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स्टेट पी.सी.एस.

  • 25 Aug 2023
  • 1 min read
  • Switch Date:  
उत्तर प्रदेश Switch to English

उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो-2023

चर्चा में क्यों?

24 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार पहली बार उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो-2023 का आयोजन कर रही है, जो ग्रेटर नोएडा में स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में 21 से 25 सितंबर, 2023 के बीच होगा।

प्रमुख बिंदु

  • उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो-2023 के तहत 21 से 25 सितंबर तक प्रदर्शनी लगाई जाएगी, साथ ही सेमिनार और सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित होंगी।  
  • ट्रेड शो में अच्छा व्यापार करने वाले उत्पादकों को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रदर्शनी में अलग-अलग सेक्टरों से जुड़े 2000 से अधिक उत्पादक और निर्यातक भाग लेंगे। 
  • इंडिया एक्सपो मार्ट के 15 हॉल में करीब 50 हज़ार वर्गमीटर में लगने वाली प्रदर्शनी में एक जनपद, एक उत्पाद जैसे बनारस की गुलाबी मीनाकारी व सिल्क, बांदा का सजर स्टोन, कन्नौज के इत्र, लखनऊ की चिकनकारी, मुरादाबाद का ब्रास वेयर और आजमगढ़ की ब्लैक पॉटरी भी प्रदर्शित की जाएगी।  
  • ट्रेड शो में लोगों का प्रवेश नि:शुल्क होगा, ताकि आम जनता की अधिक से अधिक भागीदारी हो सके। 
  • सरकार ने ज़िला स्तर पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और प्रशासन को आयोजन को सफल बनाने की जिम्मेदारी दी है। 
  • पहले अंतर्राष्ट्रीय ट्रेड शो के व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार के लिये स्कूल, कॉलेज, आरडब्ल्यूए, एओए और उद्यमियों का सहयोग लिया जाएगा।

 


बिहार Switch to English

बिहार के 4 किसानों और 2 किसान समूहों का जीनोम सेवियर पुरस्कार के लिये चयन

चर्चा में क्यों? 

24 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बिहार के 4 किसानों और 2 किसान समूहों को जीनोम सेवियर पुरस्कार के लिये चुना गया है। इन किसानों को केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा 12 सितंबर को दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा।  

प्रमुख बिंदु  

  • यह किसानों के लिये सर्वश्रेष्ठ पुरस्कारों में गिना जाता है। ये सभी किसान और किसान समूह बिहार कृषि विश्वविद्यालय से जुड़े हुये हैं। 
  • इस पुरस्कार में दो किसान समूहों को दस-दस लाख रुपए और चार किसानों को एक-एक लाख रुपए दिये जाएंगे। इसके साथ उन्हें प्रमाणपत्र और प्रशस्तिपत्र दिये जाएंगे। यह पुरस्कार बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) से जुड़े किसानों को पहली बार मिल रहा है। 
  • इसमें एक किसान समूह पुरस्कार भागलपुर के ‘भागलपुर कतरनी धान उत्पादक संघ’को मिलेगा। इस संघ को कतरनी धान की परंपरागत वैरायटी और उसके गुणों को संरक्षित करने के लिये दिया जा रहा है। 
  • वहीं मुजफ्फरपुर के ‘लीची ग्रोवर्स एसोसिएशन ऑफ बिहार’को शाही लीची की वैरायटी को संरक्षित करने के लिये दिया जाएगा  
  • यह लीची उत्पादक संघ कई वर्षों से शाही लीची के संरक्षण का कार्य कर रहा है, जिसके कारण इसको एक विशेष पहचान मिली है।  
  • वहीं व्यक्तिगत रूप से चार किसानों को सम्मानित किया जाएगा, जिसमें जमुई ज़िले के अर्जुन मंडल को औषधीय पौधों के लिये दिया जाएगा। इनके पास 100 से अधिक प्रजातियों के औषधीय पौधे हैं।  
  • रोहतास ज़िले के अर्जुन सिंह को स्वेता नाम के ‘कद्दू’और ‘नटकी’धान के लिये दिया जा रहा है। नटकी धान की खासियत है कि वह कम बारिश में भी अच्छी उपज देती है और चावल सुपाच्य है।  
  • सासाराम ज़िले के दिलीप कुमार सिंह को ‘गुल्गुशन’नामक टमाटर के संरक्षण के लिये दिया जाएगा। इस टमाटर में अन्य टमाटर की वैरायटी की अपेक्षा औषधीय गुण अधिक है।  
  • मुंगेर ज़िले के सत्यदेव सिंह को ‘टिटुआ मसूर’के संरक्षण के लिये दिया जाएगा। इस वैरायटी की विशेषता यह है कि इसमें रोग प्रतिरोधी क्षमता ज़्यादा है।  
  • बीएयू के पीजीवीएफआरए (पौधा किस्म संरक्षण एवं किसान अधिकार प्राधिकरण) सेल के नोडल पदाधिकारी डॉ. सत्येंद्र ने बताया कि खास किस्म या पुरानी प्रजातियों को, जिनका गुणात्मक महत्त्व ज्यादा हो, वाले पौध के संरक्षण के लिये किसानों को उनके प्रोत्साहन के लिये यह पुरस्कार दिया जाता है। 

