देवरिया के खुर्शीद अहमद राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित | उत्तर प्रदेश | 26 Aug 2022
चर्चा में क्यों?
25 अगस्त, 2022 को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2022 के लिये चयनित देश के विभिन्न राज्यों के 46 शिक्षकों के नाम की अंतिम सूची जारी की। इसमें उत्तर प्रदेश के खुर्शीद अहमद का नाम भी शामिल है।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 5 सितंबर, 2022 को शिक्षक दिवस के अवसर पर वर्ष 2022 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगी। पुरस्कार के तौर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को 50 हज़ार रुपए की राशि और सिल्वर मेडल दिया जाएगा।
- खुर्शीद अहमद को यह पुरस्कार विज्ञान शिक्षा में नवाचार के लिये दिया जाएगा। वह देवरिया में कंपोजिट स्कूल सहवा में शिक्षक हैं। प्रदेश के बेसिक व माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों में अकेले इनका चयन हुआ है।
- गौरतलब है कि शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग प्रतिवर्ष 5 सितंबर को एक राष्ट्रीय समारोह का आयोजन करता है, जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
- पुरस्कारों के लिये शिक्षकों का चयन ऑनलाइन तीनस्तरीय चयन प्रक्रिया के ज़रिये पारदर्शी तरीके से किया जाता है।
- शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य देश के शिक्षकों के अनूठे योगदान को रेखांकित करना और ऐसे शिक्षकों का सम्मान करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता व परिश्रम से न सिर्फ स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध किया है।
काशी की तरह प्रयाग में भी चलेंगे क्रूज, संगम पर बनेगा हेलीपोर्ट | उत्तर प्रदेश | 26 Aug 2022
चर्चा में क्यों ?
25 अगस्त, 2022 को प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री और प्रयागराज मंडल के प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह ने पत्रकारों को बताया कि प्रयागराज महाकुंभ के पूर्व ही वाराणसी की तर्ज़ पर यहाँ भी क्रूज की सेवाएँ और जलमार्ग से यातायात का परिवहन शुरू होगा।
प्रमुख बिंदु
- मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि कुंभ से पहले संगम पर जो हेलीपोर्ट बनाया जाएगा, उसके ज़रिये प्रयागराज से जल परिवहन भी शुरू होगा। गंगा एक्सप्रेस-वे दिल्ली सहित अन्य ज़िलों से प्रयागराज की पहुँच को और सुगम बनाएगा।
- राज्य सरकार की योजना प्रयागराज से वाराणसी तक क्रूज परिवहन प्रारंभ करने की है। गौरतलब है कि प्रदेश में अवस्थित पौराणिक शहर वाराणसी में पहले से ही क्रूज सेवा प्रारंभ की जा चुकी है।
- यह राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-1 (प्रयागराज से हल्दिया तक) का भी मार्ग है, अत: भविष्य में मालवहन के अतिरिक्त यहाँ से जलमार्ग का प्रयोग आमजन के परिवहन के लिये भी किया जा सकेगा।
- मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि रेलवे द्वारा निष्प्रयोज्य घोषित किये जा चुके कर्ज़न ब्रिज को धरोहर के रूप में पर्यटकों के लिये विकसित किया जाएगा।
- गौरतलब है कि प्रयागराज से अयोध्या व लखनऊ रेलमार्ग पर गंगा नदी पर बने कर्ज़न ब्रिज की आयु 117 वर्ष है। रेल यातायात के लिये यह पुल 15 जून, 1905 को खोला गया था। तब इस रेलखंड का संचालन अवध व रुहेलखंड रेलवे करती थी। इस पुल से सड़क यातायात 20 दिसंबर, 1905 को शुरू हुआ था। वर्ष 1998 में इस पुल से सड़क और रेल यातायात बंद कर दिया गया था।
बिहार के दो शिक्षक-शिक्षिका राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित | बिहार | 26 Aug 2022
चर्चा में क्यों?
