गंगोत्री में 5जी की दो लाखवीं साइट लॉन्च | उत्तराखंड | 26 May 2023
चर्चा में क्यों?
24 मई, 2023 को केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उत्तराखंड के गंगोत्री धाम में 5जी की दो लाखवीं साइट की लांचिंग डिजिटल बटन दबाकर देहरादून से की। इसके साथ ही चारों धाम अब 5जी सेवा से जुड़ गए हैं।
प्रमुख बिंदु
- अब चारों धामों में ऑप्टिकल फाइबर कनेक्टिविटी हो गई है। इससे जहाँ चारधाम मंदिर परिसरों के आस पास श्रद्धालुओं को इंटरनेट की बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी, वहीं आपदा प्रबंधन, सर्विलांस और रियल टाइम आधार पर यात्रा की निगरानी रखने में भी मदद मिलेगी।
- केंद्रीय संचार मंत्री ने बताया कि उत्तराखंड के 1581 सीमांत व वाइब्रेंट गाँवों में 4जी सेवाएँ दी जाएंगी। ‘वाइब्रेंट विलेज योजना’के तहत केंद्र सरकार ने ऐसे 2800 गाँवों के लिये धनराशि की व्यवस्था कर दी है। ये सारी जिम्मेदारी बीएसएनएल को दी गई है।
- विदित है कि 4जी व 5जी कनेक्टिविटी की योजना पर बहुत तेजी से काम चल रहा है। देश के प्रत्येक पंचायत, ब्लाक, तहसील और ज़िला मुख्यालय में ये तकनीक उपलब्ध होगी। यह सुविधा तकरीबन सभी ज़िला मुख्यालयों तक पहुँच गई है।
- ज्ञातव्य है कि देश अब टेक्नोलॉजी का एक्सपोर्टर बन रहा है। यहाँ के इंजीनियरों ने 6जी पेटेंट कराने शुरू कर दिये हैं। ऐसे 100 से अधिक पेटेंट हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने देहरादून से दिल्ली के बीच ‘वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन’की पहली यात्रा का शुभारंभ झंडी दिखाकर किया | उत्तराखंड | 26 May 2023
चर्चा में क्यों?
25 मई, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देहरादून से दिल्ली के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन झंडी दिखाकर किया। उन्होंने नव विद्युतीकृत रेल खंडों को भी राष्ट्र को समर्पित किया और उत्तराखंड को 100 प्रतिशत विद्युत कर्षण (ट्रैक्शन) वाला राज्य घोषित किया।
प्रमुख बिंदु
- यह उत्तराखंड में प्रारंभ होने वाली पहली ‘वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन’है। यह ट्रेन देश की राजधानी को उत्तराखंड की देवभूमि से जोड़ेगी। दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय और कम हो जाएगा और ट्रेन में उपलब्ध विश्व स्तरीय सुविधाएँ एक सुखद यात्रा का अनुभव कराएंगी।
- ट्रेन स्वदेशी है और कवच तकनीक सहित उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से लैस है। नई वंदे भारत एक्सप्रेस देहरादून से दिल्ली के बीच की दूरी 4.5 घंटे में तय करेगी।
- प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर विकास के 9 रत्नों का जिक्र किया-
- पहला - केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम में 1300 करोड़ रुपए के जीर्णोंद्धार का काम।
- दूसरा - गौरीकुंड-केदारनाथ और गोबिंद घाट-हेमकुंड साहिब में 2500 करोड़ रुपए की रोपवे परियोजना।
- तीसरा - मानस खंड मंदिर माला कार्यक्रम के अंतर्गत कुमाऊँ के प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार।
- चौथा - पूरे राज्य में होमस्टे का प्रचार (राज्य में 4000 से अधिक होमस्टे पंजीकृत हैं)।
- पाँचवाँ - 16 इकोटूरिज़्म स्थानों का विकास।
- छठा - उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार (ऊधमसिंह नगर में एम्स का उप केंद्र)।
- सातवाँ - 2000 करोड़ रुपए की टिहरी झील विकास परियोजना।
- आठवाँ - हरिद्वार ऋषिकेश को योग और साहसिक पर्यटन की राजधानी के रूप में विकसित करना।
- नवां - टनकपुर बागेश्वर रेल लाइन।
- उन्होंने बताया कि 12,000 करोड़ रुपए की लागत से चार धाम महापरियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे यात्रा को तेज और आसान बना देगा।
- उन्होंने कहा कि 16,000 करोड़ रुपए की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना 2-3 वर्षों में पूरी हो जाएगी। यह परियोजना उत्तराखंड के एक बड़े हिस्से को सुलभ बनाएगी और निवेश, उद्योग और रोज़गार को बढ़ावा देगी।