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सिंगापुर के राष्ट्रपति जोधपुर पहुँचे
चर्चा में क्यों?
हाल ही में सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम राजस्थान के जोधपुर में पहुँचे। उनकी भारत यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब विदेश मंत्री एस. जयशंकर सिंगापुर के दौरे पर हैं।
- भारतीय मूल के अर्थशास्त्री, थर्मन शनमुगरत्नम ने सितंबर 2023 में सिंगापुर के 9वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी।
मुख्य बिंदु:
- सूत्रों के मुताबिक विदेश मंत्री ने अपने सिंगापुर दौरे की शुरुआत सुभाष चंद्र बोस और भारतीय राष्ट्रीय सेना के वीर जवानों को श्रद्धांजलि देकर की।
- उन्होंने देश की प्रमुख कॉर्पोरेट हस्तियों के साथ भी चर्चा की, जिन्होंने अपने निवेश अनुभवों से प्राप्त भारत की विकास कहानी पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
- सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग के अनुसार, भारत और सिंगापुर के बीच संबंधों का इतिहास मज़बूत वाणिज्यिक, सांस्कृतिक एवं लोगों से लोगों के बीच संबंधों पर आधारित है। भारत वर्ष 1965 में सिंगापुर को मान्यता देने वाले पहले देशों में से एक था।
- भारत और सिंगापुर के बीच संबंध साझा मूल्यों एवं दृष्टिकोण, आर्थिक अवसरों तथा प्रमुख मुद्दों पर हितों के अभिसरण पर आधारित हैं।
- 20 से अधिक नियमित द्विपक्षीय तंत्र, संवाद और अभ्यास हैं।
- दोनों देशों के बीच विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर व्यापक अभिसरण है और दोनों देशों के बीच कई मंचों के सदस्य हैं, जिनमें G20, राष्ट्रमंडल, इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (IORA) और हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (IONS) शामिल हैं।
इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (IORA)
- इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (IORA) हिंद महासागर की सीमा से लगे देशों के बीच आर्थिक सहयोग एवं क्षेत्रीय एकीकरण को बढ़ावा देने हेतु स्थापित एक अंतर-सरकारी संगठन है।
- IORA के सदस्य देश हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में व्यापार, निवेश तथा सतत् विकास से संबंधित विभिन्न पहलों पर कार्य करते हैं।
हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (IONS)
- ‘हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी’ (IONS) एक स्वैच्छिक और समावेशी पहल है, जो समुद्री सहयोग बढ़ाने व क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिये हिंद महासागर क्षेत्र के तटीय राज्यों की नौसेनाओं को एक साथ लाती है।
- यह प्राकृतिक आपदाओं के विरुद्ध एक प्रभावी प्रतिक्रिया तंत्र और मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (HADR) सुनिश्चित करने का भी कार्य करती है।
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