राजस्थान Switch to English
कृमिनाशक दवा कार्यक्रम का शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
25 अक्तूबर, 2021 को राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने अजमेर के केकड़ी कस्बे से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत कृमिनाशक दवा बच्चों को खिलाकर राज्यस्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को आगामी 25 से 30 अक्तूबर तक कृमिनाशक एल्बेंडाजॉल दवा खिलाई जाएगी।
- यह कार्यक्रम चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में प्रदेश भर में 25 से 30 अक्तूबर तक संचालित होगा।
- उल्लेखनीय है कि कृमि संक्रमण से बच्चों के शारीरिक विकास, हीमोग्लोबिन स्तर, पोषण स्तर और बौद्धिक विकास पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। यह कृमि बच्चों के पेट में पलने वाले कीड़े होते हैं। ये बच्चों के विकास को हर प्रकार से प्रभावित करते हैं।
- कृमि के पैलाव को निश्चित समयांतराल पर कृमि मुक्त (डिवार्म़िग) कर रोका जा सकता है। इसके लिये कृमिनाशक दवा एल्बेंडाजॉल की गोली खिलाई जाएगी।
- एल्बेंडाजॉल की गोली बच्चों और किशोर-किशोरियों को कृमिमुक्त रखने के लिये राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम के दौरान राज्य के सभी उप-स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर खिलाई जाएगी। इसमें एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं की अहम भूमिका होगी।
- इस दौरान चिकित्सा मंत्री ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन किया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी इस पोस्टर के माध्यम से आमजन को पेट के कीड़ों के प्रति जागरूक किया जाएगा। इनसे बचने के उपाय की जानकारी दी जाएगी। साथ ही नियमित अंतराल पर एल्बेंडाजॉल की खुराक लेकर कृमियों के जीवन चक्र को तोड़ने का आह्वान किया जाएगा।
राजस्थान Switch to English
घर-घर औषधि योजना
चर्चा में क्यों?
25 अक्तूबर, 2021 को प्रधान मुख्य वन संरक्षक मुनीश कुमार गर्ग ने बताया कि राज्य सरकार एवं वन विभाग की महत्त्वपूर्ण घर-घर औषधि योजना के प्रथम वर्ष के पौधे वितरण कार्य में उदयपुर संभाग अव्वल रहा है। इसने शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करते हुए यह उपलब्धि हासिल की।
प्रमुख बिंदु
- मुनीश कुमार गर्ग ने बताया कि घर-घर औषधि योजना के पौध वितरण में उदयपुर संभाग के सभी ज़िलों में 100 प्रतिशत से अधिक उपलब्धि दर्ज की गई है।
- बाँसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूँगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, उदयपुर और उदयपुर नॉर्थ ने आवंटित लक्ष्य के अनुरूप औषधीय वितरित किये हैं।
- भरतपुर संभाग ने 81 प्रतिशत और अजमेर संभाग ने 80 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य अर्जित किया। जयपुर संभाग ने 76 प्रतिशत और कोटा संभाग द्वारा 74 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया। कुल मिलाकर राज्य में 50 लाख किट्स वितरित की गई हैं। यह वर्तमान वर्ष के कुल लक्ष्य का लगभग 80 प्रतिशत है।
- उल्लेखनीय है कि घर-घर औषधि योजना की घोषणा राजस्थान बजट 2021-22 में की गई थी। इस योजना के तहत 5 जुलाई, 2021 से पौधों का वितरण प्रारंभ हुआ। राजस्थान वन-विभाग द्वारा इस योजना का संचालन किया जा रहा है।
Switch to English