उत्तर प्रदेश Switch to English
उत्तर प्रदेश के 14 व्यक्तियों को पद्म पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2022 को 73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ने वर्ष 2022 के लिये 128 पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। उत्तर प्रदेश से 14 व्यक्ति इन पुरस्कारों की सूची में शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- पद्म पुरस्कार देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इसे तीन श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। इन तीन श्रेणियों में पद्मविभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री शामिल हैं।
- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म विभूषण’, उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मभूषण’और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मश्री’पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
- ये पुरस्कार विभिन्न विषयों/क्षेत्रों, अर्थात् कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान व इंजीनियरिंग, व्यापार एवं उद्योग, चिकित्सा, साहित्य व शिक्षा, खेल, सिविल सेवा इत्यादि में प्रदान किये जाते हैं।
- इन पुरस्कारों की घोषणा राष्ट्रपति द्वारा हर वर्ष ‘गणतंत्र दिवस’के अवसर पर की जाती है तथा आमतौर पर मार्च/अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाने वाले औपचारिक समारोहों में ये पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
- इस वर्ष राष्ट्रपति ने 128 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंज़ूरी दी है, जिनमें 2 जोड़ी पुरस्कार (किसी जोड़ी को दिये गए पुरस्कार की गणना एक पुरस्कार के रूप में की जाती है) भी शामिल हैं। इस सूची में 4 पद्मविभूषण, 17 पद्मभूषण और 107 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं।
- पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वालों में 34 महिलाएँ हैं और इस सूची में 10 व्यक्ति विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के अंतर्गत आते हैं तथा 13 व्यक्तियों को मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया है।
- वर्ष 2022 के लिये घोषित पद्म पुरस्कारों की सूची में उत्तर प्रदेश के निम्नलिखित व्यक्ति शामिल हैं-
- राधेश्याम खेमका (मरणोपरांत) एवं कल्याण सिंह (मरणोपरांत) को क्रमश: साहित्य एवं शिक्षा तथा सार्वजनिक मामले के क्षेत्र में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्मविभूषण’ के लिये चुना गया है।
- राशिद खान को कला के क्षेत्र में तथा वशिष्ठ त्रिपाठी को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु ‘पद्मभूषण’ के लिये चुना गया है।
- इसी प्रकार सुश्री कमलिनी अस्थाना और सुश्री नलिनी अस्थाना (कला), शीशराम (कला), सेठ पाल सिंह (कृषि), सुश्री विद्या विंदु सिंह (साहित्य और शिक्षा), शिवानंद (योग), अजय कुमार सोनकर (विज्ञान एवं अभियांत्रिकी), सुश्री अजिता श्रीवास्तव (कला), डॉ. कमलाकर त्रिपाठी (चिकित्सा) तथा शिवनाथ मिश्र (कला) को पद्मश्री पुरस्कार के लिये चुना गया है।
उत्तर प्रदेश Switch to English
उत्तर प्रदेश के 79 पुलिसकर्मियों को वीरता पदक/सेवा पदक
चर्चा में क्यों?
26 जनवरी, 2022 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश के कुल 939 पुलिसकर्मियों को वीरता पदक/सेवा पदक से सम्मानित किया गया, जिनमें उत्तर प्रदेश के 79 पुलिसकर्मी शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- देश की सुरक्षा में अदम्य साहस का प्रदर्शन कर सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों को हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर वीरता पुरस्कार (Gallantry Award) से सम्मानित किया जाता है।
- गृह मंत्रालय का पुलिस प्रभाग सराहनीय/विशिष्ट सेवा तथा शौर्य के लिये राष्ट्रपति पुलिस पदक पुरस्कारों आदि से जुड़े मामलों से संबंधित कार्य करता है।
- वर्ष 2022 के लिये वीरता पदक प्राप्त करने वाले उत्तर प्रदेश के पुलिसकर्मी हैं-
- उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को वीरता के लिये पुलिस पदक (पीएमजी) प्रदान किया गया।
- विशिष्ट सेवा के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक उत्तर प्रदेश के 5 पुलिसकर्मियों-विजय प्रकाश, श्रीपति मिश्रा, सुशील पांडेय, मिश्री लाल शुक्ला एवं कृष्णचन्द्र मिश्रा को दिया गया।
- इसी प्रकार राज्य के 73 पुलिसकर्मियों को सराहनीय सेवा के लिये पुलिस पदक प्रदान किया गया।
बिहार Switch to English
बिहार के 2 व्यक्तियो को पद्म पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2022 को 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति ने वर्ष 2022 के लिये 128 पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। बिहार के शैबल गुप्ता और आचार्य चंदनाजी पद्मश्री के लिये चुने गए हैं।
