लखनऊ में होंगे राज्य ओपेन पैरा खेल | उत्तर प्रदेश | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 24 सितंबर, 2023 को उत्तर प्रदेश पैरा स्पोर्ट्स की गाज़ियाबाद में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि उत्तर प्रदेश पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन तीन दिसंबर को दिव्यांग दिवस पर राज्य ओपेन पैरा स्पोर्ट्स स्टेट चैंपियनशिप कराएगा।
प्रमुख बिंदु
- पैरा एशियन गेम्स में हिस्सा लेने वाली खिलाड़ियों की ‘सेंड ऑफ सेरेमनी’भी लखनऊ में होगी।
- फरवरी में राज्य पैरा स्पोर्ट्स का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा राज्य पैरा एथलेटिक्स या पावरलिफ्टिंग की चैंपियनशिप का आयोजन भी होगा।
- बैठक में लखनऊ में होने वाले कार्यक्रमों की आयोजन समिति का चेयरमैन लखनऊ की डॉ. सुधा वाजपेयी को बनाया गया है।
- वहीं यूपी पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी का चुनाव भी हुआ। इसमें गाज़ियाबाद के कविंदर चौधरी को एक बार फिर अध्यक्ष चुना गया है। लखनऊ पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन की सचिव डा. सुधा वाजपेयी को संयुक्त सचिव चुना गया है।
लखनऊ की पूर्णिमा को मिला विद्यावती स्मृति सम्मान | उत्तर प्रदेश | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 24 सितंबर 2023 को लखनऊ साहित्यिक संस्था सर्वजन हिताय साहित्यिक समिति का सारस्वत सम्मान समारोह प्रेस क्लब में हुआ, जिसमें लखनऊ की पूर्णिमा को ‘विद्यावती स्मृति सम्मान’ प्रदान किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस कार्यक्रम में रायबरेली के डॉ. रामेंद्र पांडेय को ‘साहित्य निधि सम्मानोपाधि’से सम्मानित किया गया। इसके अंर्तगत दो हज़ार पाँच सौ रुपए की धनराशि, अंगवस्त्र, प्रशस्ति-पत्र एवं स्मृतिचिह्न प्रदान किया गया।
- सीतापुर के हिन्दी विद्वान डॉ. अरुण त्रिवेदी को पाँच हज़ार रुपए धनराशि के ‘डॉ. अंबिका प्रसाद गुप्त सम्मान’से सम्मानित किया गया।
- रायबरेली के डॉ. राजेंद्र को साहित्य निधि सम्मान दिया गया।
- लखनऊ के ही डॉ. अशोक शर्मा को ‘कृष्ण सहाय निगम स्मृति सम्मान’तथा अंबेडकर नगर के भानुदत्त त्रिपाठी मधुरेश को ‘राम प्रसाद द्विवेदी स्मृति सम्मान’से सम्मानित किया गया।
- हरदोई के युवा कवि आदर्श सिंह निखिल को ‘पंडित रामगुलाम शुक्ल स्मृति साहित्य भविष्यत मंगलकामना अलंकरण सम्मान’दिया गया।
- मोटोजीपी बाइक रेस बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (बीआईसी) ग्रेटर नोएडा में हुई संपन्न।
बिहार में ‘अल्पसंख्यक उद्यमी योजना’ शुरू की जाएगी | बिहार | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 25 सितंबर, 2023 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट ने प्रदेश के अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं में उद्यमिता को बढ़ावा देने और स्वरोज़गार को बढ़ाने के लिये ‘अल्पसंख्यक उद्यमी योजना’की स्वीकृति दी है।
प्रमुख बिंदु
- उद्यमी योजना में 100 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए हैं। इस योजना के तहत उद्योग स्थापित करने वाले लाभुकों को कुल परियोजना लागत (प्रति इकाई) अधिकतम 10 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
- इसमें से 50 प्रतिशत राशि अधिकतम पाँच लाख रुपए ऋण एवं 50 प्रतिशत राशि अधिकतम पाँच लाख रुपए अनुदान के रूप में होगी।
- इस योजना के तहत केवल नए उद्योग लगाने के लिये ही राशि दी जाएगी। यह योजना संकल्प जारी होने की तिथि से प्रभावी होगी।
- अपर मुख्य सचिव ने बताया कि अल्पसंख्यक वर्ग के व्यक्ति इस योजना के पात्र होंगे। अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाएँ अपनी इच्छा के अनुसार, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना अथवा मुख्यमंत्री महिला उद्यमी में से किसी एक योजना में आवेदन करने की पात्र होंगी।
