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बिहार में शराबबंदी के आकलन के लिये होगा हर घर सर्वे
चर्चा में क्यों?
26 नवंबर, 2023 को नशामुक्ति दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने कहा है कि जाति आधारित गणना की तरह शराबबंदी के प्रभाव के आकलन के लिये अब हर घर में सर्वे होगा। उन्होंने मद्य निषेध के प्रचार के लिये वाहनों को हरी झंडी भी दिखाई।
प्रमुख बिंदु
- फरवरी 2023 में जारी किये गए सर्वे के अनुसार 99 प्रतिशत महिलाएँ और 92 प्रतिशत पुरुष शराबबंदी पक्ष में हैं।
- इस सर्वे के माध्यम से यह पता चलेगा कि कितने लोगों ने शराब का सेवन छोड़ा है। साथ ही शराबबंदी का परिवार और समाज पर प्रभाव की रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी।
- मद्यनिषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अनुसार इस बार अकादमिक संस्थानों को इसके लिये आमंत्रित किया गया है।
- बिहार के सभी 38 ज़िलों के न्यूनतम 2500 घरों का सर्वे किया जाएगा। साथ ही कम-से-कम 40 लोगों का इंटरव्यू भी किया जाएगा। इसके आलावा चार फोकस ग्रुप भी होंगे, जो शराबबंदी के मुद्दे पर विचार-विमर्श करेंगे।
- वर्ष 2018 के सर्वे से यह ज्ञात हुआ कि 1 करोड़ 64 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है तथा वर्ष 2023 के सर्वे में यह आँकड़ा 1 करोड़ 82 लाख पर पहुँच गया।
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