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सुशासन सूचकांक, 2021 में उत्तराखंड
चर्चा में क्यों?
25 दिसंबर, 2021 को सुशासन दिवस के अवसर पर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के द्वारा सुशासन सूचकांक जारी किया गया, जिसमें उत्तर-पूर्व एवं पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में उत्तराखंड को तृतीय रैंक प्राप्त हुई है।
प्रमुख बिंदु
- जीजीआई-2021 में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को चार श्रेणियों- समूह ए, समूह बी, पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्य, केंद्र शासित प्रदेश में बाँटकर रैंकिंग दी गई है। जीजीआई-2021 तैयार करने के लिये 10 क्षेत्रों के 58 संकेतकों पर विचार किया गया है।
- उत्तराखंड ने सुशासन सूचकांक की समग्र रैंकिंग में 4.842 स्कोर के साथ उत्तर-पूर्व एवं पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में तृतीय रैंक प्राप्त की है।
- उत्तराखंड के पिछले सूचकांक (2019) की तुलना में इस वर्ष के स्कोर में 0.5 प्रतिशत की कमी हुई है। पिछली बार इसका स्कोर 4.87 था, जो अब घटकर 4.84 हो गया है।
- उत्तराखंड ने मूलत: कृषि और संबद्ध क्षेत्र, सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र तथा न्यायिक एवं सार्वजनिक सुरक्षा क्षेत्र में सुधार किया है।
- सुशासन सूचकांक 10 क्षेत्रों पर आधारित है, जिसमें उत्तराखंड की रैंकिंग तथा स्कोर निम्नलिखित हैं-
क्षेत्र |
उत्तराखंड की रैंकिंग |
स्कोर |
1. कृषि और संबद्ध क्षेत्र |
7वीं |
0.386 |
2. वाणिज्य एवं उद्योग क्षेत्र |
तृतीय |
0.650 |
3. मानव संसाधन विकास क्षेत्र |
द्वितीय |
0.607 |
4. सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र |
7वीं |
0.451 |
5. सार्वजनिक अवसंरचना और उपयोगिता क्षेत्र |
8वीं |
0.627 |
6. आर्थिक शासन क्षेत्र |
तृतीय |
0.447 |
7. समाज कल्याण एवं विकास |
6वीं |
0.484 |
8. न्यायिक एवं सार्वजनिक सुरक्षा |
द्वितीय |
0.493 |
9. पर्यावरण क्षेत्र |
8वीं |
0.138 |
10. नागरिक केंद्रित शासन |
प्रथम |
0.560 |
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