- विदित है कि पूर्व में मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति, अनसूचित जनजाति, अतिपिछड़ा वर्ग, युवा उद्यमी, महिला उद्यमी योजना लागू की गई हैं।
मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर का लोकार्पण | राजस्थान | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 25 सितंबर, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर में मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर सांस्कृतिक एवं वैचारिक आदान-प्रदान की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
- मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर, कला संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण, संवर्धन की दिशा में सुनहरे आयाम स्थापित करने के साथ ही राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों के माध्यम से देश-दुनिया में जोधपुर को गौरव प्रदान करने वाला सिद्ध होगा।
- 65000 वर्गमीटर भूमि पर निर्मित इस ऑडिटोरियम की बैठक क्षमता 1350 व्यक्तियों (1036 व्यक्ति भूतल एवं 314 बालकनी) की होगी। कलाकारों के लिये दो डोरमेट्री एवं 25-25 क्षमता के दो ग्रीन रूम एवं दो बेंकेट लॉन व एग्जिबिशन सेंटर (प्रत्येक का क्षेत्रफल 5820 वर्गमीटर), राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार एवं कॉन्फ्रेंस आयोजित करने हेतु दो सेमिनार हॉल (प्रत्येक की क्षमता 64 व्यक्ति) तथा दो कॉन्फ्रेन्स हॉल भी है।
- इसमें कल्चरल सेंटर भी बनाया गया है, जिसमें आर्ट, फोटोग्राफी गैलरी, लाईब्रेरी, पेंटिंग स्टूडियो एवं एक वीआईपी लॉज आदि स्थित हैं। ऑडिटोरियम के बेसमेंट एवं ऑपन स्पेस में कुल 582 कार, 505 दोपहिया वाहन एवं 8 बसों की पार्किंग की व्यवस्था है।
- आगंतुकों के लिये दो रेस्टोरेंट (प्रत्येक की क्षमता 72 व्यक्ति) के निर्माण का प्रावधान भी कल्चरल सेंटर के समीप रखा गया है। इसके साथ ही आगंतुकों के लिये 14 गेस्ट रूम का निर्माण भी करवाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया | राजस्थान | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 24 सितंबर, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नौ वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इनमें राजस्थान में चलने वाली उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस भी शामिल है।
प्रमुख बिंदु
- ये नौ ट्रेनें 11 राज्यों- राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, ओडिशा, झारखंड और गुजरात में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी।
- ये नई वंदे भारत ट्रेनें देश भर में कनेक्टिविटी में सुधार और रेलयात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएँ प्रदान करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक कदम हैं। जिन नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई, वे हैं:
- उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस
- तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस
- हैदराबाद-बंगलूरू वंदे भारत एक्सप्रेस
- विजयवाड़ा-चेन्नई (रेनिगुंटा के रास्ते) वंदे भारत एक्सप्रेस
- पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस
- कासरगोड-तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सप्रेस
- राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस
- राँची-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस
- जामनगर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस
- ये वंदे भारत ट्रेनें अपने संचालन के रूटों पर सबसे तेज़ गति से दौड़ेंगी और यात्रियों के समय में काफी बचत करेंगी।