  


राजस्थान Switch to English

स्टेट वेटलैंड अथॉरिटी की छठी बैठक में लिये गए कई महत्त्वपूर्ण निर्णय

चर्चा में क्यों?

24 अगस्त, 2023 को राजस्थान के वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी की अध्यक्षता में स्टेट वेटलैंड अथॉरिटी की छठी बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें वेटलैंड संरक्षण के लिये कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिये गए।  

प्रमुख बिंदु 

  • बैठक में लिये गए महत्त्वपूर्ण निर्णय: 
    • प्रदेश में वर्तमान में 67 वेटलैंड अधिसूचित हैं, इन्हें बढ़ाकर 100 किया जाएगा। 
    • प्रदेश में वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त 2 रामसर साइट्स सांभर लेक एवं केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान हैं। अब चांदलाई (जयपुर), खीचन (जोधपुर), लूणकरणसर (बीकानेर), मीनार तालाब (उदयपुर) एवं कनवास पक्षी विहार (कोटा) को भी रामसर साइट की सूची में सम्मिलित करने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जाएगा। 
    • बैठक के दौरान सांभर लेक वेटलैंड, केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान एवं अधिसूचित वेटलैंड के सीमा निर्धारण, डिजिटल मैप, प्रबंध योजना एवं अन्य संरक्षण व विकास कार्यों के लिये 9 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई।  
    • बैठक में सांभर लेक वेटलैंड के संरक्षण कार्यों का ब्योरा प्रस्तुत किया गया। यहाँ पक्षियों के लिये एक स्थायी उपचार केंद्र बनाए जाने, पर्यटन हेतु एक योजना तैयार किये जाने तथा गैर-कानूनी नमक उत्पादन संबंधी अतिक्रमणों को मिशन मोड में हटाये जाने के विषय में निर्णय लिये गए।


मध्य प्रदेश Switch to English

श्री महाकाल लोक की तर्ज पर जामसांवली हनुमान मंदिर में होगा ‘श्री हनुमान लोक’का निर्माण

चर्चा में क्यों?

24 अगस्त, 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के छिंदवाड़ा ज़िले के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर जामसांवली में श्री हनुमान लोक का विधि-विधान से भूमि पूजन कर यह घोषणा की कि श्री महाकाल लोक की तर्ज पर जामसांवली हनुमान मंदिर में ‘श्री हनुमान लोक’ का निर्माण किया जाएगा।  

