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NIT पटना के छात्र द्वारा बनाई गई सिमुलेटर मशीन को मिला पेटेंट
चर्चा में क्यों?
23 मार्च, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार एनआईटी पटना के पीएचडी स्टूडेंट्स डॉ. हिलोल चक्रवर्ती द्वारा बनाई गई सिमुलेटर मशीन, जो मेटेरियल के सैंपल के आधार पर सड़क की निर्माण सामग्री में नमी की पहचान कर लेगी, को पेटेंट मिल गया है।
प्रमुख बिंदु
- पीएचडी स्टूडेंट्स डॉ. हिलोल चक्रवर्ती ने बताया कि सिमुलेटर मशीन से अलकतरा के साथ कौन-सा मेटेरियल मिलाया जाए, जिससे सड़क पानी या अधिक गर्मी या फिर अधिक दबाव से जल्दी खराब न हो, इसकी पहचान की जाएगी।
- यह मशीन मौसम, वाहनों के दबाव और पथरीले स्थान पर अलकतरा के साथ सीमेंट या अन्य सामग्री कितना और कैसे मिलाया जाएगा, यह बताएगी।
- विदित है कि एनआईटी पटना के पीएचडी के छात्र डॉ. हिलोल चक्रवर्ती ने चार साल के रिसर्च के बाद सिमुलेटर मशीन को बनाया है।
- एनआईटी के डीन प्रो संजीव सिन्हा ने बताया कि उत्तर बिहार के कई इलाकों में बाढ़ की वजह से सड़क हर साल खराब हो जाती है। इसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस मशीन की सहायता से सड़कें जल्दी खराब नहीं होंगी, क्योंकि पहले इसके कारणों का पता लगाकर सड़कें बनाई जाएंगी।
- उन्होंने बताया कि नयी तकनीक के आधार पर सड़क निर्माण सामग्री की जाँच करने की यह पहली मशीन है और यह बहुत ही कम लागत में बनाई गई है।
- अब सिमुलेटर मशीन के व्यावसायिक इस्तेमाल के लिये किसी कंपनी या सरकार के साथ समझौता किया जाएगा। पानी और अन्य कारणों की वजह हर साल अरबों रुपए का नुकसान होता है। इस तकनीक के इस्तेमाल से सड़क जल्दी खराब नहीं होगा।
डॉ. हिलोल चक्रवर्ती द्वारा बनाई गई सिमुलेटर मशीन
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