- रूट पर मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस और कासरगोड-तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग तीन घंटे जल्दी सफर तय करेंगी; हैदराबाद-बेगलूरू वंदे भारत एक्सप्रेस 2.5 घंटे से अधिक समय की बचत करेगी; तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस 2 घंटे से अधिक समय की बचत करेगी; राँची-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस, पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस और जामनगर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग एक घंटे के समय की बचत करेंगी तथा उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग आंधे घंटे जल्दी सफर तय करेंगी।
- देश के महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की कनेक्टिविटी में सुधार करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न के अनुरूप, राउरकेला भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस और तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस पुरी एवं मदुरै के महत्त्वपूर्ण धार्मिक शहरों को जोड़ेगी। इसके अलावा, विजयवाड़ा-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस रेनिगुंटा रूट से संचालित होगी और तिरुपति तीर्थस्थल केंद्र तक कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
- इन वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत से देश में रेल सेवा के एक नए मानक की शुरुआत होगी। विश्वस्तरीय सुविधाओं और कवच तकनीक सहित उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से सुसज्जित ये ट्रेनें आम लोगों, पेशेवरों, व्यापारियों, छात्रों और पर्यटकों को यात्रा के आधुनिक, त्वरित आरामदायक साधन प्रदान करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम होंगी।
अकादमी के ऐश्वर्य प्रताप सिंह ने एशियन गेम्स के टीम इवेंट में जीता स्वर्ण पदक | मध्य प्रदेश | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 25 सितंबर, 2023 को मध्य प्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी ऑफ एक्सीलेंस के स्टार शूटर ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने चीन के हांग्जाऊ में चल रहे 19वें एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 10 मीटर एयर राइफल टीम इवेंट में स्वर्ण पदक हासिल किया।
प्रमुख बिंदु
- टीम इंडिया के दिव्यांश पवार, ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और रुद्राश पाटिल की तिकड़ी ने पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल टीम इवेंट में 1893.7 अंक हासिल कर विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता है। पहले यह रिकॉर्ड चीन के पास था।
- ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने 10 मीटर एयर राइफल टीम इवेंट में 631.6 अंकों का योगदान कर भारतीय टीम को स्वर्ण पदक दिलाया। एशियन गेम्स में ही 10 मीटर राइफल एकल इवेंट में ऐश्वर्य प्रताप सिंह ने 228.8 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर कांस्य पदक हासिल किया।
पांजूपुर में 1200 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ | हरियाणा | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 25 सितंबर, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यमुनानगर ज़िले के पांजूपुर गाँव में लगभग 1200 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले श्री गुरु तेगबहादुर साहिब राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस मेडिकल कॉलेज को लगभग 30 माह में पूरा किया जाएगा। यह मेडिकल कॉलेज आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, ऐसे में लोगों को इलाज के लिये चंडीगढ़ की दौड़ लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
- मेडिकल कॉलेज के निर्माण से यमुनानगर के साथ-साथ आस-पास के राज्यों के लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएँ मिल पाएंगी।
- इस मेडिकल कॉलेज का फायदा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल को भी होगा। आने वाले दिनों में हरियाणा एक ऐसा राज्य बन जाएगा, जो दूसरे प्रदेशों को भी डॉक्टर देगा।