25 अगस्त, 2022 को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2022 के लिये चयनित देश के विभिन्न राज्यों के 46 शिक्षकों के नाम की अंतिम सूची जारी की। इसमें बिहार के दो शिक्षक-शिक्षिका के नाम भी शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 5 सितंबर, 2022 को शिक्षक दिवस के अवसर पर वर्ष 2022 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगी। पुरस्कार के तौर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को 50 हज़ार रुपए की राशि और सिल्वर मेडल दिया जाएगा।
- शिक्षक दिवस पर भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा दिये जाने वाले राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित बिहार से दो शिक्षकों में महादेव उच्च माध्यमिक विद्यालय खुशरूपुर, पटना की शिक्षिका निशि कुमारी और ललित नारायण लक्ष्मी नारायण प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय त्रिवेणीगंज, सुपौल के शिक्षक सौरव सुमन शामिल हैं।
- विदित है कि राज्य सरकार द्वारा बिहार से छह शिक्षकों का नाम राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये भेजा गया था।
- गौरतलब है कि शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग प्रतिवर्ष 5 सितंबर को एक राष्ट्रीय समारोह का आयोजन करता है, जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
- पुरस्कारों के लिये शिक्षकों का चयन ऑनलाइन तीनस्तरीय चयन प्रक्रिया के ज़रिये पारदर्शी तरीके से किया जाता है।
- शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य देश के शिक्षकों के अनूठे योगदान को रेखांकित करना और ऐसे शिक्षकों का सम्मान करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता व परिश्रम से न सिर्फ स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध किया है।
राजस्थान के दो शिक्षक-शिक्षिका राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित | राजस्थान | 26 Aug 2022
चर्चा में क्यों?
25 अगस्त, 2022 को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2022 के लिये चयनित देश के विभिन्न राज्यों के 46 शिक्षकों के नाम की अंतिम सूची जारी की। इसमें राजस्थान के दो शिक्षक-शिक्षिका के नाम भी शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 5 सितंबर, 2022 को शिक्षक दिवस के अवसर पर वर्ष 2022 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगी। पुरस्कार के तौर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को 50 हज़ार रुपए की राशि और सिल्वर मेडल दिया जाएगा।
- शिक्षक दिवस पर भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा दिये जाने वाले राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित राजस्थान के दो शिक्षकों में राजकीय उच्च माध्यमिक बधिर विद्यालय, बीकानेर की विज्ञान शिक्षिका सुनीता और राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पारगियापाड़ा, उदयपुर के शिक्षक दुर्गाराम मुवाल शामिल हैं।
- शिक्षिका सुनीता ने मूक-बधिर बच्चों के साथ विज्ञान शिक्षण के नवाचार के तहत इन विशेष बच्चों को 2017 से लगातार राज्यस्तरीय विज्ञान प्रतियोगिता एवं राष्ट्रीयस्तरीय इंस्पायर अवार्ड में भाग लेने के लिये प्रोत्साहित किया है। इस विशेष विद्यालय में इन बच्चों ने विज्ञान लैब भी बनाई है। इसके अतिरिक्त विद्यालय की एक छात्रा ने ओलंपियाड में स्थान प्राप्त किया है और रजत पदक प्राप्त कर देश को गौरवान्वित किया है।
- शिक्षक दुर्गाराम शिक्षण के अलावा बाल श्रम एवं बाल तस्करी की रोकथाम को लेकर भी सक्रिय हैं। बालश्रम एवं बाल तस्करी से जुड़े 400 से ज़्यादा बच्चों को रेस्क्यू कर उन्हें वापस शिक्षा से जोड़ा गया है। इनमें 250 से ज़्यादा लड़कियाँ हैं। इसके अलावा शिक्षा में नवाचार, प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के बस्ते का भार कम किया गया है।
