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राज्य में खुला पहला जैविक उत्पाद विपणन केंद्र
चर्चा में क्यों?
25 फरवरी, 2022 को झारखंड के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख ने कृषि भवन में राज्य के पहले जैविक उत्पाद विपणन केंद्र का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि राज्य में ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिये राज्य के सभी ज़िलों में अटेसटेशन सेंटर के साथ-साथ ऑर्गेनिक उत्पादों को सर्टिफिकेट देने के लिये एक लैब की भी स्थापना की जाएगी।
- राज्य के 58 लाख बिरसा किसानों को जैविक कृषि से जोड़ा जाएगा। जल्द ही इन किसानों को यूनिक कार्ड भी दिया जाएगा।
- मंत्री बादल ने कहा कि कई ऐसे जैविक उत्पाद हैं, जिन्हें अगर सर्टिफिकेट मिल जाए तो उन्हें बाज़ार में अच्छी कीमत मिलेगी और किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी।
- राज्य में विषैले रसायन मुक्त विशुद्ध पद्धति से उगाए गए कृषि उत्पादों की बहुत मांग है। राज्य के जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिये जैविक उत्पाद विपणन केंद्र मील का पत्थर साबित होगा, जहाँ से जैविक विधि द्वारा उपजाई गई प्रमाणीकृत सब्जियाँ, दलहन, तिलहन और मसालों आदि का विक्रय किया जा सकेगा।
- उल्लेखनीय है कि राज्य में परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत अनगड़ा प्रखंड में ओफाज एवं भारत सरकार के एसएफएसी के सहयोग से जैविक एफपीओ नीम फूल फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड का गठन किया गया है।
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