प्रमुख बिंदु
- बिहार के आचार्य चंदनाजी को सामाजिक कार्यों के लिये, जबकि शैबल गुप्ता को मरणोपरांत साहित्य और शिक्षा में विशिष्ट योगदान के लिये पद्मश्री पुरस्कार हेतु चुना गया है।
- पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान हैं, जिन्हें तीन श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। इन तीन श्रेणियों में पद्म विभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री शामिल हैं। असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मविभूषण’, उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मभूषण’और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मश्री’पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
- ये पुरस्कार विभिन्न विषयों/क्षेत्रों, अर्थात् कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान व इंजीनियरिंग, व्यापार एवं उद्योग, चिकित्सा, साहित्य व शिक्षा, खेल, सिविल सेवा, इत्यादि में प्रदान किये जाते हैं।
- इन पुरस्कारों की घोषणा राष्ट्रपति द्वारा हर वर्ष ‘गणतंत्र दिवस’के अवसर पर की जाती है तथा आमतौर पर मार्च/अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाने वाले औपचारिक समारोहों में प्रदान किये जाते हैं।
- इस वर्ष राष्ट्रपति ने 128 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंज़ूरी दी है, जिनमें 2 जोड़ी पुरस्कार (किसी जोड़ी को दिये पुरस्कार की गणना एक पुरस्कार के रूप में की जाती है) भी शामिल हैं। इस सूची में 4 पद्मविभूषण, 17 पद्मभूषण और 107 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं।
- पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वालों में 34 महिलाएँ हैं और इस सूची में 10 व्यक्ति विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के अंतर्गत हैं तथा 13 व्यक्तियों को मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया है।
राजस्थान Switch to English
राजस्थान के 5 व्यक्तियों को पद्म पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2022 को 73वे गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ने वर्ष 2022 के लिये 128 पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। राजस्थान के 5 व्यक्ति इन पुरस्कारों की सूची में शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान हैं, जिन्हें तीन श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। इन तीन श्रेणियों में पद्म विभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री शामिल हैं। असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मविभूषण’, उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मभूषण’और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मश्री’पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
- ये पुरस्कार विभिन्न विषयों/क्षेत्रों, अर्थात् कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान व इंजीनियरिंग, व्यापार एवं उद्योग, चिकित्सा, साहित्य व शिक्षा, खेल, सिविल सेवा, इत्यादि में प्रदान किये जाते हैं।
- इन पुरस्कारों की घोषणा राष्ट्रपति द्वारा हर वर्ष ‘गणतंत्र दिवस’ के अवसर पर की जाती है तथा आमतौर पर मार्च/अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाने वाले औपचारिक समारोहों में प्रदान किये जाते हैं।
- इस वर्ष राष्ट्रपति ने 128 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंज़ूरी दी है, जिनमें 2 जोड़ी पुरस्कार (किसी जोड़ी को दिये पुरस्कार की गणना एक पुरस्कार के रूप में की जाती है) भी शामिल हैं। इस सूची में 4 पद्मविभूषण, 17 पद्मभूषण और 107 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं।
- पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वालों में 34 महिलाएँ हैं और इस सूची में 10 व्यक्ति विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के अंतर्गत हैं तथा 13 व्यक्तियों को मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया है।
- वर्ष 2022 के लिये घोषित पद्म पुरस्कारों की सूची में राजस्थान के निम्नलिखित व्यक्ति शामिल हैं-
- राजस्थान से पैरालिंपियन और स्वर्ण पदक विजेता चूरू के देवेंद्र झाझड़िया को खेल के क्षेत्र में और राजस्थान के 1978 बैच के आईएएस अधिकारी राजीव महर्षि को सिविल सेवा के क्षेत्र में ‘पद्मभूषण’पुरस्कार के लिये चुना गया है।
- इसी प्रकार पैरालिंपियन सुश्री अवनि लेखरा को खेल तथा कलाकार रामदयाल शर्मा और पटकथा लेखक चंद्रप्रकाश द्विवेदी को कला के क्षेत्र में ‘पद्मश्री’पुरस्कार के लिये चुना गया है।
मध्य प्रदेश Switch to English
मध्य प्रदेश राज्य परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी का हुआ गठन
चर्चा में क्यों?