- शिक्षक दुर्गाराम ने कोरोना टीकाकरण के दौरान योद्धा के रूप में कार्य करके पंचायत मादड़ी को पूरे भारत में सर्वाधिक टीकाकरण वाली पहली जनजाति पंचायत बनाने में मदद की थी। वे उच्च कक्षाओं में पढ़ने वाली बालिकाओं की पढ़ाई का खर्च स्वयं वहन करते हैं और प्रतिवर्ष एक महीने की सेलरी विद्यालय विकास एवं विद्यालय के बच्चों पर खर्च करते हैं। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण के तहत कार्य करते हुए 11000 से ज़्यादा पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का काम किया है। साथ ही, निराश्रित बच्चों के अभिभावक बनकर शिक्षा से जोड़ने का काम भी कर रहे हैं।
- गौरतलब है कि शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग प्रतिवर्ष 5 सितंबर को एक राष्ट्रीय समारोह का आयोजन करता है, जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
- पुरस्कारों के लिये शिक्षकों का चयन ऑनलाइन तीनस्तरीय चयन प्रक्रिया के ज़रिये पारदर्शी तरीके से किया जाता है।
- शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य देश के शिक्षकों के अनूठे योगदान को रेखांकित करना और ऐसे शिक्षकों का सम्मान करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता व परिश्रम से न सिर्फ स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध किया है।
मध्य प्रदेश के दो शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित | मध्य प्रदेश | 26 Aug 2022
चर्चा में क्यों?
25 अगस्त, 2022 को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2022 के लिये चयनित देश के विभिन्न राज्यों के 46 शिक्षकों के नाम की अंतिम सूची जारी की। इसमें मध्य प्रदेश के दो शिक्षकों के नाम भी शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 5 सितंबर, 2022 को शिक्षक दिवस के अवसर पर वर्ष 2022 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगी। पुरस्कार के तौर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को 50 हज़ार रुपए की राशि और सिल्वर मेडल दिया जाएगा।
- शिक्षक दिवस पर भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा दिये जाने वाले राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित मध्य प्रदेश के दो शिक्षकों में रायसेन ज़िले के राजकीय प्राथमिक विद्यालय, सालेगढ़ के शिक्षक नीरज सक्सेना और शाजापुर ज़िले के राजकीय उत्कृष्टता उच्च माध्यमिक विद्यालय के लेक्चरर ओम प्रकाश पाटीदार शामिल हैं।
- गौरतलब है कि शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग प्रतिवर्ष 5 सितंबर को एक राष्ट्रीय समारोह का आयोजन करता है, जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
- पुरस्कारों के लिये शिक्षकों का चयन ऑनलाइन तीनस्तरीय चयन प्रक्रिया के ज़रिये पारदर्शी तरीके से किया जाता है।
- शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य देश के शिक्षकों के अनूठे योगदान को रेखांकित करना और ऐसे शिक्षकों का सम्मान करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता व परिश्रम से न सिर्फ स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध किया है।
‘मांडू’बेस्ट हेरिटेज डेस्टिनेशन अवार्ड से सम्मानित | मध्य प्रदेश | 26 Aug 2022
चर्चा में क्यों?
24 अगस्त, 2022 को नई दिल्ली में आयोजित 19वें वार्षिक आउटलुक ट्रैवलर अवार्ड्स समारोह में मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल ‘मांडू’ को बेस्ट हेरिटेज डेस्टिनेशन के लिये आउटलुक ट्रैवलर जूरी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी की उपस्थिति में आउटलुक ट्रैवलर अवार्ड्स दिया गया। मध्य प्रदेश पर्यटन निगम के प्रबंध संचालक एस. विश्वनाथन ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
- उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पुरस्कारों का 19वाँ वर्ष है। वहीं इस वर्ष आउटलुक ग्रुप के शिखर सम्मेलन का विषय ‘यात्रा का तीसरा युग’निर्धारित है।
- इस वर्ष पुरस्कार का निर्णय एक शोध एजेंसी द्वारा यात्रा सर्वेक्षण तथा जूरी सदस्यों द्वारा प्रतिक्रियाओं की जाँच के आधार पर किया गया।
हरियाणा की अंजू दहिया राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित | हरियाणा | 26 Aug 2022
चर्चा में क्यों?