हरियाणा में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में हुक्का परोसने पर पूर्ण रोक | हरियाणा | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 25 सितंबर, 2023 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दानवीर कर्ण की नगरी करनाल में नशा मुक्ति अभियान के तहत राज्यस्तरीय साइक्लोथॉन के समापन समारोह पर राज्यभर में होटल, रेस्तरां, बार और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में ग्राहकों को हुक्का परोसने पर व्यापक प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
प्रमुख बिंदु
- हालांकि, यह रोक ग्रामीण इलाकों में इस्तेमाल होने वाले परंपरागत हुक्के पर लागू नहीं होगी।
- मुख्यमंत्री ने साइक्लोथॉन के दौरान 25 दिनों तक अथक् प्रयास करने वाले पुलिसकर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए घोषणा की कि सभी 250 प्रतिभागी कर्मियों को डीजीपी हरियाणा से क्लास-1 प्रशस्ति प्रमाण-पत्र मिलेगा।
- इसके अतिरिक्त उन्होंने इन समर्पित पुलिसकर्मियों के लिये पाँच दिन की छुट्टी की भी घोषणा की।
- साइकिल के चलन को बढ़ावा देने और पर्यावरण अनुकूल परिवहन को प्रोत्साहित करने के लिये मनोहर लाल ने यह भी घोषणा की कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और व्यक्तियों को आवास सुविधाएँ प्रदान करने वाला कोई भी लाइसेंस प्राप्त बिल्डर संपत्ति रजिस्ट्री के साथ संपत्ति के मालिक को एक साइकिल उपहार में देगा।
- ऐसे मामलों में, जहाँ लाभार्थी के पास पहले से ही साइकिल है, एचएसवीपी या बिल्डर साइकिल के बदले में 3 हज़ार रुपए देगा।
- विदित है कि मुख्यमंत्री ने 1 सितंबर, 2023 को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ साइक्लोथॉन को हरी झंडी दिखाई थी।
हकृवि ने सरसों की एक और नई किस्म आरएच 1975 विकसित की | हरियाणा | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 25 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा के हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय (हकृवि) ने सरसों की एक और उन्नत किस्म आरएच 1975 विकसित की है।
प्रमुख बिंदु
- यह किस्म सिंचित क्षेत्रों में समय पर बिजाई के लिये एक उत्तम किस्म है, जोकि मौजूदा किस्म आरएच 749 से लगभग 12 प्रतिशत अधिक पैदावार देगी।
- विदित है कि हकृवि ने आरएच 749 किस्म वर्ष 2013 में विकसित की थी। अब दस वर्ष बाद सिंचित क्षेत्रों के लिये इस किस्म से बेहतर किस्म आरएच 1975 विकसित की गई है, जोकि अधिक उत्पादन के कारण किसानों के लिये बहुत लाभदायक सिद्ध होगी।
- विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कांबोज ने बताया कि जम्मू में आयोजित 30वीं वार्षिक सरसों व राई कार्यशाला में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उपमहानिदेशक (फसल) डॉ. टीआर शर्मा की अध्यक्षता में गठित पहचान कमेटी द्वारा हाल में आरएच 1975 किस्म को सिंचित परिस्थिति में समय पर बिजाई के लिये चिह्नित किया गया है।
- कुलपति ने कहा कि 11-12 क्विंटल प्रति एकड़ औसत उत्पादन तथा 14-15 क्विंटल प्रति एकड़ उत्पादन क्षमता रखने वाली आरएच 1975 किस्म में लगभग 39.5 फीसद तेल की मात्रा है, जिसके कारण यह किस्म अन्य किस्मों की अपेक्षा किसानों के बीच अधिक लोकप्रिय होगी।
- इससे तिलहन उत्पादन में वृद्धि के साथ किसानों की आर्थिक स्थिति को बल मिलेगा।
- आरएच 1975 किस्म हरियाणा सहित पंजाब, दिल्ली, जम्मू व उत्तरी राजस्थान के सिंचित क्षेत्रों में बीजाई के लिये चिह्नित की गई है, इसलिये इन राज्यों के किसानों को इस किस्म का लाभ मिलेगा। किसानों को इस किस्म का बीज अगले साल तक उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
- उपरोक्त किस्मों से पहले वर्ष 2018 में विकसित की गई सरसों की किस्म आर.एच. 725 वर्तमान में किसानों के बीच सबसे अधिक प्रचलित व लोकप्रिय बन चुकी है, जोकि हरियाणा के अलावा उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश में लगभग 20 से 25 प्रतिशत क्षेत्रों में अकेली उगाई जाने वाली किस्म है। यह किस्म औसत 10-12 क्विंटल प्रति एकड़ पैदावार देती है व इसकी उत्पादन क्षमता भी 14-15 क्विंटल प्रति एकड़ तक है।
