उत्तर प्रदेश Switch to English
मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण जबकि प्रदेश के अन्य सात विभूतियाँ पद्म श्री सम्मान के लिये चयनित
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2023 को राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वर्ष 2023 के लिये देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों ‘पद्म पुरस्कारों’की घोषणा की। इनमें उत्तर प्रदेश से मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण जबकि प्रदेश के अन्य सात विभूतियों को पद्म श्री अवार्ड के लिये चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- वर्ष 2023 के लिये राष्ट्रपति ने तीन द्वय मामलों (एक द्वय मामले में, पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) सहित 106 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी है।
- सूची में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। पुरस्कार पाने वालों की सूची में 19 महिलाएँ हैं और विदेशियों/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई की श्रेणी के 2 व्यक्ति और 7 मरणोपरांत पुरस्कार पाने वाले भी शामिल हैं।
- समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को नागरिक मामले में असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये मरणोपरांत पद्म विभूषण पुरस्कार लिये चुना गया है।
- पद्म श्री पुरस्कार के लिये चयनित उत्तर प्रदेश के सात विभूतियों में राधा चरण गुप्ता, दिलशाद हुसैन, अरविंद कुमार, मनोरंजन साहू, रित्विक सान्याल, विश्वनाथ प्रसाद तिवारी और उमा शंकर पांडे शामिल हैं।
- राधा चरण गुप्ता और विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में, दिलशाद हुसैन और रित्विक सान्याल को कला के क्षेत्र में, अरविंद कुमार को विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में, मनोरंजन साहू को चिकित्सा के क्षेत्र में तथा उमा शंकर पांडे को सामाजिक कार्य के क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये पद्म श्री अवार्ड हेतु चुना गया है।
- गौरतलब है कि देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में पद्म पुरस्कार शामिल हैं। पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री के रूप में प्रदान किये जाते हैं। प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुरस्कारों की घोषणा की जाती है।
- यह पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि जैसे विभिन्न विषयों/गतिविधियों के क्षेत्रों में दिये जाते हैं।
- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म विभूषण’, उच्च स्तर की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म भूषण’और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म श्री’से सम्मानित किया जाता है।
- ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा औपचारिक समारोहों में प्रदान किये जाते हैं जो आमतौर पर हर साल मार्च/अप्रैल के आसपास राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाते हैं।
बिहार Switch to English
बिहार के तीन विभूतियाँ पद्म श्री सम्मान के लिये चयनित
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2023 को राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वर्ष 2023 के लिये देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों ‘पद्म पुरस्कारों’की घोषणा की। इनमें बिहार के तीन विभूतियों को पद्म श्री अवार्ड के लिये चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- वर्ष 2023 के लिये राष्ट्रपति ने तीन द्वय मामलों (एक द्वय मामले में, पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) सहित 106 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी है।
- सूची में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। पुरस्कार पाने वालों की सूची में 19 महिलाएँ हैं और विदेशियों/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई की श्रेणी के 2 व्यक्ति और 7 मरणोपरांत पुरस्कार पाने वाले भी शामिल हैं।
- पद्म श्री पुरस्कार के लिये चयनित बिहार के तीन विभूतियों में सुभद्रा देवी, आनंद कुमार और कपिल देव प्रसाद शामिल हैं।
- सुभद्रा देवी और कपिल देव प्रसाद को कला के क्षेत्र में जबकि आनंद कुमार को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये पद्म श्री अवार्ड हेतु चुना गया है।
- मधुबनी की सुभद्रा देवी पेपरमेसी आर्टिस्ट हैं। उन्होंने इस कला को लोगों तक पहुँचाया। वहीं नालंदा के कपिलदेव प्रसाद ने बावन बूटी कला को एक पहचान दी है, उनके द्वारा इस कला से निर्मित साड़ियाँ काफी पसंद की जाती हैं। सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार एक गणितज्ञ होने के साथ-साथ कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पत्रिकाओं के संपादक रह चुके हैं।
- गौरतलब है कि देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में पद्म पुरस्कार शामिल है। पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री के रूप में प्रदान किये जाते हैं। प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुरस्कारों की घोषणा की जाती है।
- यह पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि जैसे विभिन्न विषयों/गतिविधियों के क्षेत्रों में दिये जाते हैं।
- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म विभूषण’, उच्च स्तर की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म भूषण’और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म श्री’से सम्मानित किया जाता है।
- ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा औपचारिक समारोहों में प्रदान किये जाते हैं जो आमतौर पर हर साल मार्च/अप्रैल के आसपास राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाते हैं।
बिहार Switch to English
बिहार पुलिस के दो जवानों को राष्ट्रपति का विशिष्ट सेवा पदक और 17 को सराहनीय पुलिस सेवा पदक
चर्चा में क्यों?
