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जामताड़ा की सभी पंचायतों में लगेगा वर्षा मापी यंत्र
चर्चा में क्यों?
- 25 अप्रैल, 2023 को झारखंड के जामताड़ा ज़िले के कृषि पदाधिकारी रंजीत कुमार मंडल ने बताया कि जामताड़ा ज़िले की हर पंचायत में स्वचालित वर्षामापी यंत्र लगाने के लिये कृषि विभाग द्वारा तैयारी शुरू कर दी गई है, जिससे अब मौसम की सटीक जानकारी मिल सकेगी।
प्रमुख बिंदु
- वर्षामापी यंत्र लगाने के लिये पंचायतों में ज़मीन चिह्नित करने के लिये प्रखंड कृषि पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। नारायणपुर के 25 पंचायतों में यह यंत्र लगाया जाएगा।
- पंचायतों में स्वचालित वर्षामापी यंत्र लग जाने से बाढ़, चक्रवाती तूफान आदि की पूर्व जानकारी हासिल करने में सहायता मिलेगी।
- विदित है कि वर्तमान समय में नारायणपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में एक वर्षामापी यंत्र है, जिसकी सहायता से प्रखंड में हुई वर्षा को मापा जाता है।
- जानकारी के अनुसार, प्रत्येक पंचायत में निजी भूमि पर भी यंत्र लगाने का प्रस्ताव है, ताकि यंत्र की देखभाल सही तरीके से हो सके। पंचायत स्तर पर यंत्र लग जाने से खासकर वर्षा की सटीक जानकारी मिल सकेगी।
- ज्ञातव्य है कि अभी प्रखंड स्तर पर ही यंत्र लगाया गया है, जिससे पंचायतों में होने वाले वर्षापात का सटीक पता नहीं लग पाता है।
- स्वचालित वर्षामापी यंत्र लगाने से सबसे अधिक लाभ किसानों को मिलेगा। सुखाड़ या कम वर्षापात की स्थिति में सरकार को यह जानकारी हासिल करने में परेशानी होती थी कि कहाँ के किसान अधिक प्रभावित हुए हैं। एजेंसी द्वारा आकलन कराने में समय भी अधिक लगता था तथा वह शत-प्रतिशत सही भी नहीं हो पाता था। लेकिन, वर्षामापी यंत्र लग जाने से सुखाड़ वाले पंचायतों की सटीक जानकारी मिल सकेगी तथा उस हिसाब से किसानों को मुआवज़ा दिया जा सकेगा।
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बीट पुलिसिंग में झारखंड का पहला ज़िला बना गुमला
चर्चा में क्यों?
25 अप्रैल, 2023 को झारखंड के गुमला ज़िले के पुलिस अधीक्षक डॉ. एहतेशाम वकारीब ने बताया कि गुमला राज्य का पहला ज़िला बना है जहाँ बीट पुलिसिंग के तहत काम हो रहा है, जिसके तहत 250 क्यूआर कोड बेस्ट सिस्टम लगाकर क्षेत्र में निगरानी रखी जा रही है।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि शुरुआती दौर में ज़िले के शहरी क्षेत्रों में इसका उपयोग किया गया। वर्तमान में ज़िले के सभी पंचायत भवनों में क्यूआर कोड लगाया गया है। जहाँ पर प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी द्वारा शहरी क्षेत्र में दिन में तीन बार तथा ग्रामीण इलाकों में सप्ताह में दो बार बाँटे गए बीट क्षेत्र में पहुँचकर निगरानी रखी जा रही है, जिससे क्षेत्र में अपराध नियंत्रण में है।
- पुलिस अधीक्षक डॉ. एहतेशाम वकारीब ने बताया कि गुमला पुलिस ने नक्सल प्रभावित गाँव के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने की पहल की है। इसके तहत नक्सल पीड़ित गाँव के 40 युवाओं को पारा मिलिट्री व पुलिस में बहाली में भाग लेने के लिये ट्रेनिंग दी जा रही है। यह ट्रेनिंग पुलिस लाइन चंदाली में चल रही है।
- इसके अलावा अंधविश्वास से जकड़े गुमला ज़िला में एसपी की पहल पर जोहार कॉप के तहत डायन बिसाही पर वार किया जा रहा है। गाँव-गाँव में डायन बिसाही को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
- जोहार कॉप कार्यक्रम के तहत विभिन्न थाना क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा, बाल मजदूर, डायन बिसाही, नशापान, बाल-विवाह, साइबर क्राइम से संबंधित जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
- गुमला ज़िले के घाघरा, सिसई व चौनपुर थाना में पुस्तकालय का निर्माण होगा, जिसके लिये एसपी ने पहल शुरू कर दी है।
- दोस्ताना पड़ोस पुलिस प्रोजेक्ट के तहत ज़िले के सभी थानों का सुंदरीकरण किया जा रहा है, जिसमें गार्डन का निर्माण, स्वागत कक्ष, आम जनों के बैठने एवं पीने के पानी की व्यवस्था की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत चैनपुर एवं रायडीह थाना में गार्डन का निर्माण किया गया है। यहाँ पर आमजनों की समस्याओं को सुनी जाती है।
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झारखंड हाईकोर्ट की शान बढ़ाएगी श्याम विश्वकर्मा की टेराकोटा पेंटिंग्स
चर्चा में क्यों?