- अनुसंधान निदेशक डॉ. जीतराम शर्मा ने बताया कि इस किस्म को हकृवि के सरसों वैज्ञानिकों डॉ. राम अवतार, डॉ. नीरज, डॉ. मंजीत व डॉ. अशोक कुमार की टीम ने डॉ. राकेश पूनिया, डॉ. निशा कुमारी, डॉ. विनोद गोयल, डॉ. महावीर एवं डॉ. राजबीर सिंह के सहयोग से तैयार किया है।
- उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी इस टीम ने सरसों की दो किस्में आर.एच. 1424 व आर.एच. 1706 विकसित की हैं। ये किस्में भी सरसों की उत्पादकता बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होंगी।
- सरसों अनुसंधान में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये इस टीम को हाल ही में जम्मू में आयोजित कार्यशाला में सर्वश्रेष्ठ केंद्र अवार्ड से भी नवाजा गया है।
- ज्ञातव्य है कि हकृवि के सरसों केंद्र की देश के सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान केंद्रों में गिनती होती है।
झारखंड के सरकारी स्कूलों में होगा ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम का आयोजन | झारखंड | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 25 सितंबर, 2023 को झारखंड के स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने सभी डीईओ और डीएसई को दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि सभी सरकारी स्कूलों में ‘मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम’ का आयोजन किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- स्कूल संचालन से पहले छात्र-छात्राएँ अमृत कलश यात्रा निकालेंगे। इसके अलावा प्रभातफेरी निकाली जाएगी।
- 30 सितंबर तक स्कूल से किसी दिन भी स्कूलों के पोषक क्षेत्र में प्रभात फेरी निकाली जा सकेगी। इसमें राष्ट्रीय ध्वज, स्थानीय वीरों के पोस्टर रखे जाएंगे। छात्र ढोल-नगाड़े, स्थानी मंत्र का प्रयोग कर त्योहार का माहौल बनाएंगे।
- छात्र लोगों को आज़ादी दिलाने वाले वीरों और नायकों के बारे में बताएंगे। विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन होगा, इसमें रंगोली, देशभक्ति गीत इत्यादि होंगे।
- 30 सितंबर तक स्कूलों में कार्यक्रम होने के बाद एक से 13 अक्तूबर तक प्रखंडों में और 22 से 27 अक्तूबर तक सभी राज्यों की राजधानी में किया जाएगा।
- प्रखंडों में किसी एक स्कूल के बड़े मैदान में समारोह होगा। इसमें सभी जगहों से लाई गई कलश की मिट्टी मिलाई जाएगी और स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम होगा, वहीं यहाँ से मिश्रित मिट्टी का एक कलश राजधानी लाया जाएगा।
- इसके अलावा पंच प्रण प्रतिज्ञा ली जाएगी। इसमें छात्र भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाना, गुलामी के हर अंश से मुक्ति, एकता व एकजुटता, नागरिकों में कर्त्त्व्य का भाव और प्रतिज्ञा लेते हुए सेल्फी लेकर उसे वेबसाइट पर अपलोड करेंगे।
आयुष्मान भारत योजना में छत्तीसगढ़ को मिले तीन पुरस्कार | छत्तीसगढ़ | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 25 सितंबर, 2023 को नई दिल्ली में आयोजित आरोग्य मंथन-2023 कार्यक्रम में आयुष्मान भारत योजना के उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिये छत्तीसगढ़ को तीन राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
प्रमुख बिंदु
- केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने कार्यक्रम में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले राज्यों को सम्मानित किया।
- संचालक, स्वास्थ्य सेवाएँ एवं स्टेट नोडल एजेंसी के सीईओ जयप्रकाश मौर्य ने नई दिल्ली में आयोजित आरोग्य मंथन कार्यक्रम में प्रदेश की ओर से ये पुरस्कार ग्रहण किये।
- छत्तीसगढ़ को यह तीनों राष्ट्रीय पुरस्कार बड़े राज्यों की श्रेणी में आयुष्मान भारत योजना के तहत सेवाएँ प्रदान करने में लैंगिक समानता, राज्य को आवंटित राशि का शत-प्रतिशत उपयोग और राज्य के 90 प्रतिशत से अधिक परिवारों में कम-से-कम एक आयुष्मान कार्ड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये दिये गए हैं।