25 अगस्त, 2022 को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2022 के लिये चयनित देश के विभिन्न राज्यों के 46 शिक्षकों के नाम की अंतिम सूची जारी की। इसमें हरियाणा की प्राध्यापिका अंजू दहिया का नाम भी शामिल है।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 5 सितंबर, 2022 को शिक्षक दिवस के अवसर पर वर्ष 2022 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगी। पुरस्कार के तौर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को 50 हज़ार रुपए की राशि और सिल्वर मेडल दिया जाएगा।
- अंजू दहिया राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित होने वाली प्रदेश से एकमात्र प्राध्यापिका हैं। सोनीपत ज़िले के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बड़वासनी में रसायन शास्त्र विषय की प्राध्यापिका अंजू दहिया ने विषय को आसान बनाने की दिशा में सराहनीय कार्य किया है।
- उन्होंने रसायन शास्त्र विषय को खेल व कविता जैसी गतिविधियों से आसान बना दिया है। विद्यार्थी गतिविधियों से विषय को समझकर लंबे समय तक याद रख पाते हैं। उन्होंने रसायन शास्त्र विषय को कविता व खेल गतिविधियों में बाँटा। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता करवाकर बच्चों को भाग लेने के लिये प्रेरित किया। विद्यार्थियों ने खेल गतिविधियों से सीखा, जो उन्हें याद रहता था। इससे उन्हें विषय आसान लगने लगा।
- प्राध्यापिका अंजू दहिया ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था का विदेश में भी प्रचार-प्रसार किया है। उन्होंने उज़्बेकिस्तान में 15 दिन तक रहकर वहाँ के लोगों को भारतीय शिक्षा व्यवस्था के बारे में प्रेरित किया। शोध-पत्र भी प्रस्तुत किये। वहाँ उन्होंने लोगों को बताया कि बच्चों को खेल-खेल व अन्य गतिविधियों से कैसे पढ़ाया जाए।
- गौरतलब है कि शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग प्रतिवर्ष 5 सितंबर को एक राष्ट्रीय समारोह का आयोजन करता है, जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
- पुरस्कारों के लिये शिक्षकों का चयन ऑनलाइन तीनस्तरीय चयन प्रक्रिया के ज़रिये पारदर्शी तरीके से किया जाता है।
- शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य देश के शिक्षकों के अनूठे योगदान को रेखांकित करना और ऐसे शिक्षकों का सम्मान करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता व परिश्रम से न सिर्फ स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध किया है।
झारखंड के दो साहित्यकारों को साहित्य अकादमी का युवा साहित्य पुरस्कार 2022 देने की घोषणा | झारखंड | 26 Aug 2022
चर्चा में क्यों?