प्रमुख बिंदु 

  • मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रथम चरण में लगभग 26.50 एकड़ क्षेत्र में 35 करोड़ रुपए से अधिक लागत से ‘श्री हनुमान लोक’के निर्माण का कार्य आरंभ होगा।  
  • ‘श्री हनुमान लोक’के निर्माण के प्रथम चरण में मराठवाड़ा वास्तु-कला से प्रेरित भव्य प्रवेश द्वार से भगवान के विराट स्वरूप की छवि दिखेगी। मुख्य प्रवेश द्वार से प्रथम प्रांगण तक 500 मीटर लंबा चिरंजीवी पथ बनेगा।  
  • पथ और प्रथम प्रांगण के 90 हज़ार वर्गफुट क्षेत्र में कलाकृतियों से अंजनी पुत्र हनुमान जी के बाल स्वरूप का मनोहारी चित्रण होगा। लगभग 62 हज़ार वर्गफुट क्षेत्र में मूर्तियों एवं कलाकृतियों के माध्यम से भक्त - शिरोमणि हनुमान जी के भक्ति स्वरूप का चित्रण होगा।  
  • रामलीला एवं अन्य धार्मिक आयोजनों के लिये जलाशय के तट पर 12 हज़ार वर्गफुट क्षेत्र में मुक्ताकाशी मंच बनेगा, संजीवनी बूटी लाने वाले भगवान के संकटमोचक स्वरूप से प्रेरणा लेकर परिसर में आयुर्वेदिक चिकित्सालय बनाया जाएगा। 
  • ‘श्री हनुमान लोक’के समीप बहने वाली नदी तट के सौंदर्यीकरण एवं लैंडस्केपिंग के माध्यम से श्रद्धालुओं के बैठने आदि की व्यवस्था बनाई जाएगी।  
  • कम्युनिटी सेंटर, जन सुविधाएँ, ट्रस्ट ऑफिस, प्रशासनिक कार्यालय एवं कंट्रोल रूम आदि 37 हज़ार वर्गफुट में निर्मित किये जाएंगे। प्रसाद-पूजन सामग्री और भोजन आदि की व्यवस्था के लिये 120 दुकान एवं फूड कोर्ट बनेंगे।  
  • लगभग 400 चार पहिया एवं 400 दो पहिया वाहन क्षमता की डेढ़ लाख वर्गफुट क्षेत्र में पार्किंग विकसित की जाएगी। 
  • ‘श्री हनुमान लोक’के निर्माण के द्वितीय चरण में रामटेकरी पर्वत की परिक्रमा के लिये संजीवनी पथ का विकास, अष्टसिद्धि केंद्र एवं संस्कृत विद्यालय, योगशाला प्रवचन हॉल एवं ओपन एयर थियेटर, जाम नदी पर घाट निर्माण, वाटर फ्रंट पाथ वे एवं सिटिंग एरिया, भक्त निवास, भोजनालय तथा गौ-शाला का निर्माण होगा।


हरियाणा Switch to English

आरसीएस उड़ान संचालन के लिये अंबाला में की जाएगी सिविल एन्क्लेव की स्थापना

चर्चा में क्यों?

23 अगस्त, 2023 को हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि रक्षा मंत्रालय के सहयोग और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के फ्लैगशिप कार्यक्रम के तहत आरसीएस उड़ान संचालन के लिये राज्य के अंबाला ज़िले में भारतीय एयरपोर्ट प्राधिकरण द्वारा सिविल एन्क्लेव की स्थापना की जाएगी।  

प्रमुख बिंदु 

  • सिविल एन्क्लेव की स्थापना के लिये, राज्य सरकार के उडडयन विभाग द्वारा 133 करोड़ रुपए से अधिक की राशि रक्षा मंत्रालय को भेजी जाएगी, जिसके लिये प्रदेश सरकार ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। 
  • राज्य के अंबाला के एयरफोर्स के स्टेशन के साथ ही लगभग 20 एकड़ भूमि में यह सिविल एन्क्लेव तैयार किया जाएगा और इस पर जल्द ही काम शुरू होगा। सिविल एन्क्लेव के संचालन के लिये अब तक लगभग 16 करोड़ रुपए की निविदाएँ लगाई जा चुकी हैं।  
  • गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि यह एन्क्लेव ‘उड़ान योजना’ के तहत मंजूर किया गया था। उनके अथक प्रयासों के चलते यह एन्क्लेव मंजूर हुआ है और जल्द ही यहाँ से उड़ान भरी जाएगी।  
  • एन्क्लेव में जहाजों को खड़ा किया जाएगा, जबकि हवाई जहाजों की उड़ान के लिये हवाई पट्टी एयरफोर्स की ही प्रयोग की जाएगी, जिसकी मंजूरी एयरफोर्स द्वारा पहले ही दी जा चुकी है। 
  • विदित है कि रक्षा मंत्रालय द्वारा दिनांक 26 जून, 2023 के पत्र द्वारा साझा किये गए नियमों और शर्तों से हरियाणा सरकार सहमत है और इस परियोजना के लिये रक्षा मंत्रालय द्वारा गणना की गई नकद मुआवज़ा राशि के भुगतान के लिये खाते का विवरण और हस्तांतरण का प्रस्तावित तरीका राज्य के नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा मांगा गया है। 


