झीरम घाटी शहीद मेमोरियल | छत्तीसगढ़ | 26 May 2022
चर्चा में क्यों?
25 मई, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जगदलपुर के लालबाग मैदान में झीरम घाटी शहीद मेमोरियल का लोकार्पण किया और झीरम घाटी के शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने मेमोरियल परिसर में ही 100 फीट ऊँचे तिरंगे का भी ध्वजारोहण किया, जो शहीदों के सम्मान के रूप में सदैव लहराता रहेगा।
- झीरम घाटी में शहीद 32 लोगों की यादों को आम लोगों के दिलों में सदैव ज़िंदा रखने के लिये जगदलपुर के लागबाग मैदान में झीरम घाटी शहीद स्मारक का निर्माण किया गया है।
- गौरतलब है कि आज से ठीक 9 साल पहले 25 मई, 2013 को बस्तर के झीरम घाटी में हुए नक्सली हमले में कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेताओं नंदकुमार पटेल, विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार, योगेंद्र शर्मा और पुलिस के जवानों सहित 32 लोग शहीद हो गए थे।
- झीरम घाटी में शहीद 32 जनप्रतिनिधियों एवं जवानों की मूर्तियाँ उनके नाम के साथ स्थापित की गई हैं, जो उनकी पहचान को सदैव जीवित रखेंगी।
- उल्लेखनीय है कि राज्य में शहीदों के बलिदान की स्मृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिये 25 मई को झीरम घाटी श्रद्धांजलि दिवस मनाया जाता है।
छत्तीसगढ़ नेशनल पार्क क्षेत्र में वन संसाधन मान्यता-पत्र देने वाला दूसरा राज्य | छत्तीसगढ़ | 26 May 2022
चर्चा में क्यों?
25 मई, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जगदलपुर विधानसभा के मंगलपुर में आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान वनवासियों को नेशनल पार्क क्षेत्र में वन संसाधन मान्यता-पत्र दिये जाने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- ओडिशा के बाद छत्तीसगढ़ देश का दूसरा राज्य होगा, जो नेशनल पार्क क्षेत्र में वन संसाधन मान्यता-पत्र प्रदान करेगा।
- वन संसाधन मान्यता-पत्र मिलने से वनवासियों को रोज़गार के साथ-साथ आय के लिये अधिक-से-अधिक अवसर उपलब्ध होंगे।
- इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने निम्नलिखित अन्य घोषणाएँ भी कीं-
- कोटमसर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु आदिवासी युवकों को 15 जिप्सी वाहन दिये जाएंगे।
- सुकमा के दोरनापाल, कूकनार और तोंगपाल में स्वामी आत्मानंद स्कूल आरंभ किये जाएंगे।
- कनकापाल से लेदा और जीरम से एलमनार तक सड़क बनाई जाएगी।
- मावलीपदर, नेतानार, पंडरीपानी और माड़पाल में आदर्श देवगुड़ी की स्थापना की जाएगी।