- 25 अप्रैल, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार प्रसिद्ध आर्टिस्ट श्याम विश्वकर्मा की टेराकोटा पेंटिंग्स जल्द ही झारखंड हाईकोर्ट की शान बढ़ाएगी। सरकार से मिले निर्देश के आलोक में श्याम विश्वकर्मा इसके लिये पूरी तैयारी के साथ जोर-शोर से जुटे हुए हैं।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि श्याम विश्वकर्मा की तकरीबन एक दर्जन से अधिक बड़े साइज की टेराकोटा पेंटिंग राँची में नये विधानसभा के सामने निमार्णाधीन हाईकोर्ट भवन में लगाया जा रहा है। इन पेंटिंग्स के साथ-साथ श्याम विश्वकर्मा द्वारा बनाए गए कानून की देवी प्रतिमा भी हाईकोर्ट को सुशोभित करेगी।
- इसके अलावा रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के राँची ब्रांच को भी श्याम विश्वकर्मा की पेंटिंग से सुशोभित किया जा रहा है। यहाँ भी श्याम विश्वकर्मा के करीब डेढ़ दर्जन टेराकोटा पेंटिंग्स लगेंगे।
- हाईकोर्ट भवन में लगने वाले सारे पेंटिंग्स आदिवासी लोककला सोहराय, जादू पेटिया, झारखंड का पर्यटन स्थल इत्यादि से संबंधित होगा।
- हाल में ही श्याम विश्वकर्मा का संकल्प से सफलता की ओर इंगित टेराकोटा के कई पेंटिंग को कोल इंडिया आसनसोल, पश्चिम बंगाल में लगाया गया है।
- दिसंबर 2022 में भी साहिबगंज के श्याम विश्वकर्मा की लगभग 150 पेंटिंग झारखंड सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में लगाई गई थी।
- झारखंड की खुशहाली और हरियाली का संदेश देने वाले उक्त सभी पेंटिंग के माध्यम से झारखंड की कला और संस्कृति को भी बखूबी दर्शाने का प्रयास किया गया है। झारखंड की विलुप्त हो रही लोककला जादू पेटिया और टेराकोटा पेंटिंग के माध्यम से खुशहाल झारखंड का संदेश दिया गया है।
- गौरतलब है कि देशभर में कला और पेंटिंग की दुनिया में साहिबगंज के श्याम विश्वकर्मा का एक जाना-पहचाना नाम है। श्याम विश्वकर्मा की पेंटिंग भारत सरकार के कई मंत्रालयों में सुशोभित है। देश की राजधानी दिल्ली में स्थिति झारखंड भवन को भी श्याम विश्वकर्मा अपनी कला से एक अलग पहचान दे चुके हैं।
- अब श्याम विश्वकर्मा की कृति केवल साहिबगंज या झारखंड तक सीमित नहीं है। देश के अलावा अमेरिका, कनाडा और डेनमार्क जैसे देशों में इनकी कृति और यश पहुँच चुकी है। श्याम विश्वकर्मा की तकरीबन डेढ़ दर्जन पेंटिंग्स अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्थापित एक म्यूजियम की शान बढ़ा रहा है।
- उल्लेखनीय है कि श्याम विश्वकर्मा ने पहली वर्ष 2006 में दिल्ली में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय व्यापार मेला में लगी कला प्रदर्शनी से देशभर में अपनी पहचान बनाई। यहाँ टेराकोटा कला पर लगी उनकी एक दर्जन पेंटिंग्स को भारत सरकार ने खरीद लिया था, जो भारत सरकार के कृषि एवं अन्य मंत्रालयों में अब भी सुशोभित है।
- राँची प्रोजेक्ट भवन में लागू झारखंड की सबसे ऊँची प्रतिमा श्याम विश्वकर्मा द्वारा ही तैयार की गई है। टेराकोटा पेंटिंग के उत्थान के लिये वे झारखंड सरकार से पुरस्कृत भी हुए हैं। वर्ष 2018 में हुए अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला में भी श्याम विश्वकर्मा देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
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