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प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने हेतु एमओयू
चर्चा में क्यों?
26 सितंबर, 2022 को मध्य प्रदेश किसान-कल्याण एवं कृषि विकास विभाग और नेशनल कोएलीशन फॉर नेचुरल फार्मिंग (एनसीएनएफ) के मध्य प्राकृतिक खेती को और बढ़ावा देने के लिये एमओयू साइन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- एमओयू के तहत किसानों को जागरूक करने में एनसीएनएफ समान विचारधारा वाली 23 पार्टनर संस्थाओं के साथ मिल कर प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और किसानों को लाभान्वित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
- प्राकृतिक खेती के लिये एनसीएनएफ द्वारा नेचर पॉजीटिव एग्रीकल्चर एवं नेचर बेस्ड सॉल्यूशन में सहयोग किया जाएगा। इसके अलावा शासन के साथ पॉलिसी एवं क्रियान्वयन के स्तर पर भी सशक्त भागीदारी की जाएगी।
- गौरतलब है कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिये निरंतर कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के 40 हज़ार किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने, जैविक उत्पादन, उचित मूल्य प्राप्त करने, जीवामृत, बीजामृत, गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट और रोगों एवं कीटों की रोकथाम के लिये जैविक कीटनाशक तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
- प्राकृतिक खेती के द्वारा लोगों के स्वास्थ्य के बेहतर बनाने और भूमि की उर्वरा शक्ति को बरकरार रखने में मदद मिलेगी। निरंतर रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से क्षीण हो रही भूमि की उर्वरा शक्ति, नष्ट हो रहे कृषि मित्र केचुएँ और जन्म ले रही मानवजन्य बीमारियों की रोकथाम के लिये प्रदेश में प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में बेहतर तरीके से कार्य करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
- प्राकृतिक खेती के रकबे को बढ़ा कर खेती की लागत में कमी लाते हुए किसानों की आय में उत्तरोत्तर वृद्धि करने के लिये शासन निरंतर कार्य कर रहा है।
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आयुष्मान भारत निरामयम योजना में नवाचार और सर्वोत्तम प्रयासों के लिये मध्य प्रदेश हुआ पुरस्कृत
चर्चा में क्यों?
26 सितंबर, 2022 को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने नई दिल्ली में आरोग्य मंथन 2022 कार्यक्रम के समापन-सत्र में मध्य प्रदेश को आयुष्मान भारत निरामयम और स्वास्थ्य योजनाओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर पुरस्कृत किया।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना के चार वर्ष और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के एक वर्ष पूर्ण होने पर नई दिल्ली में 25 सितंबर और 26 सितंबर को आयोजित दोदिवसीय ‘आरोग्य मंथन’कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राज्यों को पुरस्कृत किया गया।
- प्रदेश को वर्ष 2021-22 में आयुष्मान भारत योजना में ‘नवाचार और सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य’के रूप में चुना गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने आयुष्मान भारत निरामयम और विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं में मध्य प्रदेश द्वारा किये गए अनुकरणीय कार्य और प्रगति की सराहना की है।
- प्रदेश में आयुष्मान भारत निरामयम योजना में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। प्रतिदिन 4 हज़ार से अधिक लाभार्थियों को नि:शुल्क उपचार दिया जा रहा है। राज्य एम्बुलेंस सेवा से योजना के पात्र व्यक्तियों को नि:शुल्क परिवहन प्रदाय किया जा रहा है।
- योजना में लाभार्थी केंद्रित 26 लाइन इनबाउंड और आउटबाउंड कॉल सेंटर स्थापित किये गए हैं। इनबाउंड कॉल सेंटर से लाभार्थियों को योजना के अंतर्गत सूचना प्रदाय की जा रही है। समवर्ती लेखा परीक्षा और लाभार्थी फीडबैक लेने के लिए आउटबाउंड कॉल सेंटर स्थापित किया गया है।
- पीएमजेएवाई फंड से सरकारी अस्पतालों का सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। निरामयम प्रोत्साहन योजना में पंजीकृत होने वाले प्रत्येक प्रकरण के लिये चिकित्सक और उपचार करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि दी जाती है। रोगी कल्याण समितियों में जमा घ्हुई राशि से अस्पतालों के बुनियादी ढाँचों को सुदृढ़ करने के प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य शासन ने अस्पतालों को इलाज के लिए पर्याप्त पैकेज लागत उपलब्ध कराने हेतु स्वास्थ्य लाभ पैकेज 2.2 कार्यक्रम को अपनाया है।
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