झारखंड Switch to English

जमशेदपुर में देश के पहले हाइड्रोजन ईंधन उद्योग की स्थापना के लिये एमओयू

चर्चा में क्यों? 

24 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर राज्य के जमशेदपुर में देश की पहली हाइड्रोजन ईंधन से जुड़े उद्योग की स्थापना के लिये उद्योग विभाग और टीसीपीएल ग्रीन एनर्जी सॉल्यूशन प्रा.लि. (टीजीइएसपीएल) के बीच 354.28 करोड़ रुपए के निवेश से संबंधित एमओयू किया जाएगा। 

प्रमुख बिंदु  

  • ईंधन से जुड़े उद्योग की प्रस्तावित क्षमता 4000 प्लस हाइड्रोजन आइसी इंजन, फ्यूल एग्नोस्टिक इंजन व 10,000 प्लस बैटरी सिस्टम है। 
  • विदित है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 28 जुलाई को मेसर्स टाटा मोटर्स व मेसर्स कमिंस इंक, यूएसए के संयुक्त उपक्रम टीजीइएसपीएल द्वारा जमशेदपुर में हाइड्रोजन इंटरनल कोंबुशटेशन इंजन, फ्लाइट एग्नोस्टिक इंजन, एडवांस कैमिस्ट्री बैटरी, एचटू फ्यूल सेल व एचटू फ्यूल डिलीवरी सिस्टम निर्माण ईकाई की स्थापना के लिये टीजीइएसपीएल व राज्य सरकार के उद्योग विभाग के बीच एमओयूकी स्वीकृति प्रदान की थी। 
  • इस कार्य में हाइड्रोजन इंजन बनाने की नवीनतम तकनीक का उपयोग किया जाएगा। हाइड्रोजन की क्षमता अन्य ईंधनों की अपेक्षा अधिक होती है। अन्य ईंधन से सस्ता व हल्का होने के अलावा हाइड्रोजन ईंधन का एनर्जी लेबल भी ज्यादा होता है।
  • जमशेदपुर में बनने वाले हाइड्रोजन ईंधन के प्लांट से पूरे देश को लाभ होगा।


छत्तीसगढ़ Switch to English

उप मुख्यमंत्री ने स्वच्छता, और संक्रमण की रोकथाम के लिये उत्कृष्ट कार्य करने वाले 25 आयुष संस्थाओं को दिये पुरस्कार

चर्चा में क्यों?

24 अगस्त, 2023 को छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित कायाकल्प-आयुष पुरस्कार समारोह में स्वच्छता को बढ़ावा देने, संक्रमण की रोकथाम और अपशिष्ट प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राज्य के 25 आयुष संस्थाओं को पुरस्कार प्रदान किया।