24 अगस्त, 2022 को साहित्य अकादमी ने 22 भाषाओं के लेखक-लेखिकाओं को अकादमी का बाल साहित्य पुरस्कार 2022 और 23 भाषाओं के लेखक-लेखिकाओं को युवा साहित्य पुरस्कार 2022 देने की घोषणा की। इसमें झारखंड के दो साहित्यकार मिहिर वत्स और साल्गे हांसदा भी शामिल हैं।
प्रमुख बिंदु
- साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कंबार की अध्यक्षता में अकादमी के कार्यकारी मंडल की बैठक में लेखक-लेखिकाओं का साहित्य अकादमी बाल साहित्य पुरस्कार 2022 व साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार के लिये अनुमोदन किया गया।
- अकादमी ने कुल 22 भाषाओं के लेखक-लेखिकाओं को बाल साहित्य पुरस्कार 2022 दिये जाने की घोषणा की, जबकि 23 भाषाओं के लेखक-लेखिकाओं को युवा साहित्य पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे।
- झारखंड के हज़ारीबाग ज़िले के मिहिर वत्स को उनके द्वारा अंग्रेज़ी में लिखी गई किताब ‘टेल्स ऑफ हज़ारीबाग- एन इंटीमेंट एक्सप्लोरेशन ऑफ छोटानागपुर प्लेटो’(Tales of Hazaribagh- An intimate Exploration of Chhotanagpur Plateau) के लिये युवा साहित्य अकादमी पुरस्कार हेतु चुना गया है। इसमें हज़ारीबाग पठारी क्षेत्र का यात्रा संस्मरण है।
- वहीं जमशेदपुर ज़िले के साल्गे हांसदा को उनकी द्वारा लिखी गई संथाली उपन्यास ‘जनम दिसोम उजारोग काना’के लिये युवा साहित्य अकादमी पुरस्कार हेतु चुना गया है।
- अकादमी के सचिव ने बताया कि बाल साहित्य पुरस्कार की श्रेणी में पंजाबी भाषा में इस वर्ष पुरस्कार नहीं दिया जा रहा है, जबकि संथाली भाषा में पुरस्कार की घोषणा बाद में की जाएगी। वहीं युवा पुरस्कार की श्रेणी में मराठी में बाद में विजेता का ऐलान किया जाएगा।
- पुरस्कार के लिये चयनित लेखकों को पुरस्कारस्वरूप एक उत्कीर्ण ताम्रफलक तथा 50,000 रुपए की राशि प्रदान की जाएगी।
झारखंड की शिप्रा मिश्रा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित | झारखंड | 26 Aug 2022
चर्चा में क्यों?
25 अगस्त, 2022 को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2022 के लिये चयनित देश के विभिन्न राज्यों के 46 शिक्षकों के नाम की अंतिम सूची जारी की। इसमें झारखंड की शिप्रा मिश्रा का नाम भी शामिल है।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 5 सितंबर, 2022 को शिक्षक दिवस के अवसर पर वर्ष 2022 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगी। पुरस्कार के तौर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को 50 हज़ार रुपए की राशि और सिल्वर मेडल दिया जाएगा।
- पूर्वी सिंहभूम जिले के जमशेदपुर स्थित टाटा वर्कर्स यूनियन प्लस टू हाईस्कूल, कदमा की विज्ञान शिक्षिका शिप्रा मिश्रा झारखंड से एकमात्र शिक्षक हैं, जिनके नाम पर पुरस्कार के लिये शिक्षा मंत्रालय ने अंतिम मुहर लगाई। हालाँकि राज्य से कुल तीन शिक्षकों के नाम इस पुरस्कार के लिये भेजे गए थे।
- शिप्रा मिश्रा मूल रूप से बिहार के पूर्णिया ज़िले से है। उन्होंने स्कूल को राष्ट्रीय स्तर की पहचान दिलाने में शिक्षिका का अहम योगदान है। वे स्कूल में छात्रों को विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने में लगातार अपने स्तर से कार्य करती रही हैं।
- शिप्रा की एक छात्रा नेहा सरदार का स्मार्ट विलेज के मॉडल ने विज्ञान प्रदर्शनी में राज्य स्तर पर पुरस्कार जीता था। हाल ही में आईएसएम, धनबाद में आयोजित प्रतियोगिता में सरकारी स्कूलों की श्रेणी में टाटा वर्कर्स यूनियन हाई स्कूल के छात्रों द्वारा बनाए गए ऑटोमेटिक क्लीन टॉयलेट (Automatic Clean Toilet) के प्रोजेक्ट को ओवरऑल श्रेणी के पुरस्कार के लिये चयनित किया गया था।
- शिप्रा मिश्रा को अब तक कई अवार्ड मिल चुके हैं। रोटरी क्लब की ओर से वर्ष 2017 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ शिक्षिका का सम्मान, इनर व्हील क्लब की ओर से सर्वश्रेष्ठ शिक्षिका का सम्मान, वर्ष 2019 में राज्य स्तर का शिक्षक पुरस्कार तथा 2020 में एनएमएल द्वारा बेस्ट साइंस टीचर्स अवार्ड मिल चुका है।
- गौरतलब है कि शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग प्रतिवर्ष 5 सिंतबर को एक राष्ट्रीय समारोह का आयोजन करता है, जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
- पुरस्कारों के लिये शिक्षकों का चयन ऑनलाइन तीन स्तरीय चयन प्रक्रिया के जरिए पारदर्शी तरीके से किया जाता है।
- शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य देश के शिक्षकों के अनूठे योगदान को रेखांकित करना और ऐसे शिक्षकों का सम्मान करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता व परिश्रम से न सिर्फ स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध किया है।
छत्तीसगढ़ की ममता अहार राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित | छत्तीसगढ़ | 26 Aug 2022
चर्चा में क्यों?
