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बी.टेक. की पढ़ाई हिन्दी भाषा में
चर्चा में क्यों?
23 अक्तूबर, 2021 को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली ने शैक्षिक वर्ष 2021-22 से बी.टेक. की पढ़ाई हिन्दी भाषा में करवाने के लिये हरियाणा के तीन तकनीकी विश्वविद्यालयों को मान्यता प्रदान की है।
प्रमुख बिंदु
- हरियाणा के जिन तीन तकनीकी विश्वविद्यालयों को मान्यता मिली है, उनमें गुरु जंभेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (हिसार), दीनबंधु छोटूराम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (मुरथल) तथा जगदीश चंद्र बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (फरीदाबाद) शामिल हैं।
- गुरु जंभेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार को संगणक विज्ञान अभियांत्रिकी (कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग), सूचना प्रौद्योगिकी (इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी), इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार अभियांत्रिकी (इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग), यांत्रिक अभियांत्रिकी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) सहित चार शाखाओं के लिये प्रत्येक शाखा में 30 सीटों की मान्यता दी गई है।
- दीनबंधु छोटूराम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल ज़िला सोनीपत को विद्युतीय अभियांत्रिकी (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) एवं यांत्रिक अभियांत्रिकी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) दो शाखाओं के लिये प्रत्येक शाखा में 30 सीटों की मान्यता दी गई है।
- जगदीश चंद्र बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद को यांत्रिक अभियांत्रिकी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) में 30 सीटों की मान्यता दी गई है।
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ऐतिहासिक स्थलों का पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकास
चर्चा में क्यों?
23 अक्तूबर, 2021 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने महेंद्रगढ़ ज़िले के ऐतिहासिक स्थलों- ढोसी पर्वत और माधोगढ़ किला को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की है।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दोनों स्थलों में पर्यटन की काफी संभावनाएँ हैं। ढोसी पर्वत को जहाँ तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है, वहीं माधोगढ़ किला पर अधिक-से-अधिक पर्यटक लाने के लिये आने वाले समय में माधोगढ़ के राजा महल का भी निर्माण किया जाएगा।
- राज्य सरकार इसके लिये योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रही है। माधोगढ़ किला पर रानी तालाब के पुनर्निर्माण का कार्य हो चुका है तथा रानी महल का कार्य भी अंतिम चरण में है। इस कार्य पर 9 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
- बताया जाता है कि ढोसी पर्वत प्राचीन समय में ऋषि चवन जैसे महान तपस्वी का निवास स्थल था।
- इसके साथ ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने महेंद्रगढ़ ज़िला को 1358.68 लाख रुपए की विकास परियोजनाओं की सौगात दी तथा आजम नगर सीहोर के 33 केवी के सब स्टेशन का उद्घाटन किया। यह सब स्टेशन 299.85 लाख रुपए की लागत से तैयार हुआ है।
- इसके अलावा सतनाली में बनने वाले सीएचसी का भी शिलान्यास किया गया। इस भवन पर लगभग 1058.83 लाख रुपए खर्च होंगे। यहाँ पर स्वास्थ्यकर्मियों के लिये आवासीय भवन भी बनाए जाएंगे।
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