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राजस्थान के दो शिक्षक-शिक्षिका राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित
चर्चा में क्यों?
25 अगस्त, 2022 को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2022 के लिये चयनित देश के विभिन्न राज्यों के 46 शिक्षकों के नाम की अंतिम सूची जारी की। इसमें राजस्थान के दो शिक्षक-शिक्षिका के नाम भी शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 5 सितंबर, 2022 को शिक्षक दिवस के अवसर पर वर्ष 2022 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगी। पुरस्कार के तौर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को 50 हज़ार रुपए की राशि और सिल्वर मेडल दिया जाएगा।
- शिक्षक दिवस पर भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा दिये जाने वाले राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित राजस्थान के दो शिक्षकों में राजकीय उच्च माध्यमिक बधिर विद्यालय, बीकानेर की विज्ञान शिक्षिका सुनीता और राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पारगियापाड़ा, उदयपुर के शिक्षक दुर्गाराम मुवाल शामिल हैं।
- शिक्षिका सुनीता ने मूक-बधिर बच्चों के साथ विज्ञान शिक्षण के नवाचार के तहत इन विशेष बच्चों को 2017 से लगातार राज्यस्तरीय विज्ञान प्रतियोगिता एवं राष्ट्रीयस्तरीय इंस्पायर अवार्ड में भाग लेने के लिये प्रोत्साहित किया है। इस विशेष विद्यालय में इन बच्चों ने विज्ञान लैब भी बनाई है। इसके अतिरिक्त विद्यालय की एक छात्रा ने ओलंपियाड में स्थान प्राप्त किया है और रजत पदक प्राप्त कर देश को गौरवान्वित किया है।
- शिक्षक दुर्गाराम शिक्षण के अलावा बाल श्रम एवं बाल तस्करी की रोकथाम को लेकर भी सक्रिय हैं। बालश्रम एवं बाल तस्करी से जुड़े 400 से ज़्यादा बच्चों को रेस्क्यू कर उन्हें वापस शिक्षा से जोड़ा गया है। इनमें 250 से ज़्यादा लड़कियाँ हैं। इसके अलावा शिक्षा में नवाचार, प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के बस्ते का भार कम किया गया है।
- शिक्षक दुर्गाराम ने कोरोना टीकाकरण के दौरान योद्धा के रूप में कार्य करके पंचायत मादड़ी को पूरे भारत में सर्वाधिक टीकाकरण वाली पहली जनजाति पंचायत बनाने में मदद की थी। वे उच्च कक्षाओं में पढ़ने वाली बालिकाओं की पढ़ाई का खर्च स्वयं वहन करते हैं और प्रतिवर्ष एक महीने की सेलरी विद्यालय विकास एवं विद्यालय के बच्चों पर खर्च करते हैं। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण के तहत कार्य करते हुए 11000 से ज़्यादा पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का काम किया है। साथ ही, निराश्रित बच्चों के अभिभावक बनकर शिक्षा से जोड़ने का काम भी कर रहे हैं।
- गौरतलब है कि शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग प्रतिवर्ष 5 सितंबर को एक राष्ट्रीय समारोह का आयोजन करता है, जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
- पुरस्कारों के लिये शिक्षकों का चयन ऑनलाइन तीनस्तरीय चयन प्रक्रिया के ज़रिये पारदर्शी तरीके से किया जाता है।
- शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य देश के शिक्षकों के अनूठे योगदान को रेखांकित करना और ऐसे शिक्षकों का सम्मान करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता व परिश्रम से न सिर्फ स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध किया है।
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