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बाड़मेर-जैसलमेर के 486.39 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में गेल इंडिया करेगी खनिज तेल व प्राकृतिक गैस का एक्सप्लोरेशन
चर्चा में क्यों?
25 दिसंबर, 2022 को राजस्थान के माइंस एवं पेट्रोलियम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के बाड़मेर-जैसलमेर के 486.39 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में तेल और प्राकृतिक गैस का एक्सप्लोरेशन भारत सरकार के उपक्रम गेल इंडिया द्वारा किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि बाड़मेर-जैसलमेर के क्षेत्र में तेल और प्राकृतिक गैस के एक्सप्लोरेशन के लिये गेल इंडिया को 3 साल प्लस 9 माह के लिये ब्लॉक आवंटित किया गया है। गेल इंडिया को ओपन एक्रेज लाइसेंसिंग पॉलिसी के तहत सप्तम चक्र में यह ब्लॉक आवंटित किया गया है।
- उन्होंने बताया कि यह पेट्रोलियम एक्सप्लोरेशन लाइसेंस केंद्र सरकार के पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय की अनुशंसा पर जारी किया गया है। गेल इंडिया द्वारा इस क्षेत्र में खनिज तेल और प्राकृतिक गैस की खोज की जाएगी।
- विदित है कि देश में ऑनलैंड क्षेत्र में खनिज तेल उत्पादन में राजस्थान पहले स्थान पर है। वर्तमान में प्रदेश में ओएनजीसी व ऑयल इंडिया द्वारा बाड़मेर और जैसलमेर क्षेत्र में पेट्रोलियम व गैस का उत्पादन किया जा रहा है। इसके लिये ओएनजीसी को 9 व ऑयल इंडिया को 2 लाइसेंस दिये हुए हैं।
- इसके अलावा राज्य में 16 पेट्रोलियम एक्सप्लोरेशन लाइसेंस जारी कर एक्सप्लोरेशन कार्य किया जा रहा है, जिसमें वेदांता को 9 लाइसेंस, ऑयल इंडिया को 5, ओएनजीसी और गेल इंडिया को 1-1 पीईएल जारी है। एक्सप्लोरेशन का कार्य बाड़मेर-जैसलमेर के साथ ही बीकानेर और श्रीगंगानगर क्षेत्र में भी हो रहा है।
- डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि गेल गैस को बाड़मेर व जैसलमेर में आरजे-ओएनएचपी-2021/1 ब्लॉक का आवंटन किया गया है। इस क्षेत्र में गेल इंडिया द्वारा खनिज क्रूड ऑयल, प्राकृतिक गैस, कोल बेड मिथेन सीबीएम और शैल गैस की खोज व उत्पादन किया जाएगा।
- उन्होंने बताया कि गेल द्वारा प्रति छह माह में ऑपरेशन, बोरिंग व प्रोडक्शन की जानकारी आवश्यक रूप से दी जाएगी। इसी तरह से एक्सप्लोरेशन के दौरान अगर अन्य खनिज मिलता है तो उससे भी तत्काल अवगत कराएगी। गेल द्वारा एक्सप्लोरेशन के दौरान आर्मी से जुड़े क्षेत्र में एक्सप्लोरेशन, सर्वे और डिगिंग गतिविधियाँ नहीं की जा सकेंगी।
- खनिज तेल और गैस की उत्पादकता बढ़ने से प्रदेश में निवेश, रोज़गार व राजस्व की भी बढ़ोतरी होगी। वर्तमान में प्रदेश में लगभग एक लाख बैरल प्रतिदिन कच्चे तेल व करीब 41 से 44 लाख घनमीटर गैस का उत्पादन हो रहा है।
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