- गौरतलब है कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत मरीज़ों को डिजिटल कार्ड के द्वारा सुविधा एवं डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड के लिये एम्स रायपुर को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। डिजिटल हेल्थ मिशन के अंतर्गत आभा आईडी का उपयोग किया जा रहा है, जिससे मरीज़ों को ओपीडी में स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने में सुविधा हो रही है।
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य में बीते 5 सालों में आम जनता को सहजता से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ सुलभ करने के लिये अनेक अभिनव योजनाएँ संचालित की गईं, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।
- ‘मुख्यमंत्री हाट-बाज़ार क्लीनिक योजना’ के माध्यम से राज्य के सुदूर वनांचल इलाकों तक लोगों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधाएँ सुलभ हुई हैं। इसके माध्यम से अब तक लगभग एक करोड़ 40 लाख से अधिक लोगों के स्वास्थ्य की जाँच व उपचार के साथ-साथ उन्हें नि:शुल्क दवाएँ दी गई हैं। राज्य में 1814 हाट-बाज़ारों में नियमित रूप से मोबाइल मेडिकल यूनिट में डॉक्टरों की टीम पहुँचकर ज़रूरतमंद ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जाँच एवं इलाज कर रही हैं।
- इसी तरह ‘मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना’के माध्यम से नगरीय इलाकों में लोगों को घर में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो रही है।
- ‘दाई-दीदी क्लीनिक’छत्तीसगढ़ सरकार की एक अभिनव योजना है, जिसके माध्यम से महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य जाँच एवं उपचार की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। दाई-दीदी क्लीनिक में चिकित्सक से लेकर पैरामेडिकल टीम में महिलाएँ होती हैं, ताकि महिलाओं और किशोरी बालिकाओं का इलाज कराने में किसी भी तरह की झिझक न हो।
- छत्तीसगढ़ एकमात्र राज्य है, जहाँ गंभीर बीमारियों के इलाज के लिये सर्वाधिक 25 लाख रुपए की मदद ‘मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना’के तहत दी जा रही है।
- ‘श्री धन्वंतरि जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना’के माध्यम से राज्य के लोगों को एमआरपी पर 50 से 72 प्रतिशत छूट पर गुणवत्तापूर्ण दवाईयाँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस योजना के चलते दवा खरीदी पर लोगों को अब तक 129 करोड़ रुपए की छूट मिली है।
- ‘डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना’के अंतर्गत 64 लाख से अधिक बीपीएल राशन कार्डधारी परिवारों को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए तक तथा अन्य कार्डधारी परिवारों को 50 हज़ार रुपए तक उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
- राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उप स्वास्थ्य केंद्रों का उन्नयन कर 5233 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालित किये जा रहे हैं, जहाँ मरीज़ों को 12 तरह की प्राथमिक सेवाएँ नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। 4 हज़ार से अधिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में टेली मेडिसिन ई-संजीवनी सेवाएँ संचालित हैं।
- ज़िला चिकित्सालयों में नि:शुल्क डायलिसिस सेवाएँ मरीज़ों को उपलब्ध कराई जा रही हैं। ज़िला अस्पतालों और सामुदायिक केंद्रों में हमर लैब स्थापित होने से विभिन्नत तरह की जांच सुविधाएं मरीजों को सुलभ हुई हैं।
- ‘मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान’को बेहतर सफलता मिली है। इसके चलते बीते 5 सालों में वार्षिक परजीवी सूचकांक 2.63 से घटकर 0.94 हो गया है।
