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टाईगर रिजर्व रामगढ़ विषधारी वन्य जीव अभयारण्य में जंगल सफारी का हुआ शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
23 जून, 2023 को राजस्थान के युवा मामले, खेल तथा सूचना एवं जनसंपर्क राज्यमंत्री अशोक चांदना ने राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में बूंदी ज़िले को आगे बढ़ाने के क्रम में बूंदी के दलेलपुरा स्थित वन नाके से टाईगर रिजर्व रामगढ़ विषधारी वन्य जीव अभयारण्य में पहली जंगल सफारी को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर राज्यमंत्री ने कहा कि टाईगर सेंचुरी में सफारी का शुभारंभ पूरे ज़िले के लिये जीवनदान है। आने वाले समय में युवा पीढ़ी के लिये रोज़गार के दरवाज़े खुलेंगे।
- साथ ही विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। देश के कोने-कोने से आने वाले पर्यटक आनंदित होंगे और क्षेत्र के लोगों को रोज़गार मिलेगा।
- रामगढ़ विषधारी टाईगर रिजर्व में रवाना हुई जंगल सफारी में 4 विदेशी तथा 14 देशी सैलानियों को जिप्सी के माध्यम से जंगल की सैर कराई गई।
- टाईगर रिजर्व रामगढ़ विषधारी वन्य जीव अभयारण्य की कई विशेषताएँ हैं। यह लगभग 1500 वर्ग किलोमीटर है इसमें 500 वर्ग किलोमीटर का कोर क्षेत्र है।
- इसमें विभिन्न प्रजातियों के जीव-जंतु निवास करते हैं। इन्हीं सब खूबियों से आने वाले दिनों में यह अभयारण्य पर्यटकों के लिये आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा।
- जंगल सफारी के रूट पर टाईगर, पेंथर, चितली, हिरण, भालू, जंगली बिल्ली, चीतल, सांभर, लोमड़ी, नीलगाय, चीतल, बारहसिंगा, बंदर, लंगूर, नेवला, गिलहरी, सेही आदि का दीदार हो सकेगा।
- इसके अलावा मोर, बटेर, कबूतर, बगुला, चील, गिद्ध, उल्लू, गौरैया, तोता सहित एक सौ के करीब पक्षी नज़र आएंगे।
- जंगल सफारी का आनंद लेने के लिये देशी पर्यटकों को 780 रुपए प्रति पर्यटक तथा विदेशी पर्यटकों को प्रति पर्यटक 1150 रुपए की राशि तथा विद्यार्थियों को प्रति विद्यार्थी 700 रुपए खर्च करने होंगे।
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13 शहरों में विकसित होंगे ‘ग्रीन लंग्स’
चर्चा में क्यों?
25 जून, 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के 13 शहरों में ‘ग्रीन लंग्स’ विकसित करने के लिये 19 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को स्वीकृति दी है।
प्रमुख बिंदु
- उक्त राशि से 13 शहरों के आसपास वन क्षेत्रों का विकास किया जाएगा।
- स्वीकृति के अनुसार, अलवर के मूंगस्का, चूरू के राजगढ़, चित्तौड़गढ़ के मंगलवाड़, राजसमंद के नाथद्वारा व गणेश टेकड़ी एवं उदयपुर के रिसाला में 2-2 करोड़ रुपए तथा बारां के खैरखेड़ी, बांसवाड़ा के श्यामपुरा, चित्तौड़गढ़ के किला ब्लॉक, दौसा के नीलकंठ महादेव, जयपुर के कानोता बांध, राजसमंद के बांदरिया मगरा एवं टोंक के कच्चा बांध क्षेत्र में 1-1 करोड़ रुपए की लागत से वन क्षेत्रों का विकास कर आमजन के लिये खोला जाएगा।
- मुख्यमंत्री के इस निर्णय से इन शहरों में आमजन को शुद्ध वातावरण एवं हरियाली मिलेगी और पर्यावरण संरक्षण भी हो सकेगा।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2023-24 के बजट में इस संबंध में घोषणा की गई थी।
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