उत्तर प्रदेश Switch to English
फैज़ाबाद जंक्शन का नाम परिवर्तन
चर्चा में क्यों?
23 अक्तूबर, 2021 को उत्तर प्रदेश सरकार ने ‘फैज़ाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन’ का नाम बदलकर ‘अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन’ करने का फैसला लिया है।
प्रमुख बिंदु
- आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रदेश सरकार ने नाम बदलने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार के पास आधिकारिक अधिसूचना जारी करने के लिये भेजा है।
- इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर दीन दयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन और इलाहाबाद जंक्शन का नाम बदलकर प्रयागराज जंक्शन किया था।
- उल्लेखनीय है कि 6 नवंबर, 2018 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने फैज़ाबाद ज़िले का नाम बदलकर अयोध्या करने और ज़िले के प्रशासनिक मुख्यालय को अयोध्या शहर में स्थानांतरित करने को मंज़ूरी दी थी।
बिहार Switch to English
कृषि यंत्र बैंक
चर्चा में क्यों?
23 अक्तूबर, 2021 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा ‘रबी महाभियान’ प्रारंभ करते ही कृषि विभाग ने इसके लिये विभिन्न योजनाओं की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- कृषि विभाग की घोषणा के अनुसार, राज्य के 13 ज़िलों में सरकार द्वारा 328 कृषि यंत्र बैंकों की स्थापना की जाएगी।
- इन यंत्र बैंकों की स्थापना बिहार के नवादा, कटिहार, बेगूसराय, शेखपुरा, अररिया, खगड़िया, पूर्णिया, गया, औरंगाबाद, बांका, जमुई, मुज़फ्फरपुर, सीतामढ़ी जैसे आकांक्षी ज़िलों में की जाएगी।
- यंत्र बैंक की स्थापना किसान समूहों के माध्यम से की जाएगी तथा इन समूहों के द्वारा कृषि यंत्र आसपास के किसानों को किराए पर दिये जाएंगे।
- कृषि यंत्र बैंकों के लिये सरकार 80 प्रतिशत अनुदान देगी, जिसकी अधिकतम सीमा 8 लाख रुपए तय की गई है।
- इसके अतिरिक्त पटना एवं मगध प्रमंडल में 25 स्पेशल कस्टम हायरिंग सेंटर भी बनाने का प्रावधान किया गया है।
- उपरोक्त दोनों योजनाओं की शुरुआत इसी रबी मौसम में की जाएगी तथा तकनीकी ट्रेनिंग के लिये 40 हज़ार किसानों को एक्सपोजर विजिट कराया जाएगा, जिसमें उन्हें जलवायु अनुकूल कृषि के तहत चल रहीं विभिन्न योजनाओं को फील्ड में ले जाकर दिखाया जाएगा।
राजस्थान Switch to English
अंग्रेज़ी माध्यम में पूर्व प्राथमिक कक्षाएँ
चर्चा में क्यों?
23 अक्तूबर, 2021 को प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश के महात्मा गांधी अंग्रेज़ी माध्यम विद्यालयों में पूर्व प्राथमिक कक्षाओं का संचालन किये जाने का निर्देश दिया।
प्रमुख बिंदु
- शिक्षा मंत्री ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री की बजट घोषणा की अनुपालना में प्रथम चरण में 33 ज़िला मुख्यालयों पर संचालित महात्मा गांधी अंग्रेज़ी माध्यम विद्यालयों में इसी सत्र से पूर्व प्राथमिक कक्षाएँ शुरू की जाएंगी। शीघ्र ही ब्लॉक स्तर पर भी इसका विस्तार किया जाएगा।
- पूर्व प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम की अवधि 3 वर्ष की होगी, जिसमें 3 वर्ष या उससे अधिक आयु के बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। प्रत्येक खंड में विद्यार्थियों की संख्या 25 होगी।
- इन कक्षाओें के लिये विद्यालयों हेतु शिक्षकों का चयन वर्तमान में कार्यरत् लेवल 1 अध्यापकों में से वॉक इन इंटरव्यू के द्वारा किया जाएगा।
- डोटासरा ने कहा की पूर्व प्राथमिक कक्षाओं में आरएससीईआरटी द्वारा विशेष रूप से तैयार पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा। ये कक्षाएँ प्रतिदिन 4 घंटे तथा सप्ताह में पाँच दिन संचालित होगी।
- उन्होंने बताया कि पूर्व प्राथमिक कक्षाओं का संचालन महात्मा गांधी अंग्रेज़ी माध्यम विद्यालयों के वर्तमान भवन में किया जाएगा। अतिरिक्त कक्षा कक्ष की आवश्यकता होने पर विद्यालयवार अलग से भवन निर्माण किया जाएगा।
- उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग के इस आदेश के क्रियान्वयन के साथ राजस्थान अंग्रेज़ी माध्यम में राजकीय विद्यालयों में पूर्व प्राथमिक कक्षाओं का संचालन करने वाला वर्तमान में देश का एकमात्र राज्य बन गया है।
राजस्थान Switch to English
सौ फीसदी टीकाकरण
चर्चा में क्यों?