27 जनवरी, 2022 को राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में 18 जनवरी को हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में लिये गए निर्णय के पालन में लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के अंतर्गत मध्य प्रदेश राज्य परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी एस.पी.वी. का गठन किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- मध्य प्रदेश राज्य परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी तथा प्रस्तावित एस.पी.वी. की अधिकृत शेयर पूंजी `1000 करोड़ एवं प्रदत्त पूंजी `10 करोड़ रखा जाना प्रस्तावित है। एस.पी.वी. के गठन के उपरांत शेयर पूंजी का 100% अंशदान मध्य प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
- मध्य प्रदेश राज्य परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी का प्रशासकीय विभाग मध्य प्रदेश लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग होगा। कंपनी के संचालक मंडल का भी गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री और उपाध्यक्ष मुख्य सचिव होंगे।
- मंडल के सदस्यों में वित्त, लोक परिसंपत्ति प्रबंधन, लोक निर्माण, राजस्व, वाणिज्यिक कर और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के प्रमुख सचिव होंगे। प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश राज्य परिसंपत्ति प्रंबधन कंपनी को सदस्य सचिव बनाया गया है।
- राज्य शासन ने संचालक मंडल के दायित्व भी निर्धारित किये हैं। इसके साथ ही कंपनी के लिये कार्यपालिक समिति का गठन कर उसके भी दायित्व निर्धारित किये गए हैं। राज्य शासन ने कंपनी के लिये वित्तपोषण की व्यवस्था, पदीय संरचना के साथ वार्षिक व्यय भी तय किया है।
- मध्य प्रदेश राज्य परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी एस.पी.वी.के निम्नलिखित दायित्व निर्धारित किये गए हैं-
- लोक परिसंपत्तियों के युक्तियुक्त प्रबंधन के संबंध में नीति एवं दिशा-निर्देशों को तैयार करना।
- अंतर्विभागीय विमर्श एवं समन्वय के माध्यम से राज्य एवं सार्वजनिक उपक्रम की परिसंपत्तियों का युक्तियुक्तकरण कर समुचित उपयोग सुनिश्चित करना।
- शासन एवं सार्वजनिक उपक्रम की संपत्तियों के मौद्रीकरण तथा प्रबंधन के लिये विभिन्न विकल्पों का मूल्यांकन करना।
- अनुपयोगी परिसंपत्तियों के लिये प्रबंधन एवं मौद्रीकरण हेतु आवश्यक कौशल एवं योग्यतायुक्त मानव संसाधन तैयार करना।
- सूचना प्रौद्योगिकी एवं भौगोलिक सूचना तंत्र के माध्यम से राज्य की नर्वर्तन योग्य परिसंपत्तियों की पंजी तैयार करना।
- परिसंपत्तियों के मूल्य को बढ़ाने के लिये आवश्यक विकास कार्य, जिससे परिसंपत्ति का बेहतर प्रबंधन हो सके।
- शासकीय विभागों एवं उपक्रमों को सेवा शुल्क के आधार पर परिसंपत्तियों के मौद्रीकरण तथा प्रबंधन के लिये सलाहकारी सेवा प्रदाय करना।
- आवश्यकतानुसार विभिन्न वित्तीय संस्थानों से ऋण प्राप्त कर इसे लोकहित के विभिन्न कार्यों में उपयोग करना।
मध्य प्रदेश Switch to English
मध्य प्रदेश के 5 व्यक्तियों को पद्म पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2022 को 73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ने वर्ष 2022 के लिये 128 पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। मध्य प्रदेश के 5 व्यक्ति इन पुरस्कारों की सूची में शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान हैं, जिन्हें तीन श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। इन तीन श्रेणियों में पद्म विभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री शामिल हैं। असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मविभूषण’, उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मभूषण’और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मश्री’पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
- ये पुरस्कार विभिन्न विषयों/क्षेत्रों अर्थात कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान व इंजीनियरिंग, व्यापार एवं उद्योग, चिकित्सा, साहित्य व शिक्षा, खेल, सिविल सेवा, इत्यादि में प्रदान किये जाते हैं।
