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राजस्थान स्टेट पी.सी.एस.

  • 27 Oct 2022
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ईसरदा पेयजल परियोजना के लिये 6 नए कार्यालयों के गठन को मंजूरी

चर्चा में क्यों? 

26 अक्टूबर, 2022 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ई.आर.सी.पी.) के अंतर्गत ईसरदा पेयजल परियोजना के लिये 6 नवीन कार्यालयों के गठन के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी। ये कार्यालय दौसा ज़िले में खोले जाएंगे। 

प्रमुख बिंदु 

  • पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ई.आर.सी.पी.) के अंतर्गत ईसरदा पेयजल परियोजना का निर्माण दौसा व सवाई-माधोपुर ज़िलों में पेयजल आपूर्ति के लिये किया जा रहा है।  
  • 3651 करोड़ रुपए की ईसरदा पेयजल परियोजना से दोनों ज़िलों के 1256 गाँवों तथा 6 शहरों में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। 
  • मुख्यमंत्री ने 6 नवीन कार्यालयों में अतिरिक्त मुख्य अभियंता के 1, अधीक्षण अभियंता के 1, अधिशासी अभियंता के 6, सहायक अभियंता के 14 सहित कुल 65 पदों के सृजन के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है।  
  • मुख्यमंत्री ने नवीन कार्यालयों में फर्नीचर व अन्य ज़रूरी सामान उपलब्ध कराने हेतु 18 लाख रुपए की राशि भी स्वीकृत की है। उक्त स्वीकृति से ईसरदा जल परियोजना के प्रभावी क्रियान्वयन में सहायता मिलेगी तथा समयबद्ध तरीके से योजना के पूर्ण होने पर क्षेत्र में आमजन को निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। 

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राष्ट्रीय युवा योजना के सातदिवसीय राष्ट्रीय एकता एवं सद्भावना शिविर की शुरुआत

चर्चा में क्यों? 

26 अक्टूबर, 2022 को जाने-माने गांधीवादी विचारक स्वर्गीय डॉ. एस.एन. सुब्बाराव (भाई जी) द्वारा स्थापित राष्ट्रीय युवा योजना (एनवाईपी) द्वारा राजस्थान के जयपुर के दुर्गापुरा कृषि अनुसंधान केंद्र में सातदिवसीय राष्ट्रीय एकता एवं सद्भावना शिविर की शुरुआत की गई।  

प्रमुख बिंदु 

  • 26 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच आयोजित होने वाले इस अखिल भारतीय शिविर में देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से 500 से ज़्यादा स्वयं सेवक और जाने-माने गांधीवादी शिरकत कर रहे हैं। 
  • पूर्व महाधिवक्ता जी.एस. बापना ने बताया कि 27 अक्टूबर को सुब्बाराव जी की पहली पुण्यतिथि है। पिछले साल इसी दिन जयपुर में उनका निधन हुआ था। इस बात को ध्यान में रखते हुए ही इस बार यह शिविर जयपुर में आयोजित किया गया है।  
  • सुब्बाराव जीवनभर देश में भाईचारा, सद्भावना एवं प्रेम के प्रचार-प्रसार और सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ संघर्ष के लिये युवाओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से देश के कोने-कोने में शिविर आयोजित करते थे। उन्हीं के काम को आगे बढ़ाते हुए यह शिविर आयोजित किया जा रहा है। इसमें भारत के सभी राज्यों के साथ राजस्थान के सभी 33 ज़िलों से स्वयं सेवक हिस्सा ले रहे हैं।  
  • स्वर्गीय सुब्बाराव की याद में दुर्गापुरा गोशाला में राष्ट्रीय एकता बगीचा लगाया जाएगा, जिसमें देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आए सभी स्वयं सेवक एक-एक पौधा लगाएंगे।  
  • शिविर संयोजक हनुमान सहाय शर्मा के अनुसार इस शिविर में प्रतिष्ठित गांधीवादी विचारकों के व्याख्यान होंगे और व्यक्तित्व विकास पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। सर्वधर्म प्रार्थना के बाद युवाओं को स्वानुशासन का पाठ पढ़ाया जाएगा। 

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राजस्थान के 344 आवासीय विद्यालयों में स्थापित होंगी डिजिटल लाइब्रेरी

चर्चा में क्यों?

26 अक्टूबर, 2022 को डिजिटल लर्निंग के महत्त्व को समझते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के 344 आवासीय विद्यालयों में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने के लिये 36.56 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री के इस निर्णय से जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, अल्पसंख्यक मामलात, स्कूल शिक्षा विभाग आदि के अधीन संचालित विभिन्न आवासीय विद्यालयों, बहुद्देशीय हॉस्टल व कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में अत्याधुनिक सुविधा से लैस डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित हो सकेंगी।
  • गौरतलब है की वित्त एवं विनियोग विधेयक, 2022-23 की चर्चा के दौरान की गई घोषणा की अनुपालना में मुख्यमंत्री ने यह स्वीकृति प्रदान की है।
  • मुख्यमंत्री ने अल्प आय वर्ग के विद्यार्थियों को डिजिटल लर्निंग का लाभ दिलाने की दृष्टि से विभिन्न विभागों के अधीन आवासीय शिक्षण संस्थानों एवं चयनित विद्यालयों में 9वीं से 12वीं की कक्षाओं के लिये डिजिटल लाइब्रेरी एवं अन्य आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराने हेतु वित्तीय प्रावधान की घोषणा की थी।
  • इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 500 मदरसों में अब स्मार्ट क्लासरूम करने के लिये 13.10 करोड़ रुपए के अतिरिक्त बजट की स्वीकृति प्रदान की है।
  • उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने प्रदेश के मदरसों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने की शुरुआत कर दी है। अब मदरसों में बेहतर शिक्षा के लिये इनमें स्मार्ट क्लासरूम जैसी विभिन्न सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी, यहाँ विद्यार्थी अब ब्लैक बोर्ड की जगह स्मार्ट बोर्ड के ज़रिये तालीम (शिक्षा) हासिल करेंगे।
  • राजस्थान मदरसा बोर्ड द्वारा पंजीकृत मदरसों में से 500 मदरसों में स्मार्ट क्लासरूम स्थापित किये जाने के लिये प्रति मदरसा 2.62 लाख रुपए खर्च होंगे।
  • गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने बजट वर्ष 2022-23 में पंजीकृत मदरसों में स्मार्ट क्लासरूम मय इंटरनेट की सुविधा चरणबद्ध रूप से कराए जाने की घोषणा की थी। इसी के तहत प्रथम चरण में आगामी वर्ष में 500 मदरसों को अपग्रेड किया जाएगा।

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