23 अक्तूबर, 2021 को चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि प्रतापगढ़ प्रदेश का ऐसा ज़िला बन गया है, जहाँ कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज़ शत-प्रतिशत लोगों को लगाई जा चुकी है।
प्रमुख बिंदु
- चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रतापगढ़ ज़िले को राज्यस्तर से 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाले 6 लाख 52 हज़ार 61 लोगों को कोविड-19 का टीका लगाने के लिये लक्ष्य दिया गया था। इसके एवज में ज़िले में शनिवार को 6 लाख 52 हज़ार 869 लोगों को प्रथम डोज़ लगाई गई। इस प्रकार ज़िले में अब प्रथम और द्वितीय डोज़ लगवाने वाले लोगों की संख्या 9 लाख 71 हज़ार 841 हो गई है।
- प्रदेश में 16 जनवरी, 2021 को पहली बार हेल्थवर्कर/फ्रंटलाइन वर्कर को टीके लगाने का कार्य शुरू हुआ था। इसके बाद 1 मार्च, 2021 से 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को टीके लगाए जाने शुरू हुए। 1 अप्रैल, 2021 को 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ और 10 मई, 2021 को 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाले लोगों का टीकाकरण वृहत् स्तर पर शुरू किया गया।
- आरसीएचओ डॉ. दीपक मीणा ने बताया कि महाभियान के लिये चिकित्सा विभाग की टीमों ने खतरों के बीच दुर्गम क्षेत्रों में पहुँचकर टीकाकरण अभियान चलाया। बारिश और नदी में नाव के माध्यम से टीकाकरण कर्मी लोगों तक पहुँचे और टीके लगाए।
हरियाणा Switch to English
बी.टेक. की पढ़ाई हिन्दी भाषा में
चर्चा में क्यों?
23 अक्तूबर, 2021 को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली ने शैक्षिक वर्ष 2021-22 से बी.टेक. की पढ़ाई हिन्दी भाषा में करवाने के लिये हरियाणा के तीन तकनीकी विश्वविद्यालयों को मान्यता प्रदान की है।
प्रमुख बिंदु
- हरियाणा के जिन तीन तकनीकी विश्वविद्यालयों को मान्यता मिली है, उनमें गुरु जंभेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (हिसार), दीनबंधु छोटूराम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (मुरथल) तथा जगदीश चंद्र बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (फरीदाबाद) शामिल हैं।
- गुरु जंभेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार को संगणक विज्ञान अभियांत्रिकी (कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग), सूचना प्रौद्योगिकी (इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी), इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार अभियांत्रिकी (इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग), यांत्रिक अभियांत्रिकी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) सहित चार शाखाओं के लिये प्रत्येक शाखा में 30 सीटों की मान्यता दी गई है।
- दीनबंधु छोटूराम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल ज़िला सोनीपत को विद्युतीय अभियांत्रिकी (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) एवं यांत्रिक अभियांत्रिकी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) दो शाखाओं के लिये प्रत्येक शाखा में 30 सीटों की मान्यता दी गई है।
- जगदीश चंद्र बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद को यांत्रिक अभियांत्रिकी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) में 30 सीटों की मान्यता दी गई है।
हरियाणा Switch to English
ऐतिहासिक स्थलों का पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकास
चर्चा में क्यों?
23 अक्तूबर, 2021 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने महेंद्रगढ़ ज़िले के ऐतिहासिक स्थलों- ढोसी पर्वत और माधोगढ़ किला को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की है।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दोनों स्थलों में पर्यटन की काफी संभावनाएँ हैं। ढोसी पर्वत को जहाँ तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है, वहीं माधोगढ़ किला पर अधिक-से-अधिक पर्यटक लाने के लिये आने वाले समय में माधोगढ़ के राजा महल का भी निर्माण किया जाएगा।
- राज्य सरकार इसके लिये योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रही है। माधोगढ़ किला पर रानी तालाब के पुनर्निर्माण का कार्य हो चुका है तथा रानी महल का कार्य भी अंतिम चरण में है। इस कार्य पर 9 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
- बताया जाता है कि ढोसी पर्वत प्राचीन समय में ऋषि चवन जैसे महान तपस्वी का निवास स्थल था।
- इसके साथ ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने महेंद्रगढ़ ज़िला को 1358.68 लाख रुपए की विकास परियोजनाओं की सौगात दी तथा आजम नगर सीहोर के 33 केवी के सब स्टेशन का उद्घाटन किया। यह सब स्टेशन 299.85 लाख रुपए की लागत से तैयार हुआ है।
- इसके अलावा सतनाली में बनने वाले सीएचसी का भी शिलान्यास किया गया। इस भवन पर लगभग 1058.83 लाख रुपए खर्च होंगे। यहाँ पर स्वास्थ्यकर्मियों के लिये आवासीय भवन भी बनाए जाएंगे।
झारखंड Switch to English
झारखंड स्कूल इनोवेशन चैलेंज, 2021
चर्चा में क्यों?
