उत्तर प्रदेश Switch to English
ग्राम पंचायत स्तर पर डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिये ‘समर्थ अभियान’का शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
25 मई, 2023 को केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ‘अमृत महोत्सव’के तहत 50,000 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिये ‘समर्थ अभियान’का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि ग्रामीण विकास मंत्रालय 50,000 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिये ‘समर्थ अभियान’चला रहा है, जो 1 फरवरी, 2023 से शुरू हुआ और 15 अगस्त, 2023 तक आजादी के ‘अमृत महोत्सव’के अंतर्गत जारी रहेगा।
- ‘समर्थ अभियान’का बड़ा ज़ोर विशेष रूप से महिलाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने पर है।
- इस अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने बताया कि स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) का जो एनपीए 2013 में 9.58 प्रतिशत था, वो अब घटकर 2 प्रतिशत से नीचे आ गया है।
- इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अकेले उत्तर प्रदेश में ही बीसी सखियों द्वारा 5 करोड़ 57 लाख लेन-देन करके जो डिजिटल परिवर्तन लाया गया है, उसके जरिये बीसी सखियों ने न सिर्फ इतनी बड़ी आबादी को डोरस्टेप बैंकिंग के साथ अंतिम मील तक सेवाएँ दी हैं, बल्कि उन्होंने अपने परिसर के भीतर छोटे आकार वाले लेन-देन करके बैंकों के संसाधनों को लागत से बचाने में मदद की है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गाँवों में बनाए जा रहे डिजिटल ग्राम सचिवालयों में प्रत्येक बैंक सखियों को सेवाएँ देने का प्रावधान भी होगा।
- इस कार्यक्रम में बीसी सखियों की 75 प्रेरणादायक कहानियों के सार-संग्रह का अनावरण किया गया और इसके साथ ही बीसी सखियों ने अपने जीवन में हुए कायापलट की जीवंत गवाहियों और सफलता की कहानियाँ इस कार्यक्रम में सुनाईं।
- इसके अलावा बीसी सखियों को बायोमेट्रिक पीओएस मशीन भी वितरित की गईं और नवनियुक्त बीसी सखियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए।
- इस कार्यक्रम में पूरे भारत से लगभग 1000 बीसी सखियों ने भाग लिया। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम) और पूरे भारत के अन्य हितधारक वेबकास्ट के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए और इस कार्यक्रम को सोशल मीडिया पर लाइव स्ट्रीम किया गया।
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प्रधानमंत्री ने तीसरे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के शुरू होने की घोषणा की
चर्चा में क्यों?
25 मई, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) 2023 के शुरू होने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तीसरे संस्करण का आयोजन 25 मई से 3 जून तक उत्तर प्रदेश में किया जा रहा है। इन खेलों का समापन समारोह तीन जून को वाराणसी में होगा।
- तीसरे केआईयूजी में देश के 200 से अधिक विश्वविद्यालयों के 4750 से अधिक एथलीट भाग ले रहे हैं, जो 21 खेल श्रेणियों में प्रतिस्पर्द्धा करेंगे।
- खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के इस संस्करण का शुभंकर ‘जीतू’, उत्तर प्रदेश के राजकीय पशु बारहसिंघा को बनाया गया है।
- विदित है कि 23 मई, 2023 को ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक (एसवीएसपी) स्टेडियम में पुरुषों और महिलाओं के कबड्डी के ग्रुप लीग खेल से केआईयूजी की शुरुआत हो चुकी है।
- सात अन्य खेलों- बास्केटबॉल, फुटबॉल, रग्बी, टेनिस, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल और मल्लखंब के प्रारंभिक दौर और समूह खेल भी 24 मई, 2023 को लखनऊ के तीन स्थानों पर शुरू हुए।
- राज्य के चार शहर लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर और नोएडा विभिन्न खेलों की मेजबानी करेंगे, जबकि दिल्ली के डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज, शूटिंग स्पर्द्धा की मेजबानी करेगा।
- गोरखपुर के रामगढ़ ताल में होने वाली रोइंग स्पर्द्धा, इस केआईयूजी के साथ वाटर-स्पोर्ट्स की शुरुआत को भी सुनिश्चित करेगी।
- विदित हे कि प्रधानमंत्री ने देश में खेल की संस्कृति को और विकसित करने तथा देश के युवाओं को खेलों के लिये प्रोत्साहित करने पर बहुत ध्यान दिया है। सरकार द्वारा उदीयमान खिलाड़ियों को सहयोग देने के लिये विभिन्न योजनाएँ शुरू की गई हैं और देश में खेल के इकोसिस्टम को मजबूत करने के प्रयास किये गए हैं। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन इसी दिशा में एक और शानदार कदम है।
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