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उत्तरकाशी ज़िले में की जाएगी काले गेहूँ की खेती
चर्चा में क्यों?
24 अक्तूबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तरकाशी ज़िले के ज़िलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने डुण्डा ब्लॉक के गेंवला गाँव में काले गेहूँ की खेती से जुड़ने के लिये किसानों को प्रेरित किया और काले गेहूँ के बीज वितरित किये।
प्रमुख बिंदु
- सामान्य गेहूँ की तुलना में लगभग 3 गुना अधिक कीमत वाले काले गेहूँ के ज़रिये किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिये ज़िले में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है।
- इससे पहले ज़िले में लाल धान को गंगा घाटी तक विस्तारित करने के सफल प्रयास किये गए थे।
- गौरतलब है कि काले गेहूँ की खेती का चलन देश के कुछ चुनिंदा हिस्सों में शुरू हुआ है।
- काला गेहूँ-
- काले गेहूँ में फॉस्फोरस अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर के अंदर नए ऊतकों के बनने में सहायक होता है और इनके रखरखाव में भी अहम भूमिका निभाता है।
- काले गेहूँ में मौजूद पोषक तत्त्व जैसे प्रोटीन, मैग्नीशियम और आयरन मानव शरीर में ब्लड लेवल को बढ़ाकर खून की कमी को दूर करते हैं और ऑक्सीजन के लेवल को कंट्रोल करते हैं।
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