23 अक्तूबर, 2021 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (भारतीय खनिज विद्यालय), धनबाद में आयोजित अवॉर्ड समारोह में ‘झारखंड स्कूल इनोवेशन चैलेंज, 2021’ के विजेता का अवॉर्ड धनबाद के शुभम कुमार शर्मा को दिया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवॉर्ड समारोह के मुख्य अतिथि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अनुसंधान शेल के निदेशक डॉ. मोहित गंभीर थे, जिन्होंने ऑनलाइन माध्यम से समारोह में भाग लिया।
- इस प्रतियोगिता के उपविजेता का अवॉर्ड परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय, पूर्वी सिंहभूम के अंकित कुमार को दिया गया।
- विजेता को आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के निदेशक प्रो. राजीव शेखर के द्वारा एक लाख रुपए एवं उपविजेता को 75,000 रुपए की राशि प्रदान की गई।
- विदित हो कि युवा कौशल को प्रोत्साहन देने के लिये आईआईटी (आईएसएम), धनबाद ने वर्ष 1967 में नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर टिंकरिंग एंड इनोवेशन (NVCTI) की स्थापना की थी।
- झारखंड स्कूल इनोवेशन चैलेंज भी इसी उद्देश्य का एक भाग है, जो कक्षा 8 से 12 तक के विद्यार्थियों को अपनी रचनात्मक कुशलता एवं समस्या के समाधान के लिये तकनीकी तथा नवाचारी दक्षता प्रस्तुत करने हेतु एक प्लेटफॉर्म प्रदान करता है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
‘ई-मेगा लीगल सर्विस कैंप’
चर्चा में क्यों?
24 अक्तूबर, 2021 को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा), नई दिल्ली के तत्वावधान एवं छत्तीसगढ़ राज्य विधिक प्राधिकरण के मार्गदर्शन में राज्य के सभी सिविल ज़िलों में ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं ज़िला प्रशासन के समन्वय से ई-मेगा लीगल सर्विस कैंप का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश तथा छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रमुख संरक्षक न्यायमूर्ति अरूप कुमार गोस्वामी ने राज्य के सभी 23 सिविल ज़िलों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘ई-मेगा लीगल सर्विस कैंप’ का शुभारंभ किया।
- इस मेगा लीगल सर्विस कैंप का आयोजन आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत अखिल भारतीय जागरूकता एवं आउटरीच अभियान के तहत किया जा रहा है।
- शिविर का मुख्य उद्देश्य लोगों को भारतीय संविधान के तहत प्रदत्त कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक कर सभी वर्ग के लोगों तक न्याय पहुँचाने के साथ ही कानूनी सेवा प्रदान किया जाना सुनिश्चित करना है।
- इस आयोजन में शामिल लोगों को विधिक सेवा की जानकारी एवं शासकीय योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहीमूलक सामग्री तथा आर्थिक सहायता राशि का वितरण किया गया।
- उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) के निर्देशानुसार आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत अखिल भारतीय जागरूकता एवं आउटरीच अभियान 2 अक्तूबर, 2021 से मनाया जा रहा है, जो 14 नवंबर, 2021 तक चलेगा। इसमें आमजन को विधिक सेवा की जानकारी देने के प्रयोजन से प्रत्येक दिन ज़िला एवं तालुका स्तर पर विभिन्न विधिक जागरूकता कार्यक्रम, शिविर आदि आयोजित किये जा रहे हैं।
उत्तराखंड Switch to English
सुरभि वाटिका (एरोमेटिक गार्डन)
चर्चा में क्यों?
24 अक्तूबर, 2021 को उत्तराखंड के हल्द्वानी में लालकुआँ के वन अनुसंधान केंद्र में महाराष्ट्र की वन टच एग्रीकान संस्था की संचालिका बीणा राव और प्रदेश के मुख्य वन संरक्षक संजीव चतुर्वेदी ने संयुक्त रूप से देश की पहली सुरभि वाटिका (एरोमेटिक गार्डन) का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्य वन संरक्षक संजीव ने बताया कि तीन एकड़ क्षेत्रफल में इस वाटिका को तीन साल में तैयार किया गया है। इसमें देश के विभिन्न राज्यों से 140 सगंध प्रजाति के पौधों लगाया गया है, जिसके चलते यह देश का पहला एरोमेटिक गार्डन बन गया है।
- इसके बनने से प्रजातियों के संरक्षण, शोध, जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा आजीविका से जुड़े कार्यों में यह मददगार साबित हो सकेगी। वाटिका को नौ हिस्सों में तैयार किया गया है।
- यहाँ कई पौधे पर्यावरण प्रदूषण को कम करने, वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने और आसपास के वातावरण को सुगंधमय बनाने के उद्देश्य से लगाए जा रहे हैं। भविष्य में सगंध प्रजातियों के पौधों को लालकुआँ और आसपास के क्षेत्र के लोगों को बाँटा जाएगा।
- अनुसंधान केंद्र स्थित फाइकस गॉर्डन से भी क्षेत्र को अत्यधिक लाभ होने वाला है, क्योंकि देश के दूसरे नंबर के इस फाइकस गार्डन में 121 फाइकस प्रजाति के पौधे लगाए गए हैं।
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