- इन पुरस्कारों की घोषणा राष्ट्रपति द्वारा हर वर्ष ‘गणतंत्र दिवस’के अवसर पर की जाती है तथा आमतौर पर मार्च/अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाने वाले औपचारिक समारोहों में प्रदान किये जाते हैं।
- इस वर्ष राष्ट्रपति ने 128 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंज़री दी है, जिनमें 2 जोड़ी पुरस्कार (किसी जोड़ी को दिये पुरस्कार की गणना एक पुरस्कार के रूप में की जाती है) भी शामिल हैं। इस सूची में 4 पद्मविभूषण, 17 पद्मभूषण और 107 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं।
- पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वालों में 34 महिलाएँ हैं और इस सूची में 10 व्यक्ति विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के अंतर्गत हैं तथा 13 व्यक्तियों को मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया है।
- वर्ष 2022 के लिये घोषित पद्म पुरस्कारों की सूची में मध्य प्रदेश के निम्नलिखित व्यक्ति शामिल हैं-
- भोपाल के स्व. डॉ. नरेंद्र प्रसाद मिश्रा (मरणोपरांत) को चिकित्सा के क्षेत्र में ‘पद्मश्री’पुरस्कार के लिये चुना गया है।
- इसी प्रकार अर्जुन सिंह धुर्वे को कला, अवधकिशोर जड़िया को साहित्य एवं शिक्षा तथा रामसहाय पांडे और सुश्री दुर्गाबाई व्याम को कला के क्षेत्र में ‘पद्मश्री’पुरस्कार के लिये चुना गया है।
- अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त फिजीशियन स्व. डॉ. नरेंद्र प्रसाद मिश्रा ने भोपाल गैस त्रासदी के बाद हज़ारों पीड़ितों हेतु असाधारण चिकित्सा व्यवस्था के लिये कार्य किया था।
- डिंडौरी के अर्जुन सिंह धुर्वे ने बैगा नृत्य एवं संस्कृति को प्रवाहमान रखते हुए लोककला को शिखर पर पहुँचाया, वहीं मंडला की सुश्री दुर्गाबाई व्याम ने गोंड लोककथा की चित्रकारी को न केवल प्रवाहमान रखा, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसको पहचान दिलाई।
- सागर ज़िले के प्रतिभावान कलाकार रामसहाय पांडेय ने बुंदेलखंड के गीत-संगीत संस्कृति की पहचान ‘राई नृत्य’को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा दिलाई है।
झारखंड Switch to English
टाटा स्टील और झारखंड बैडमिंटन एसोसिएशन के बीच समझौता ज्ञापन
चर्चा में क्यों?
हाल ही में झारखंड में बैडमिंटन खेल की बढ़ती लोकप्रियता के बीच, हर घर में बैडमिंटन को शौक या पेशे के रूप में लेने के साथ, टाटा स्टील और झारखंड बैडमिंटन एसोसिएशन (जेबीए) ने संयुक्त रूप से राज्य में बैडमिंटन को बढ़ावा देने के लिये एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया।
प्रमुख बिंदु
- यह समझौता ज्ञापन टाटा स्टील और झारखंड बैडमिंटन एसोसिएशन के बीच सभी लंबित मुकदमों के निपटारे तथा समझौता करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
- इस पहल को आगे बढ़ाने के लिये टाटा स्टील स्पोर्ट्स डिवीज़न बैडमिंटन डेवलपमेंट एंड एडवाइजरी कमेटी का गठन किया गया है। समिति टाटा स्टील के बैडमिंटन ट्रेनिंग सेंटर और मोहन आहूजा बैडमिंटन स्टेडियम में बैडमिंटन को खेल के रूप में विकसित करने के लिये काम करेगी।
- इसमें ज़िला, राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन टूर्नामेंटों के प्रशिक्षण तथा आयोजन के लिये सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास बुनियादी ढाँचा प्रदान करना भी शामिल है।
- ज्ञातव्य हो कि बैडमिंटन फुटबॉल के बाद दुनिया में सबसे अधिक खेला जाने वाला खेल है। शहर में इसकी लोकप्रियता कई गुना बढ़ गई है।
झारखंड Switch to English
झारखंड के गिरधारी राम गोंझू को पद्म पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2022 को 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति ने वर्ष 2022 के लिये 128 पद्म पुरस्कारों की घोषणा की, जिसमें झारखंड के गिरधारी राम गोंझू पद्मश्री के लिये चुने गए हैं।
प्रमुख बिंदु
- झारखंड के प्रख्यात साहित्यकार, शिक्षाविद् एवं संस्कृतिकर्मी डॉ. गिरिधारी राम गोंझू को मरणोपरांत साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्मश्री सम्मान दिया जाएगा।
- डॉ.गोंझू हिन्दी और नागपुरी भाषा के जानकार थे तथा राँची विश्वविद्यालय के जनजातीय भाषा विभाग में प्राध्यापक रह चुके थे।
- सरल व मिलनसार स्वभाव वाले डॉ. गोंझू प्रभात खबर समाचार-पत्र द्वारा प्रकाशित माय माटी के नियमित लेखक भी रहे थे।
- पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मांन हैं, जिन्हें तीन श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। इन तीन श्रेणियों में पद्म विभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री शामिल हैं। असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मविभूषण’, उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मभूषण’ और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मश्री’ पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
- ये पुरस्कार विभिन्न विषयों/क्षेत्रों अर्थात् कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान व इंजीनियरिंग, व्यापार एवं उद्योग, चिकित्सा, साहित्य व शिक्षा, खेल, सिविल सेवा, इत्यादि में प्रदान किये जाते हैं।
- इन पुरस्कारों की घोषणा राष्ट्रपति द्वारा हर वर्ष ‘गणतंत्र दिवस’ के अवसर पर की जाती है तथा आमतौर पर मार्च/अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाने वाले औपचारिक समारोहों में प्रदान किये जाते हैं।
- इस वर्ष राष्ट्रपति ने 128 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंज़ूरी दी है, जिनमें 2 जोड़ी पुरस्कार (किसी जोड़ी को दिये पुरस्कार की गणना एक पुरस्कार के रूप में की जाती है) भी शामिल हैं। इस सूची में 4 पद्मविभूषण, 17 पद्मभूषण और 107 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं।
- पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वालों में 34 महिलाएँ हैं और इस सूची में 10 व्यक्ति विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के अंतर्गत हैं तथा 13 व्यक्तियों को मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया है।
उत्तराखंड Switch to English
उत्तराखंड के 4 व्यक्तियों को पद्म पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2022 को 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति ने वर्ष 2022 के लिये 128 पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। उत्तराखंड के 4 व्यक्ति इन पुरस्कारों की सूची में शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान हैं, जिन्हें तीन श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। इन तीन श्रेणियों में पद्म विभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री शामिल हैं।
- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मविभूषण’, उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मभूषण’ और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्मश्री’ पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
- ये पुरस्कार विभिन्न विषयों/क्षेत्रों अर्थात् कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान व इंजीनियरिंग, व्यापार एवं उद्योग, चिकित्सा, साहित्य व शिक्षा, खेल, सिविल सेवा, इत्यादि में प्रदान किये जाते हैं।
- इन पुरस्कारों की घोषणा राष्ट्रपति द्वारा हर वर्ष ‘गणतंत्र दिवस’ के अवसर पर की जाती है तथा आमतौर पर मार्च/अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाने वाले औपचारिक समारोहों में प्रदान किये जाते हैं।
- इस वर्ष राष्ट्रपति ने 128 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंज़ूरी दी है, जिनमें 2 जोड़ी पुरस्कार (किसी जोड़ी को दिये पुरस्कार की गणना एक पुरस्कार के रूप में की जाती है) भी शामिल हैं। इस सूची में 4 पद्मविभूषण, 17 पद्मभूषण और 107 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं।
- पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वालों में 34 महिलाएँ हैं और इस सूची में 10 व्यक्ति विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के अंतर्गत हैं तथा 13 व्यक्तियों को मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया है।
- वर्ष 2022 के लिये घोषित पद्म पुरस्कारों की सूची में उत्तराखंड के निम्नलिखित व्यक्ति शामिल हैं-
- जनरल बिपिन रावत (मरणोपरांत) को सिविल सेवा के क्षेत्र में भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्मविभूषण’के लिये चुना गया है।
- इसी प्रकार सुश्री माधुरी बर्थवाल (कला), सुश्री बसंती देवी (सामाजिक कार्य) तथा सुश्री वंदना कटारिया (खेल) को ‘पद्मश्री’पुरस्कार के लिये चुना गया है।
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