मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर का लोकार्पण | राजस्थान | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 25 सितंबर, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर में मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर सांस्कृतिक एवं वैचारिक आदान-प्रदान की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
- मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर, कला संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण, संवर्धन की दिशा में सुनहरे आयाम स्थापित करने के साथ ही राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों के माध्यम से देश-दुनिया में जोधपुर को गौरव प्रदान करने वाला सिद्ध होगा।
- 65000 वर्गमीटर भूमि पर निर्मित इस ऑडिटोरियम की बैठक क्षमता 1350 व्यक्तियों (1036 व्यक्ति भूतल एवं 314 बालकनी) की होगी। कलाकारों के लिये दो डोरमेट्री एवं 25-25 क्षमता के दो ग्रीन रूम एवं दो बेंकेट लॉन व एग्जिबिशन सेंटर (प्रत्येक का क्षेत्रफल 5820 वर्गमीटर), राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार एवं कॉन्फ्रेंस आयोजित करने हेतु दो सेमिनार हॉल (प्रत्येक की क्षमता 64 व्यक्ति) तथा दो कॉन्फ्रेन्स हॉल भी है।
- इसमें कल्चरल सेंटर भी बनाया गया है, जिसमें आर्ट, फोटोग्राफी गैलरी, लाईब्रेरी, पेंटिंग स्टूडियो एवं एक वीआईपी लॉज आदि स्थित हैं। ऑडिटोरियम के बेसमेंट एवं ऑपन स्पेस में कुल 582 कार, 505 दोपहिया वाहन एवं 8 बसों की पार्किंग की व्यवस्था है।
- आगंतुकों के लिये दो रेस्टोरेंट (प्रत्येक की क्षमता 72 व्यक्ति) के निर्माण का प्रावधान भी कल्चरल सेंटर के समीप रखा गया है। इसके साथ ही आगंतुकों के लिये 14 गेस्ट रूम का निर्माण भी करवाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया | राजस्थान | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 24 सितंबर, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नौ वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इनमें राजस्थान में चलने वाली उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस भी शामिल है।
प्रमुख बिंदु
- ये नौ ट्रेनें 11 राज्यों- राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, ओडिशा, झारखंड और गुजरात में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी।
- ये नई वंदे भारत ट्रेनें देश भर में कनेक्टिविटी में सुधार और रेलयात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएँ प्रदान करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक कदम हैं। जिन नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई, वे हैं:
- उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस
- तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस
- हैदराबाद-बंगलूरू वंदे भारत एक्सप्रेस
- विजयवाड़ा-चेन्नई (रेनिगुंटा के रास्ते) वंदे भारत एक्सप्रेस
- पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस
- कासरगोड-तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सप्रेस
- राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस
- राँची-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस
- जामनगर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस
- ये वंदे भारत ट्रेनें अपने संचालन के रूटों पर सबसे तेज़ गति से दौड़ेंगी और यात्रियों के समय में काफी बचत करेंगी।
- रूट पर मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस और कासरगोड-तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग तीन घंटे जल्दी सफर तय करेंगी; हैदराबाद-बेगलूरू वंदे भारत एक्सप्रेस 2.5 घंटे से अधिक समय की बचत करेगी; तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस 2 घंटे से अधिक समय की बचत करेगी; राँची-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस, पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस और जामनगर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग एक घंटे के समय की बचत करेंगी तथा उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग आंधे घंटे जल्दी सफर तय करेंगी।
- देश के महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की कनेक्टिविटी में सुधार करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न के अनुरूप, राउरकेला भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस और तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस पुरी एवं मदुरै के महत्त्वपूर्ण धार्मिक शहरों को जोड़ेगी। इसके अलावा, विजयवाड़ा-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस रेनिगुंटा रूट से संचालित होगी और तिरुपति तीर्थस्थल केंद्र तक कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
- इन वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत से देश में रेल सेवा के एक नए मानक की शुरुआत होगी। विश्वस्तरीय सुविधाओं और कवच तकनीक सहित उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से सुसज्जित ये ट्रेनें आम लोगों, पेशेवरों, व्यापारियों, छात्रों और पर्यटकों को यात्रा के आधुनिक, त्वरित आरामदायक साधन प्रदान करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम होंगी।