26 जनवरी, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बिहार पुलिस के दो जवानों को राष्ट्रपति का विशिष्ट सेवा पदक और 17 को सराहनीय पुलिस सेवा पदक मिला है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है।
प्रमुख बिंदु
- यह लगातार तीसरा वर्ष है, जब यहाँ से किसी को पुलिस वीरता पदक नहीं मिला है।
- विशिष्ट सेवा पदक पाने वालों में गया ज़िला के नीमचक बथानी के एसडीपीओ विनय कुमार शर्मा और आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के इंस्पेक्टर विनय कृष्ण शामिल हैं।
- इसके अलावा आईजी से लेकर हवलदार तक के 17 कर्मियों को सराहनीय पुलिस सेवा पदक से नवाजा गया है। इनमें आईजी (मुख्यालय) विनय कुमार समेत अन्य शामिल हैं।
- इस पदक पाने वालों की सूची में सबसे ज्यादा संख्या सीआईडी और डुमरांव स्थित बीसैप (बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस) के कर्मी शामिल हैं।
- इन 17 को मिला सराहनीय पुलिस सेवा पदक-
- विनय कुमार, आईजी (मुख्यालय), पुलिस मुख्यालय, बिहार
- आलमनाथ भुईया, हवलदार, किशनगंज
- अवधेश कुमार सिंह, हवलदार, बी-सैप - 4, डुमरांव, बक्सर
- अक्षयबर नाथ पांडेय, कॉस्टेबल, बीसैप मुख्यालय, पटना
- संजय कुमार शेखर, एएसआई, एटीएस, पटना
- संतोष कुमार दीक्षित, एएसआई, सीआईडी, पटना
- आलोक कुमार, कांस्टेबल, एससीआरबी, पटना
- देवेंद्र कुमार, एएसआई, सीआईडी, पटना
- धर्मराज शर्मा, कांस्टेबल, पुलिस मुख्यालय
- धनंजय कुमार, कांस्टेबल - 107, सीआईडी, पटना
- बैजनाथ कुमार, कांस्टेबल, किशनगंज
- संजय कुमार, कांस्टेबल - 69, सीआईडी, पटना
- मुख्तार अली, कांस्टेबल - 217, सीआईडी, पटना
- बोअस एइंद, हवलदार, बीसैप - 4, डुमरांव, बक्सर
- पंचरत्न प्रसाद गोंड, हवलदार, बीसैप - 4 डुमरांव
- सिकंदर कुमार, हवलदार, बीसैप - 4, डुमरांव
- सत्येंद्र कुमार, हवलदार, बीसैप - 4 डुमरांव
- विदित है कि विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित विनय कुमार शर्मा वर्तमान में गया ज़िले के नीमचक बथानी अनुमंडल में एसडीपीओ के पद पर तैनात हैं। इन्हें अपनी 28 साल की सेवा के दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के कारण इस पदक से सम्मानित किया गया है। इससे पहले 2017 में सराहनीय पुलिस सेवा पदक, 2018 में वीरता पुरस्कार और नक्सल के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने के लिये 2019 में आंतरिक सुरक्षा पदक प्रदान किया जा चुका है।
राजस्थान Switch to English
प्रदेश की चार विभूतियाँ पद्म श्री सम्मान के लिये चयनित
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2023 को राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वर्ष 2023 के लिये देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों ‘पद्म पुरस्कारों’की घोषणा की गई। इनमें राजस्थान के चार विभूतियों को पद्म श्री अवार्ड के लिये चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- वर्ष 2023 के लिये राष्ट्रपति ने तीन द्वय मामलों (एक द्वय मामले में पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) सहित 106 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंज़ूरी दी है।
- सूची में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। पुरस्कार पाने वालों की सूची में 19 महिलाएँ हैं और विदेशियों/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई की श्रेणी के 2 व्यक्ति और 7 मरणोपरांत पुरस्कार पाने वाले भी शामिल हैं।
- पद्म पुरस्कार के लिये चयनित राजस्थान के चार विभूतियों में मूलचंद लोढ़ा, लक्ष्मण सिंह और अहमद हुसैन एवं मोहम्मद हुसैन (संयुक्त रूप से) शामिल हैं।
- डूंगरपुर के सामाजिक कार्यकर्त्ता मूलचंद लोढ़ा और जयपुर के लापोड़िया गाँव के लक्ष्मण सिंह को सामाजिक कार्य के क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये जबकि हुसैन बंधु उस्ताद अहमद हुसैन और उस्ताद मोहम्मद हुसैन को संयुक्त रूप से कला के क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये पद्म श्री अवार्ड हेतु चुना गया है।
- गजल और कव्वाली गायकी के लिये मशहूर जयपुर के हुसैन बंधुओं को साल 2000 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।
- गौरतलब है कि देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में पद्म पुरस्कार शामिल है। पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री के रूप में प्रदान किये जाते हैं। प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुरस्कारों की घोषणा की जाती है।
- यह पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि जैसे विभिन्न विषयों/गतिविधियों के क्षेत्रों में दिये जाते हैं।
- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म विभूषण’, उच्च स्तर की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म भूषण’और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म श्री’से सम्मानित किया जाता है।
- ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा औपचारिक समारोहों में प्रदान किये जाते हैं जो आमतौर पर हर साल मार्च/अप्रैल के आसपास राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाते हैं।
मध्य प्रदेश Switch to English
प्रदेश की चार विभूतियाँ पद्म श्री सम्मान के लिये चयनित
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2023 को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वर्ष 2023 के लिये देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों ‘पद्म पुरस्कारों’की घोषणा की गई। इनमें मध्य प्रदेश के चार विभूतियों को पद्म श्री अवार्ड के लिये चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- वर्ष 2023 के लिये राष्ट्रपति ने तीन द्वय मामलों (एक द्वय मामले में पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) सहित 106 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी है।
