुल पुरस्कार 20 करोड़ रुपए है। चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल के लिये 95 करोड़, सिल्वर मेडल के लिये 4.96 करोड़ और ब्रॉन्ज मेडल के लिये 4.96 करोड़ रुपए हैं।
  • महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के लिये भारत की राष्ट्रीय टीम:
    • नीतू घनघस (48 किग्रा), भिवानी।
    • निखत जरीन (50 किग्रा), तेलंगाना।
    • साक्षी ढांडा (52 किग्रा), भिवानी।
    • प्रीति पंवार (54 किग्रा), भिवानी।
    • मनीषा मौन (57 किग्रा), कैथल।
    • जैस्मिन लंबोरिया (60 किग्रा), भिवानी।
    • शशि चोपड़ा (63 किग्रा), हिसार।
    • मंजू बोम्बोरिया (66 किग्रा), मध्य प्रदेश।
    • सनामाचा चानू (70 किग्रा), मणिपुर।
    • लवलीना बोर्गोहेन (75 किग्रा), असम।
    • स्वीटी बूरा (81 किग्रा) हिसार।
    • नूपुर श्योराण (81 किग्रा से अधिक), भिवानी।

छत्तीसगढ़ Switch to English

21वाँ अखिल भारतीय अंतर कृषि विश्वविद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता

चर्चा में क्यों?

27 फरवरी, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों ने श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा हिसार (हरियाणा) में आयोजित 21वीं अखिल भारतीय अंतर कृषि विश्वविद्यालयीन खेल-कूद प्रतियोगिता में छठवाँ स्थान हासिल किया है।

प्रमुख बिंदु 

  • इस प्रतियोगिता में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों ने विभिन्न स्पर्धाओं के अंतर्गत दो स्वर्ण, एक रजत तथा एक काँस्य पदक अर्जित किया।
  • इस प्रतियोगिता में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करते हुए कृषि महाविद्यालय रायपुर के एम.एस.सी. एग्रोनॉमी के छात्र विजय कुमार ने लंबी कूद स्पर्धा में तथा एम.एस.सी. कृषि मौसम विज्ञान विभाग के छात्र समीर कैमरों ने भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया।
  • इसी प्रकार लंबी कूद महिला स्पर्धा में कृषि महाविद्यालय बेमेतरा की छात्रा नीलावती नाग ने रजत पदक तथा 1500 मीटर दौड़ स्पर्धा में कृषि महाविद्यालय राजनांदगाँव के छात्र राजेश कुमार सोरी ने काँस्य पदक प्राप्त किया।
  • उल्लेखनीय है कि भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा इस वर्ष हिसार (हरियाणा) में 20 से 24 फरवरी तक 21वीं अखिल भारतीय अंतर कृषि विश्वविद्यालयीन खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें देश भर के 66 कृषि विश्वविद्यालय की टीमें शामिल हुई थीं।

छत्तीसगढ़ Switch to English

6 दिवसीय महिला मड़ई का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

27 फरवरी, 2023 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया ने राजधानी रायपुर के शंकर नगर स्थित बीटीआई ग्राउंड में 6 दिवसीय महिला मड़ई का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु 

  • मंत्री अनिला भेंड़िया ने इस अवसर पर नगर निगम की 100 स्वच्छता दीदियों का कैप और टी-शर्ट देकर सम्मान भी किया।
  • महिला बाल विकास विभाग द्वारा बीटीआई ग्राउंड में आयोजित महिला मड़ई 4 मार्च तक चलेगी। यहाँ प्रदेश के 33 ज़िलों के महिला स्व-सहायता समूहों और महिला उद्यमियों द्वारा स्व-निर्मित सामग्रियों के 66 स्टॉल की प्रदर्शनी लगी है।
  • महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया ने कहा कि इस मड़ई में छत्तीसगढ़ की महिलाओं के सशक्त होते कदमों और आत्मनिर्भर बनते जीवन की स्पष्ट झलक दिखाई देगी। इसके साथ महिला समूहों और उद्यमियों को प्लेटफार्म और नई पहचान मिलेगी।    

उत्तराखंड Switch to English

प्रदेश में अनाथ बच्चों के लिये बनेगा देश का पहला सरकारी मदर मिल्क बैंक

चर्चा में क्यों?

27 फरवरी, 2023 को उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अमर उजाला के इमर्जिंग लीडर्स ऑफ गढ़वाल कार्यक्रम में प्रदेश में अनाथ बच्चों के लिये देश के पहले सरकारी मदर मिल्क बैंक बनाए जाने की घोषणा की।

प्रमुख बिंदु 

  • स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि योजना के तहत धात्री महिलाएँ इस बैंक में दूध दान कर सकेंगी। शुरुआत में राज्य में ऐसा एक बैंक बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में यह अपनी तरह का पहला और अलग मिल्क बैंक होगा।
  • इस मिल्क बैंक के माध्यम से उन नवजात शिशुओं को दूध उपलब्ध कराया जाएगा, जिनकी माता की प्रसव के दौरान ही मृत्यु हो जाती है।
  • डॉ. रावत ने कहा कि प्रदेश में शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिये सरकार गर्भवती महिलाओं की संस्थागत डिलीवरी पर फोकस कर रही है। सरकार के प्रयास से जहाँ शिशु मृत्यु दर में उत्तराखंड का देशभर में 32वाँ स्थान था, वहीं आज घटकर 26वाँ स्थान हो गया है। इसे और कम करने के प्रयास जारी हैं।
  • सरकार ने गर्भवतियों को निशुल्क अस्पताल लाने-ले जाने की व्यवस्था की है। ऐजा बोई योजना भी चलाई जा रही है, जिसके तहत गर्भवती महिलाओं को दो हजार रुपए दिए जाते हैं। 1500 रुपए माताओं के खाने के लिये और पाँच सौ रुपए बच्चे के नामकरण के लिये दिये जा रहे हैं।
  • उन्होंने बताया कि शिशु-माता मृत्युदर कम करने के लिये सरकार की ओर से एक और योजना बनाई जा रही है। इसके तहत गर्भवती महिलाओं को 15 दिन पहले होम स्टे में रखा जाएगा। इसके लिये होटल, अस्पताल आदि में व्यवस्था की जाएगी।

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