प्रमुख बिंदु 

  • विदित है कि स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण तथा स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का चार चरणों में मूल्यांकन के बाद उत्कृष्ट पाए गए 25 आयुष संस्थाओं का इन पुरस्कारों के लिये चयन किया गया था।
  • राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत केंद्रीय आयुष मंत्रालय के दिशा-निर्देशानुसार आयुष संस्थाओं में स्वच्छता को बढ़ावा देने, संक्रमण की रोकथाम तथा अपशिष्ट प्रबंधन के साथ गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया कराने के लिये प्रदेश में कायाकल्प-आयुष का क्रियान्वयन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य है। 
  • कायाकल्प-आयुष की शुरुआत के बाद पूरे देश में आज पहली बार छत्तीसगढ़ में आयुष संस्थाओं के मूल्यांकन के बाद चयनित संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया।  
  • केंद्रीय आयुष मंत्रालय की संयुक्त सचिव और राष्ट्रीय आयुष मिशन की प्रभारी कविता गर्ग ने बताया कि वर्तमान में राज्य में 400 आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स फंक्शनल हैं। छत्तीसगढ़ को इसके लिये जो लक्ष्य दिया गया था, उसे राज्य ने शत-प्रतिशत हासिल किया है।  
  • चिकित्सा शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु जी. पिल्लै ने समारोह में बताया कि 1174 आयुष संस्थाओं में से 1054 संस्थाओं ने कायाकल्प-आयुष में भागीदारी की। 
  • कार्यक्रम में आयुष विभाग की संचालक नम्रता गांधी ने आयुष संस्थाओं के सुदृढ़ीकरण तथा गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिये किये जा रहे नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सुविधाओं और कायाकल्प-आयुष के तहत आयुष संस्थाओं के मूल्यांकन के बारे में भी बताया।  
  • कायाकल्प-आयुष के अंतर्गत ज़िला आयुर्वेद चिकित्सालय श्रेणी में ज़िला आयुर्वेद चिकित्सालय जगदलपुर को प्रथम पुरस्कार मिला। ज़िला एलोपैथी चिकित्सालय जगदलपुर में सहस्थापित आयुष विंग तथा आयुष स्पेशलाइज्ड थेरेपी सेंटर सूरजपुर को अपनी-अपनी श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ।
  • इन तीनों संस्थाओं को क्रमश: दो लाख रुपए, डेढ़ लाख रुपए और सवा लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी गई।  
  • राजनांदगांव ज़िले के आयुष स्पेशलाइज्ड थेरेपी सेंटर डोंगरगढ़ को 50 हज़ार रुपए का द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया। 
  • आयुष औषधालय श्रेणी में हर संभाग के तीन-तीन संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया। इन्हें प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमश: 75 हज़ार रुपए, 50 हज़ार रुपए और 25 हज़ार रुपए की पुरस्कार राशि दी गई।  
  • रायपुर संभाग में गरियाबंद ज़िले के आयुर्वेद औषधालय अकलवारा को प्रथम, धमतरी के आयुर्वेद औषधालय परसापानी को द्वितीय और रायपुर के आयुर्वेद औषधालय टेकारी (जुलुम) को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।  
  • बिलासपुर संभाग में रायगढ़ ज़िले के बर्रा, भेडवन और समकेरा आयुर्वेद औषधालय को क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिया गया।  
  • सरगुजा संभाग के अंतर्गत बलरामपुर-रामानुजगंज ज़िले के होम्योपैथी औषधालय वाड्रफनगर को प्रथम और इसी ज़िले के होम्योपैथी औषधालय पेंड्री को द्वितीय तथा जशपुर ज़िले के आयुर्वेद औषधालय बंदरचुआ को तृतीय पुरस्कार मिला।  
  • बस्तर संभाग में कोंडागांव ज़िले के आयुर्वेद औषधालय बोरगांव को प्रथम, कांकेर ज़िले के आयुर्वेद औषधालय तरहुल को द्वितीय और इसी ज़िले के आयुर्वेद औषधालय दबेना को तृतीय पुरस्कार दिया गया।  
  • दुर्ग संभाग के तहत राजनांदगाँव ज़िले के आयुर्वेद औषधालय पदुमतरा को प्रथम, राजनांदगाँव के ही आयुर्वेद औषधालय विचारपुर को द्वितीय तथा कबीरधाम के आयुर्वेद औषधालय सिंघनगढ़ को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। 
  • आयुष केंद्र एवं स्पेशलिटी क्लीनिक श्रेणी में बिलासपुर, सरगुजा और बस्तर संभाग के दो-दो आयुष संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया। इस श्रेणी में प्रथम पुरस्कार के रूप में 75 हज़ार रुपए और द्वितीय पुरस्कार के तौर पर 50 हज़ार रुपए की राशि दी गई। 
  • बिलासपुर संभाग के रायगढ़ ज़िले के आयुष केंद्र कनकबीरा को प्रथम और कोरबा के आयुष स्पेशिलिएटी क्लीनिक लेमरू को द्वितीय पुरस्कार से नवाज़ा गया।  
  • सरगुजा संभाग के अंतर्गत सूरजपुर के आयुष स्पेशिलिएटी क्लीनिक बसदेई को प्रथम एवं जशपुर के आयुष केंद्र भेलवां को द्वितीय पुरस्कार दिया गया।  
  • बस्तर संभाग के तहत कांकेर ज़िले के आयुष केंद्र कोटतरा को प्रथम और कोंडागांव के आयुष केंद्र अनतपुर को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया।