- सूची में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। पुरस्कार पाने वालों की सूची में 19 महिलाएँ हैं और विदेशियों/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई की श्रेणी के 2 व्यक्ति और 7 मरणोपरांत पुरस्कार पाने वाले भी शामिल हैं।
- पद्म पुरस्कार के लिये चयनित मध्य प्रदेश के चार विभूतियों में श्रीमती जोधइया बाई, डॉ. मुनीश्वर चंदावर और श्री रमेश परमार एवं श्रीमती शांति परमार (संयुक्त रूप से) शामिल हैं।
- जनजातीय कला को संरक्षित कर अंतर्राष्ट्रीय पहचान प्रदान करने के लिये उमरिया की बैगा जनजातीय कलाकार जोधइया बाई को कला के क्षेत्र में, चिकित्सा को सेवा का अटल संकल्प बनाकर मानव कल्याण को नई दिशा देने वाले जबलपुर के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. मुनीश्वर चंदावर को मेडिसिन के क्षेत्र में, झाबुआ के कलाकार रमेश परमार एवं शांति परमार को संयुक्त रूप से कला के क्षेत्र में पद्म श्री सम्मान के लिये चयनित किया गया है।
- गौरतलब है कि देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में पद्म पुरस्कार शामिल है। पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री के रूप में प्रदान किये जाते हैं। प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुरस्कारों की घोषणा की जाती है।
- यह पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि जैसे विभिन्न विषयों/गतिविधियों के क्षेत्रों में दिये जाते हैं।
- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म विभूषण’, उच्च स्तर की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म भूषण’और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म श्री’से सम्मानित किया जाता है।
- ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा औपचारिक समारोहों में प्रदान किये जाते हैं जो आमतौर पर हर साल मार्च/अप्रैल के आसपास राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाते हैं।
मध्य प्रदेश Switch to English
राज्यपाल ने गणतंत्र का उत्सव ‘लोकरंग’ का किया शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
26 जनवरी 2023 को मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर गणतंत्र का उत्सव ‘लोकरंग’ का शुभारंभ किया। उन्होंने उत्सव में साहित्यकारों को राष्ट्रीय सम्मान से विभूषित किया तथा गणतंत्र दिवस समारोह के विजेताओं को पुरस्कृत किया।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि रवींद्र भवन परिसर, भोपाल में 30 जनवरी तक लोकरंग उत्सव मनाया जाएगा।
- लोकरंग के केंद्र में ‘विमुक्त एवं घुमंतू’विषय को रखा गया है। लोकरंग में यूक्रेन, यूके, इजिप्ट के साथ देश के 12 राज्य के लोक नृत्य की प्रस्तुतियाँ होंगी। लोकरंग में राजस्थान समुदाय के कालबेलिया समुदाय के जीवन पर एकाग्र ‘चरैवेति’समवेत नृत्य नाटिका की प्रस्तुति हुई। इसमें कालबेलिया समुदाय की जीवन परंपरा, संस्कृति को दिखाया गया।
- लोकरंग उत्सव में विविध शिल्प माध्यमों के शिल्पों का मेला ‘हुनर’, कलात्मक दीपकों की प्रदर्शनी ‘अभ्यर्थना’, कला एवं संस्कृति विषयक पुस्तकों का ‘पुस्तक मेला’, देशज व्यंजन ‘स्वाद’प्रदर्शनी, गायन प्रस्तुति पर ‘लोकराग’आदि मुख्य आकर्षण हैं।
- इस अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल और प्रदेश की संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास और धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने साहित्यकारों को राष्ट्रीय सम्मान से विभूषित किया।
- राष्ट्रीय कबीर सम्मान वर्ष 2021से हिन्दी के क्षेत्र में सुदीर्घ उत्कृष्ट सृजनात्मक अवदान के लिये डॉ. श्याम सुंदर दुबे को विभूषित किया।
- राष्ट्रीय मैथिली शरण गुप्त सम्मान वर्ष 2021से हिन्दी साहित्य के शोधपरक लेखन और उत्कृष्ट सृजनात्मक सुदीर्घ अवदान के लिये डॉ. सदानंद प्रसाद गुप्त को विभूषित किया।
- राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान वर्ष 2021से ललित निबंध के क्षेत्र में प्रासंगिक अध्ययनपरक अभिव्यक्ति के लिये डॉ. श्रीराम परिहार को विभूषित किया।
- राष्ट्रीय इकबाल सम्मान वर्ष 2021 डॉ. सैयद तकी हसन आबिदी की अनुपस्थिति में उनके प्रतिनिधि को प्रदान किया गया।
- राष्ट्रीय नानाजी देशमुख सम्मान वर्ष 2021 से जनजाति कल्याण केंद्र महाकोशल, बरगाँव डिंडोरी को समाज सेवा के क्षेत्र में बुनियादी एवं सार्थक सरोकारों को केंद्र में रखकर किये जा रहे व्यावहारिक कार्यों के लिये विभूषित किया।
- राज्यपाल और मंत्री उषा ठाकुर ने संस्कृति विभाग के एम.पी. कल्चर एप का शुभारंभ किया। एम.पी. कल्चर एप में संस्कृति विभाग के आयोजनों की जानकारी मिलेगी। कार्यक्रम की लाइव लिंक भी एप में उपलब्ध रहेगी। साथ ही प्रदेश की विभिन्न कला विधाओं की जानकारी भी एप से प्राप्त हो सकेगी।
- राज्यपाल पटेल और मंत्री उषा ठाकुर ने गणतंत्र दिवस परेड, लोक-नृत्य, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और झाँकियों के विजेताओं को ट्रॉफी और प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया।
- झाँकियों में पहला स्थान जेल विभाग, दूसरा स्थान पर्यटन विभाग और तीसरा स्थान वन विभाग ने प्राप्त किया।
- सैन्य दलों की श्रेणी में पहला स्थान हॉक फोर्स, दूसरा विशेष सशस्त्र बल और तीसरा स्थान एसटीएफ प्लाटून को प्रदान किया गया।
- असैन्य दल की श्रेणी में पहला स्थान भूतपूर्व सैनिक, दूसरा एनसीसी एयर विंग, तीसरा स्थान संयुक्त रूप से सीनियर डिविजन एनसीसी आर्मी विंग (गर्ल्स) और एनसीसी नेवल विंग को प्रदान किया गया।
- विद्यालयों में पहला स्थान शासकीय नवीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, दूसरा हेमा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भेल और तीसरा स्थान मानसरोवर पब्लिक स्कूल ने प्राप्त किया।
- लोक नृत्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में पहला स्थान भील भगोरिया जनजातीय लोक नृत्य, दूसरा स्थान कोरकू थाटिया लोक नृत्य और तीसरा स्थान गुदुम बाजा लोक नृत्य को मिला।
हरियाणा Switch to English
प्रदेश में 33 नए महिला पुलिस थाने और 239 महिला हैल्प डेस्क स्थापित
चर्चा में क्यों?