दून में खुले देश के पहले तीन पॉलिथीन कचरा बैंक | उत्तराखंड | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 25 सितंबर, 2023 को पॉलिथीन कचरे के निस्तारण के लिये उत्तराखंड के देहरादून कैंट बोर्ड की ओर से देश के पहले तीन पॉलिथीन कचरा बैंक की स्थापना की गई है, जिनमें से एक गढ़ी स्थित कचरा बैंक का राज्य के शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- दो पॉलिथीन कचरा बैंक देहरादून के गढ़ी में और तीसरा प्रेमनगर में खोला गया है।
- यह देश का प्रथम ऐसा बैंक है, जो घरों, सड़कों से गंदगी को साफ करेगा, साथ ही आमदनी का माध्यम भी बनेगा। इस बैंक से पॉलिथीन एकत्र कर आगे भेजा जाएगा, जिससे टाइल्स, बोर्ड, गमले आदि सज़ावटी सामान बनाए जाएंगे।
- इन संग्रहण केंद्रों में पॉलिथीन अपशिष्ट, जैसे- बैग, चिप्स रैपर, पैकिंग बैग, प्लास्टिक के कट्टे, ब्रेड के रैपर आदि तीन रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदे जाएंगे।
- गढ़ी में बिंदाल चौकी, डेयरी फार्म और प्रेमनगर में स्पेशल विंग में पॉलिथीन कचरा बैंक का संचालन इसी सप्ताह प्रारंभ कर दिया जाएगा। इस बैंक में हर माह न्यूनतम 70 टन और अधिकतम 100 टन तक पॉलिथीन कचरा खरीदने का लक्ष्य है।
- कैंट बोर्ड के सीईओ अभिनव सिंह ने कहा कि वर्तमान में पॉलिथीन बैग, चिप्स रैपर, पैकिंग बैग, प्लास्टिक के कट्टे आदि को लो वैल्यू प्लास्टिक की श्रेणी में रखा जाता है। इनका न कोई खरीदार है और न बाज़ार। कूड़ा बीनने वाले भी प्लास्टिक की बोतलें, काँच आदि को उठा लेते हैं पर पॉलिथीन बैग, चिप्स रैपर आदि नहीं लेते। पॉलिथीन कचरा बैंक इसी समस्या को सुलझाएगा।
- कैंट बोर्ड की ओर से छावनी परिषद ने सैन्य क्षेत्र की आरडब्ल्यूए (रेजीडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन) के बीच में पॉलिथीन और ई-वेस्ट कलेक्शन कंपटीशन करवाया था, जिसके विजेताओं को भी शहरी विकास मंत्री ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
संविदा महिला व एकल पुरुष कर्मचारियों को मिलेगा बाल्य देखभाल और बाल दत्तक ग्रहण अवकाश | उत्तराखंड | 26 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
- 24 सितंबर, 2023 को उत्तराखंड सरकार ने विभागों और आउटसोर्स माध्यम से संविदा, तदर्थ और नियत वेतन पर तैनात महिला और एकल पुरुष (अविवाहित, विधुर या तलाकशुदा) कर्मचारियों को 15 दिन की बाल्य देखभाल और 120 दिनों की सीमा में बाल दत्तक ग्रहण अवकाश की सौगात दी। वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने इस संबंध में आदेश जारी किये।
प्रमुख बिंदु
- साथ ही, ऐसे सभी एकल पुरुष कर्मचारियों को 15 दिन का पितृत्व अवकाश मिलेगा, जिनके दो से कम जीवित बच्चे हैं।
- वित्त विभाग के सूत्रों के मुताबिक, सरकार के इस निर्णय से 40-45 हज़ार कर्मचारियों को फायदा होगा। अस्थायी कर्मचारियों को पहली बार ये अवकाश दिये गए हैं।
- विदित है कि राज्य सरकार की नियमित महिला और एकल पुरुष कर्मचारियों को यह छुट्टियाँ पहले से मिल रही हैं।
- पितृत्व अवकाश ऐसे एकल पुरुष कर्मचारी, जिसके दो से कम जीवित बच्चे हों, उसकी पत्नी के प्रसवकाल के दौरान बच्चा पैदा होने की संभावित तिथि से 15 दिन पूर्व या बच्चा पैदा होने के छह माह तक 15 दिन का पितृत्व अवकाश मिलेगा।
- यह किसी अन्य अवकाश के साथ लिया जा सकेगा। सामान्यत: इस अवकाश को किसी भी दशा में अस्वीकृत नहीं किया जा सकेगा।
- बाल्य देखभाल अवकाश ऐसी महिला कर्मचारी और एकल पुरुष कर्मचारी को विशिष्ट परिस्थितियों, जैसे- संतान की बीमारी अथवा परीक्षा के समय 18 वर्ष की आयु तक देखभाल के लिये एक कैलेंडर वर्ष में अधिकतम 15 दिन का अवकाश मिलेगा।
- एक बार में पाँच दिनों से कम का अवकाश मंज़ूर नहीं होगा। एक कैलेंडर वर्ष में अधिकतम तीन बार अवकाश मिलेगा।
- बाल दत्तक देखभाल अवकाश ऐसी महिला और एकल पुरुष कर्मचारी, जो कम-से-कम तीन वर्ष से विभाग में तैनात हों और जिन्होंने एक वर्ष की आयु तक का शिशु गोद लिया हो, को मिलेगा। गोद लेने के समय अधिकतम 120 दिन का अवकाश मिलेगा।