25 अगस्त, 2022 को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2022 के लिये चयनित देश के विभिन्न राज्यों के 46 शिक्षकों के नाम की अंतिम सूची जारी की। इसमें छत्तीसगढ़ की सहायक शिक्षिका ममता अहार का नाम भी शामिल है।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु चयनित शिक्षक-शिक्षिकाओं को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 5 सितंबर, 2022 को शिक्षक दिवस के अवसर पर वर्ष 2022 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगी। पुरस्कार के तौर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं को 50 हज़ार रुपए की राशि और सिल्वर मेडल दिया जाएगा।
- सहायक शिक्षिका ममता अहार राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिये चयनित होने वाली प्रदेश से एकमात्र शिक्षिका हैं। वे सहायक शिक्षिका के रूप में शासकीय प्राथमिक विद्यालय पी सखाराम दुबे, ज़िला रायपुर में पदस्थ हैं।
- गौरतलब है कि शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग प्रतिवर्ष 5 सितंबर को एक राष्ट्रीय समारोह का आयोजन करता है, जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
- पुरस्कारों के लिये शिक्षकों का चयन ऑनलाइन तीनस्तरीय चयन प्रक्रिया के ज़रिये पारदर्शी तरीके से किया जाता है।
- शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य देश के शिक्षकों के अनूठे योगदान को रेखांकित करना और ऐसे शिक्षकों का सम्मान करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता व परिश्रम से न सिर्फ स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध किया है।
छत्तीसगढ़ का बस्तर ‘बेस्ट ऑफ बीट डेस्टिनेशन’ के रूप में सम्मानित | छत्तीसगढ़ | 26 Aug 2022
चर्चा में क्यों?
24 अगस्त, 2022 को नई दिल्ली में आयोजित 19वें वार्षिक आउटलुक ट्रैवलर्स अवार्ड्स समारोह में आउटलुक ग्रुप की ओर से विभिन्न श्रेणियों में दिये जाने वाले पुरस्कार की कड़ी में आउटलुक ट्रैवलर्स अवार्ड-2022 श्रेणी में छत्तीसगढ़ के बस्तर को एक विशेष जूरी पुरस्कार के साथ ‘बेस्ट ऑफ बीट डेस्टिनेशन’के रूप में सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी की उपस्थिति में आउटलुक ट्रैवलर अवार्ड्स दिया गया। समारोह में छत्तीसगढ़ की ओर से यह अवार्ड पर्यटन और संस्कृति विभाग के सचिव अंबलगन पी. ने ग्रहण किया।
- उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पुरस्कारों का 19वाँ वर्ष है। वहीं इस वर्ष आउटलुक ग्रुप के शिखर सम्मेलन का विषय ‘यात्रा का तीसरा युग’ निर्धारित है।
- इस वर्ष पुरस्कार का निर्णय एक शोध एजेंसी द्वारा यात्रा सर्वेक्षण तथा जूरी सदस्यों द्वारा प्रतिक्रियाओं की जाँच के आधार पर किया गया।