26 जनवरी, 2023 को हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने प्रदेश के अंबाला शहर स्थित पुलिस लाइन परिसर में 74वाँ गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान बताया कि महिलाओं के विरुद्ध अपराधों से निपटने के लिये प्रदेश में 33 नए महिला पुलिस थाने और 239 महिला हैल्प डेस्क स्थापित किये गए हैं।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि राज्य सरकार हरियाणा पुलिस में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या 15 प्रतिशत करने के लिये कृत-संकल्प है। इसी कड़ी में महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिये ‘दुर्गा शक्ति रैपिड एक्शन फोर्स’की 24 कंपनियाँ स्कूल-कॉलेज जाने वाली छात्राओं व अन्य महिलाओं की सुरक्षा के लिये तैनात की गई हैं।
- उन्होंने बताया कि लोगों को एफ.आई.आर. दर्ज करवाने में दिक्कत न आए, इसके लिये जीरो एफ.आई.आर. की अवधारणा शुरू की गई है। अब किसी भी थाने में एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जा सकती है, चाहे घटना कहीं भी घटित हुई हो।
- गृह मंत्री ने बताया कि करनाल ज़िले के मधुबन स्थित पुलिस कॉम्पलैक्स में फॉरेंसिक साइंस प्रयोगशाला (एफ.एस.एल) में ट्रैकिया बार-कोडिंग सिस्टम का शुभारंभ किया गया है। यह सिस्टम पूर्णत: कम्प्यूटरीकृत है। थाने के स्तर से लेकर फौरेंसिक लैब तक इस प्रकार की प्रणाली का प्रयोग करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है।
- उन्होंने बताया कि पासपोर्ट सत्यापन निश्चित समय अवधि से पहले भेजने के लिये हरियाणा पुलिस को 5 बार पुरस्कृत किया गया है।
- अनिल विज ने बताया कि अंबाला रेंज में 5 तथा करनाल ज़िले के मूनक में एक नया पुलिस थाना खोलने की स्वीकृति प्रदान की गई है। लोगों में पुलिस सुरक्षा का भाव बढे़ और पुलिस उनके साथ हर कदम पर है, इसके दृष्टिगत 112 टोल फ्री नंबर के तहत पुलिस के बेड़े में 600 गाड़ियाँ जोड़ी गई हैं। हर थाने में दो-दो गाडियाँ मुहैया करवाई गई हैं।
हरियाणा Switch to English
मुख्यमंत्री ने तेजली स्टेडियम के विकास के लिये की 90 करोड़ रुपए की घोषणा
चर्चा में क्यों?
26 जनवरी, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर यमुनानगर ज़िले के जगाधरी में तेजली स्टेडियम में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और ज़िला-वासियों को तेजली स्टेडियम का विकास करने की घोषणा करते हुए 90 करोड़ रुपए की सौगात दी।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि यमुनानगर ज़िले के तेजली स्टेडियम को आधुनिक रूप से 3 चरणों में विकसित किया जाएगा। 50 एकड़ में फैले इस स्टेडियम में इनडोर व आउटडोर गेम्स की सभी सुविधाएँ मिलेंगी।
- उन्होंने बताया कि पहले चरण में इंडोर खेल, जिनमें जूडो, कबड्डी, ताइक्वांडो, रेसलिंग, बॉक्सिंग, लॉन टैनिस, आर्चरी, राईफल शूटिंग आदि के लिये इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित व सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी।
- अगले चरण में आउटडोर गेम्स को विकसित किया जाएगा, जिसमें हॉकी, फुटबॉल, एथलैटिक्स, टेबल टैनिस, वॉलीबॉल, बास्केट बॉल, हैंडबाल, बैडमिंटन आदि खेल विकसित किये जाएंगे।
- यह कार्य खेल विभाग द्वारा किया जाएगा और लगभग 3 वर्षों में पूरा किया जाएगा।
हरियाणा Switch to English
हरियाणा-सस्केचेवान शैक्षणिक गोलमेज सम्मेलन का हुआ आयोजन
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2023 को हरियाणा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार विदेश सहयोग विभाग द्वारा राज्य के पंचकूला ज़िले में हरियाणा-सस्केचेवान शैक्षणिक गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- हरियाणा-सस्केचेवान शैक्षणिक गोलमेज सम्मेलन में हरियाणा और सस्केचेवान के बीच शैक्षणिक व कौशल विकास के क्षेत्र में रणनीतिक साझेदारी की पहचान, सुविधा, समर्थन, मजबूती पर चर्चा की गई।
- इस अवसर पर विदेश सहयोग विभाग के महानिदेशक एवं सचिव अनंत प्रकाश पांडे ने बताया कि हरियाणा सरकार कौशल विकास, शैक्षणिक अनुसंधान, छात्र व फैकल्टी अनुसंधान, पाठ्यक्रम विकास जैसे क्षेत्रों में सस्केचेवान के साथ सहयोग को मजबूत करने के लिये प्रतिबद्ध है। इन प्रयासों को और सुदृढ़ करने के लिये सस्केचेवान पॉलिटेक्निक की विशेषज्ञता का लाभ लिया जाएगा।
हरियाणा Switch to English
दीनबंधु छोटूराम के जयंती समारोह में मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएँ की
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य के कुरुक्षेत्र ज़िले की जाट धर्मशाला में आयोजित किसानों के मसीहा दीनबंधु सर छोटूराम के जयंती समारोह में कई घोषणाएँ की।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गन्ने के रेट में 10 रुपए इज़ाफा करते हुए 372 रुपए करने की घोषणा की। उन्होंने पटवारियों के वेतन को 25 हज़ार रुपए से बढ़ाकर 32100 रुपए करने का भी ऐलान किया।
- उन्होंने बताया कि पाले की वजह से सरसों की फसल का काफी नुकसान हुआ है, ऐसे में फसल की गिरदावरी करवाई जाएगी और किसानों को मुआवज़ा दिया जाएगा।
- मुख्यमंत्री ने जाट धर्मशाला के लिये 51 लाख रुपए देने की भी बड़ी घोषणा की। जाट धर्मशाला द्वारा बनाए जाने वाले छात्रावास के लिये ज़मीन की व्यवस्था कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड या हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के माध्यम से की जाएगी।
- उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार संत-महापुरुष प्रचार प्रसार योजना चला रही है, जिसके अंतर्गत संत-महापुरुषों की जयंतियाँ सरकारी तौर पर मनाई जाती है।
- मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश की डेढ़ लाख एकड़ भूमि में जल भराव की समस्या वाली भूमि को ठीक करने के लिये 1100 करोड़ रुपए का बजट अगले वर्ष तक खर्च किया जाएगा। इस भूमि को कृषि योग्य बनाया जाएगा।
- मुख्यमंत्री ने बताया कि दीनबंधु छोटूराम ने अपने आदर्शों पर काम करते हुए अंग्रेजो से टक्कर ली और गरीब व किसान के लिये कानून बनवाए। उन्होंने ही बाज़ारों, दुकानों व फैक्ट्री में सप्ताह में एक दिन की छुट्टी को लागू करवाया। दीनबंधु छोटूराम ने ही कर्ज में दबे किसानों को चंगुल से बाहर भी निकाला था।
हरियाणा Switch to English
प्रदेश के दो विभूतियाँ पद्म श्री सम्मान के लिये चयनित
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2023 को राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वर्ष 2023 के लिये देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों ‘पद्म पुरस्कारों’की घोषणा की। इनमें हरियाणा की दो विभूतियों को पद्म श्री अवार्ड के लिये चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- वर्ष 2023 के लिये, राष्ट्रपति ने तीन द्वय मामलों (एक द्वय मामले में, पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) सहित 106 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंज़ूरी दी है।
- सूची में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। पुरस्कार पाने वालों की सूची में 19 महिलाएँ हैं और विदेशियों/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई की श्रेणी के 2 व्यक्ति और 7 मरणोपरांत पुरस्कार पाने वाले भी शामिल हैं।
- पद्म पुरस्कार के लिये चयनित हरियाणा की दो विभूतियों में बक्शी राम और डॉ. सुकामा आचार्या शामिल हैं।
- झज्जर ज़िले के अकुपुर गाँव की डॉ. सुकामा आचार्या को अध्यात्मवाद के क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये और गुरुग्राम के कृषि वैज्ञानिक डॉ. बख्शी राम को विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये पद्म श्री अवार्ड के लिये चुना गया है।
- कृषि वैज्ञानिक डॉ. बख्शी राम को गन्ने की किस्म CO-0238 विकसित करने के लिये जाना जाता है।
- गौरतलब है कि देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में पद्म पुरस्कार शामिल है। पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री के रूप में प्रदान किये जाते हैं। प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुरस्कारों की घोषणा की जाती है।
- यह पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि जैसे विभिन्न विषयों/गतिविधियों के क्षेत्रों में दिये जाते हैं।
- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म विभूषण’, उच्च स्तर की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म भूषण’और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म श्री’से सम्मानित किया जाता है।
- ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा औपचारिक समारोहों में प्रदान किये जाते हैं जो आमतौर पर हर साल मार्च/अप्रैल के आसपास राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाते है।
झारखंड Switch to English
झारखंड के डॉ. जानुम सिंह सोय पद्म श्री सम्मान के लिये चयनित
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2023 को राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वर्ष 2023 के लिये देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों ‘पद्म पुरस्कारों’की घोषणा की। इनमें झारखंड के डॉ. जानुम सिंह सोय को पद्म श्री अवार्ड के लिये चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- वर्ष 2023 के लिये, राष्ट्रपति ने तीन द्वय मामलों (एक द्वय मामले में, पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) सहित 106 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी है।
- सूची में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। पुरस्कार पाने वालों की सूची में 19 महिलाएँ हैं और विदेशियों/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई की श्रेणी के 2 व्यक्ति और 7 मरणोपरांत पुरस्कार पाने वाले भी शामिल हैं।
- झारखंड के कोल्हान विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त प्रो. डॉ. जानुम सिंह सोय को ‘हो’भाषा के संरक्षण और संवर्धन में उल्लेखनीय योगदान के लिये पद्म श्री हेतु चयन किया गया है। डॉ. सोय पिछले चार दशक से ‘हो’भाषा के संरक्षण और प्रचार-प्रसार में जुटे हैं। वे ‘हो’ जनजाति की संस्कृति और जीवनशैली पर छह पुस्तकें भी लिख चुके हैं।
- गौरतलब है कि देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में पद्म पुरस्कार शामिल है। पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री के रूप में प्रदान किये जाते हैं। प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुरस्कारों की घोषणा की जाती है।
- यह पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि जैसे विभिन्न विषयों/गतिविधियों के क्षेत्रों में दिये जाते हैं।
- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म विभूषण’, उच्च स्तर की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म भूषण’और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म श्री’से सम्मानित किया जाता है।
- ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा औपचारिक समारोहों में प्रदान किये जाते हैं जो आमतौर पर हर साल मार्च/अप्रैल के आसपास राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाते हैं।
झारखंड Switch to English
झारखंड में मोटे अनाज की खेती को मिलेगा बढ़ावा
चर्चा में क्यों?