  


उत्तराखंड Switch to English

पीआरडी जवानों की डयूटी के दौरान मौत पर आश्रितों को मिलेंगे दो लाख रुपए

चर्चा में क्यों?

24 अगस्त, 2023 को उत्तराखंड कैबिनेट में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीआरडी जवानों के लिये लागू कल्याणकोष नियमावली में संशोधन के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है, जिससे सांप्रदायिक दंगों में ड्यूटी के दौरान जवान की मौत पर मिलने वाली एक लाख की धनराशि को बढ़ाकर अब दो लाख रुपए कर दिया गया है। वहीं जवानों के बच्चों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की धनराशि भी बढ़ा दी गई है। 

प्रमुख बिंदु 

  • कैबिनेट में आए प्रस्ताव में कहा गया कि प्रांतीय रक्षक एवं विकास दल के स्वयंसेवकों को दी जाने वाली सहायता को अधिक उपयोगी बनाने के लिये मुख्यमंत्री की ओर से घोषणा की गई थी।  
  • मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार राज्य सरकार के सभी विभागों में कार्यरत पीआरडी जवानों को होमगार्ड की तरह सामाजिक सुरक्षा बीमा का लाभ दिया जाएगा। इसके लिये कल्याणकोष नियमावली में संशोधन के लिये वित्त एवं न्याय विभाग की सहमति ले ली गई है। 
  • इन प्रस्तावों को मिली मंज़ूरी: 
    • विशेष जोखिम वाली ड्यूटी के दौरान मृत्यु पर आश्रितों को 75 हज़ार की जगह डेढ़ लाख रुपए मिलेंगे। 
    • सामान्य डयूटी व यात्रा के दौरान मृत्यु पर 50 हज़ार रुपए की जगह एक लाख रुपए मिलेंगे। 
    • स्थायी अपंगता पर उच्च श्रेणी के लिये अनुमन्य धनराशि की आधी एवं गंभीर घायल पर अनुमन्य की चौथाई धनराशि दी जाएगी। 
    • उपचार के दौरान मृत्यु पर आश्रितों को अधिकतम एक लाख रुपए मिलेंगे। 
    • मृत्यु पर दाह संस्कार के लिये दस हज़ार रुपए मिलेंगे। 
    • 3650 दिन की सेवा करने वाले जवानों को किसी वजह से सेवा से हटने पर एक लाख रुपए मिलेंगे। 
    • सभी जवानों का बीमा किया जाएगा। 
    • पीआरडी जवान को डयूटी एवं प्रशिक्षण के दौरान आपदा से नुकसान पर 50 हज़ार मिलेंगे। 
    • अवैतनिक सदस्यों के आश्रित छात्रों को हाईस्कूल प्रथम श्रेणी पास करने पर श्रेष्ठ 10 बच्चों को 250 रुपए प्रति माह छात्रवृत्ति मिलेगी। 
    • 12वीं कक्षा के प्रथम श्रेणी पास 10 बच्चों को एक हज़ार रुपए प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाएगी। 
    • एमबीबीएस या इंजीनियरिंग कॉलेज में एवं अन्य कोर्स में प्रवेश पर दो हज़ार रुपए हर महीने कोर्स की अवधि तक छात्रवृत्ति दी जाएगी।‘


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