26 जनवरी, 2023 को झारखंड कृषि विभाग ने भारत सरकार के आदेश के आलोक में मोटे अनाज (मिलेट्स) को भी बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। इसके लिये अब विभाग की इकाई समिति ने 10 करोड़ रुपए की योजना बनाई है।
प्रमुख बिंदु
- इस योजना में आने वाले सालों में झारखंड के विभिन्न ज़िलों में मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा देने की योजना तैयार की गई है। राज्य में मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा देने की पूरी संभावनाएँ हैं। यहाँ पहले कई प्रकार के मोटे अनाज उत्पन्न होते थे।
- उल्लेखनीय है कि कृषि विभाग पिछले दो साल से अपने बड़े कार्यक्रम में मोटे अनाज के उत्पाद ही अतिथियों को परोसता है। कृषि विभाग की कार्यशाला में मडुआ की रोटी, मडुआ का पीठा, छिलका रोटी आदि परोसा जाता है।
- कृषि विभाग मोटे अनाज की उपयोगिता और संभावना पर राज्य से लेकर प्रखंड स्तर पर सेमिनार का आयोजन करेगा।
- ज्ञातव्य है कि भारत सरकार वर्ष 2023 को मिलेट्स ईयर के रूप में मना रहा है। इसको देखते हुए राज्य सरकार ने भी योजना तैयार की है। इसमें मोटे अनाज पर काम करने वाले विशेषज्ञों की राय भी ली जाएगी।
- झारखंड में रागी उत्पादन की अच्छी संभावना है। एपिडा की रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड में 15 हज़ार टन के करीब रागी का उत्पादन होता है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में यहाँ 18 हज़ार टन के करीब उत्पादन हुआ था। ज्वार का भी उत्पादन करीब एक हज़ार टन हो रहा है। यह तब हो रहा है, जब सरकार की प्राथमिकता सूची में यह नहीं था।
- इकाई समिति के निदेशक अजय कुमार ने बताया कि राज्य में वर्षों पहले से मोटे अनाज की खेती होती थी। यहाँ के जनजातीय समुदाय मोटे अनाज की भरपूर की खेती करते थे। बाज़ार नहीं होने के कारण इसको बढ़ावा नहीं मिल सका।
- उन्होंने बताया कि अब मोटे अनाज को बाज़ार की दिक्कत नहीं है। यह बाज़ार में काफी महंगा भी बिक रहा है। इसका सबसे बड़ा फायदा है कि यह पूरी तरह आर्गेनिक फसल है। इसमें कीटनाशक की ज़रूरत नहीं होती है और यह कम पानी में तैयार हो जाता है।
- विदित है कि झारखंड में समय-समय पर सूखा पड़ जाता है। इसको देखते हुए झारखंड के लिये मोटे अनाज की खेती काफी कारगर साबित होगी।
छत्तीसगढ़ Switch to English
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश के पहले रुरल इंडस्ट्रियल पार्क का किया लोकार्पण
चर्चा में क्यों?
26 जनवरी 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर बस्तर ज़िले के तुरेनार में देश के पहले रुरल इंडस्ट्रियल पार्क (RIPA) का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने ‘रीपा’परिसर में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम और किसान मेला में बताया कि प्रदेश भर में इस तरह के 300 रुरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जा रहे हैं। रोज़गार के मौके बढ़ाने के लिये हर विकासखंड में दो-दो ‘रीपा’तैयार किये जा रहे हैं।
- ग्रामीणों के स्वरोज़गार के लिये यहाँ पाँच एकड़ में 20 वर्क़िंग शेड्स बनाए गए हैं। वर्क़िंग शेड्स के साथ ही यहाँ प्रशिक्षण केंद्र और आवासीय प्रशिक्षण के लिये प्रशिक्षुओं हेतु आवासीय परिसर भी बनाया गया है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को काम के लिये बाहर जाना न पड़े, इसके लिये सरकार स्थानीय स्तर पर रोज़गार के अवसर बढ़ा रही है। रुरल इंडस्ट्रियल पार्क गाँवों में स्वरोज़गार के लिये जरूरी संसाधन मुहैया कराएगा। ‘रीपा’से गाँव स्वावलंबी बनेंगे, ग्रामीण आर्थिक रूप से सशक्त होंगे और महिलाएँ भी आत्मनिर्भर होंगी।
- राज्य शासन के सहयोग से विभिन्न समूहों द्वारा तुरेनार ‘रीपा’में मशरूम स्पॉन लैब एवं आएस्टर मशरूम उत्पादन, बटन मशरूम एवं आएस्टर मशरूम उत्पादन, काजू प्रसंस्करण, कोदो, कुटकी, रागी, मसाला, तिखुर प्रसंस्करण एवं अचार निर्माण, सुगंधित चावल एवं दाल उत्पादन, ईमली केंडी व चपाती निर्माण, चिरोंजी प्रसंस्करण, रेशम धागाकरण, मुर्गी पालन, अंडा उत्पादन, तेल पेराई, नॉन वुवेन बैग, पेपर बैग, दोना, पत्तल, प्राकृतिक गोबर पेंट, सूती वस्त्र, मछली दाना एवं मुर्गी दाना निर्माण के साथ ही बेकरी इकाई संचालित की जा रही है।
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को दी बड़ी सौगात
चर्चा में क्यों?
26 जनवरी 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को अनेक महत्त्वपूर्ण सौगात दी है।
प्रमुख बिंदु
- प्रदेश में आदिवासी पर्व सम्मान निधि की घोषणा- आगामी वित्तीय वर्ष से सरकार बस्तर संभाग, सरगुजा संभाग और प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्रों में आदिवासी समाज के पर्वों के उत्तम आयोजन के लिये प्रत्येक ग्राम पंचायत को 10 हज़ार रुपए प्रतिवर्ष प्रदान करेगी।
- युवाओं को मिलेगा बेरोज़गारी भत्ता- अगले वित्तीय वर्ष से बेरोज़गारों को हर महीने बेरोज़गारी भत्ता दिया जाएगा।
- महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन हेतु शुरू होगी नई योजना- महिला समूहों महिला उद्यमियों, महिला व्यवसायियों एवं महिला स्टार्ट अप को व्यापार उद्योग स्थापित करने हेतु नवीन योजना आरंभ की जाएगी।
- राज्य में गठित होगा नवाचार आयोग- छत्तीसगढ़ की संस्कृति और विरासत को सहेजने और संजोने के बाद छत्तीसगढ़ को प्रगति पथ पर अनवरत आगे बढ़ाने के लिये राज्य में छत्तीसगढ़ राज्य नवाचार आयोग का गठन किया जाएगा।
- राज्य में बनेगी एयरोसिटी- रायपुर एयरपोर्ट में यात्री सुविधाओं को बढ़ावा देने, एयरपोर्ट क्षेत्र के वाणिज्यिक विकास और रोज़गार सृजन के लिये स्वामी विवेकानंद विमानतल के पास एयरोसिटी विकसित की जाएगी।
- राज्य में बनेगी ग्रामीण उद्योग नीति- छत्तीसगढ़ में कुटीर उद्योग आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने, रोज़गार और लोगों की आय बढ़ाने के लिये ग्रामीण उद्योग नीति बनाई जाएगी।
- औद्योगिक इकाईयों को संपत्ति कर से मिलेगी मुक्ति- उद्योग विभाग द्वारा विकसित औद्योगिक क्षेत्रों में स्थित इकाईयों को संपत्ति कर के भार से मुक्त किया जाएगा।
- जीवनदायिनी खारून नदी पर बनेगा रिवर फ्रंट- रायपुर और दुर्ग ज़िले की जीवनदायिनी और जन आस्था का केंद्र खारून नदी व्यापार और मनोरंजन का भी एक महत्त्वपूर्ण केंद्र है। खारून नदी पर उत्कृष्ट रिवर फ्रंट विकसित की जाएगी।
- विद्युत शिकायत के निराकरण के लिये बनेगी आधुनिक ऑनलाईन निराकरण प्रणाली- बिजली उपभोक्ताओं की सुविधा के लिये अत्याधुनिक ऑनलाईन शिकायत एवं निराकरण प्रणाली विकसित की जाएगी।
- निर्माण श्रमिकों के लिये मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना होगी शुरू- छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में लगातार तीन साल पंजीकृत निर्माणी श्रमिकों को स्वयं का मकान बनाने हेतु 50 हज़ार रुपए अनुदान देने की योजना लाई जाएगी।
- राज्य में प्रतिवर्ष राष्ट्रीय रामायण/मानस महोत्सव का होगा आयोजन
- चंदखुरी में प्रतिवर्ष आयोजित होगा माँ कौशल्या महोत्सव
छत्तीसगढ़ Switch to English
राष्ट्रीय मतदाता जागरूकता प्रतियोगिता-2022 में छत्तीसगढ़ के प्रतिभागियों ने मारी बाजी
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी 2023 को भारत निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2023 के अवसर पर राष्ट्रीय मतदाता जागरूकता प्रतियोगिता-2022 के विजेताओं की घोषणा कर दी। इसमें छत्तीसगढ़ के 4 प्रतिभागियों को विजेता चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- गीत विद्या की श्रेणी में धमतरी की हर्षिता पटेल, वीडियो में दुर्ग के अरविंद कुमार यादव, स्लोगन में बस्तर के अभय संवेदकर और आशीष सावंत ने बाजी मारी है।
- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, छत्तीसगढ़ रीना बाबा साहेब कंगाले ने पूरे देश में प्रदेश का मान बढ़ाने वाले सभी विजेताओं को इस उपलब्धि पर बधाई दी।
- गौरतलब है कि भारत निर्वाचन आयोग ने कलात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से प्रत्येक वोट के महत्त्व पर ज़ोर देने के लिये 25 जनवरी, 2022 को 12वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर राष्ट्रीय मतदाता जागरूकता प्रतियोगिता-2022 का आयोजन किया था।
- यह प्रतियोगिता पाँच विधाओं में आयोजित की गई थी जिसमें गीत, वीडियो, पोस्टर, स्लोगन और क्विज शामिल थीं। ‘मेरा वोट मेरा भविष्य है: एक वोट की शक्ति’विषय के साथ सभी उम्र के प्रतिभागियों ने इसमे भाग लिया।
छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ की तीन विभूतियाँ पद्म श्री सम्मान के लिये चयनित
चर्चा में क्यों?
25 जनवरी, 2023 को राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वर्ष 2023 के लिये देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों ‘पद्म पुरस्कारों’की घोषणा की। इनमें छत्तीसगढ़ की तीन विभूतियों को पद्म श्री अवार्ड के लिये चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- वर्ष 2023 के लिये राष्ट्रपति ने तीन द्वय मामलों (एक द्वय मामले में, पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) सहित 106 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी है।
- सूची में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। पुरस्कार पाने वालों की सूची में 19 महिलाएँ हैं और विदेशियों/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई की श्रेणी के 2 व्यक्ति और 7 मरणोपरांत पुरस्कार पाने वाले भी शामिल हैं।
- पद्म श्री अवार्ड के लिये चयनित छत्तीसगढ़ की तीन विभूतियों में सुश्री उषा बारले, डोमार सिंह कुँवर और अजय कुमार मंडावी शामिल हैं।
- दुर्ग ज़िले की सुश्री उषा बारले को पंडवानी गायन के क्षेत्र में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इन्होंने प्रख्यात पंडवानी गायिका पद्म विभूषण तीजनबाई से पंडवानी का प्रशिक्षण लिया है। बारले न केवल भारत बल्कि लंदन और न्यूयार्क जैसे शहरों में भी पंडवानी की प्रस्तुति दे चुकी हैं।
- बालोद ज़िले के ग्राम लाटा बोड़ के निवासी नृत्य कला के साधक एवं मशहूर कलाकार डोमार सिंह कुँवर को छत्तीसगढ़ की विलुप्त होती नाचा कला को देश से लेकर विदेशों तक ख्याति दिलाने के लिये पद्म श्री हेतु चयन किया गया है। इन्होंने इस कला का 5 हज़ार से भी ज्यादा बार मंचन किया है।
- कांकेर ज़िले के ग्राम गोविंदपुर के रहने वाले अजय कुमार मंडावी ने काष्ठ शिल्प कला में गोंड ट्राईबल कला का समागम किया है। उन्होंने नक्सली क्षेत्र के प्रभावित और भटके हुए लोगों को काष्ठ शिल्प कला से जोड़ते हुए क्षेत्र के 350 से ज्यादा लोगों के जीवन में बदलाव लाने के साथ-साथ लकड़ी की अद्भुत कला से युवाओं को जोड़ा है। युवाओं के हाथ से बंदूक छुड़ाकर छेनी उठाने के लिये प्रेरित करने जैसे कार्यों के लिये मंडावी को पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।
- गौरतलब है कि देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में पद्म पुरस्कार शामिल है। पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री के रूप में प्रदान किये जाते हैं। प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुरस्कारों की घोषणा की जाती है।
- ये पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य व शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि जैसे विभिन्न विषयों/गतिविधियों के क्षेत्रों में दिये जाते हैं।
- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म विभूषण’, उच्च स्तर की विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म भूषण’और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिये ‘पद्म श्री’से सम्मानित किया जाता है।
- ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा औपचारिक समारोहों में प्रदान किये जाते हैं जो आमतौर पर हर साल मार्च/अप्रैल के आसपास राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाते हैं।
उत्तराखंड Switch to English
उत्तराखंड में होमगार्ड और अग्निशमन सेवा के अधिकारियों व कर्मियों को राष्ट्रपति पदक
चर्चा में क्यों?
26 जनवरी, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में होमगार्ड और अग्निशमन अधिकारियों व कर्मचारियों को राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- होमगार्ड के अधिकारियों को राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा गृह रक्षक पदक और सराहनीय सेवा गृह रक्षक पदक दिये गए हैं जबकि, अग्निशमन अधिकारियों को अग्निशमन सेवा पदक से नवाजा गया है।
- इन अधिकारियों को मिला पदक -
- राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा गृह रक्षक पदक- अमिताभ श्रीवास्तव (डिप्टी कमांडेंट जनरल, होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा), राजीव बलोनी (डिप्टी कमांडेंट जनरल, होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा)।
- राष्ट्रपति सराहनीय सेवा गृह रक्षक पदक- गोविंद सिंह खाती (वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी होमगार्ड जनपद (अल्मोड़ा), राजपाल राणा अवैतनिक प्लाटून कमांडर,(चमोली)।
- विशिष्ट सेवा के लिये राष्ट्रपति का अग्निशमन सेवा पदक- देवेंद्र सिंह, अग्निशमन द्वितीय अधिकारी (रूद्रप्रयाग), प्रताप सिंह राणा, अग्निशमन द्वितीय अधिकारी (हरिद्वार)।
- दीर्घ एवं सराहनीय सेवा के लिये अग्निशमन सेवा पदक- श्याम सिंह, लीडिंग फायरमैन, (चंपावत), दिनेश चंद्र पाठक, लीडिंग फायरमैन (बागेश्वर), लक्ष्मण सिंह नेगी, लीडिंग फायरमैन (ऊधमसिंहनगर)।
- वहीं एडीजी कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन को विशिष्ट सेवाओं के लिये राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा गया है। इनके अलावा सराहनीय सेवा के लिये पुलिस पदक पाने वालों में एएसपी मुख्यमंत्री सुरक्षा राकेश चंद्र देवली, पौड़ी गढ़वाल के डीएसपी श्यामदत्त नौटियाल, हरिद्वार के डीएसपी पंकज गैरोला, रुद्रपुर के हेड कांस्टेबल पीएसी अमीर चंद्र और दरोगा पुलिस मुख्यालय गिरवर सिंह रावत शामिल हैं।
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