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मुख्यमंत्री ने माँ दंतेश्वरी को अर्पित की 11 किमी. लंबी चुनरी
चर्चा में क्यों?
24 मई, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान दंतेवाड़ा ज़िले में माँ दंतेश्वरी का दर्शन कर उन्हें डेनेक्स की महिलाओं द्वारा तैयार की गई 11 किमी. लंबी चुनरी ओढ़ाई, जिससे इन महिलाओं का नाम विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हो गया।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि डेनेक्स (दंतेवाड़ा नेक्स्ट) की 300 महिलाओं ने केवल 7 दिनों में अपने हुनर से 11 किमी. लंबी यह चुनरी तैयार की है।
- इससे पहले भी डेनेक्स में काम करने वाली महिलाएँ 8,000 मीटर लंबी चुनरी बनाने का विश्व रिकॉर्ड भी स्थापित कर चुकी हैं। इस चुनरी को 2017 में मध्य प्रदेश के मंदसौर में नर्मदा नदी पर चढ़ाया गया था।
- मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मंदिर में पूजा-अर्चना की और मंदिर परिसर में मावली माता और भैरव जी के दर्शन भी किये।
- इस दौरान मंदिर परिसर में पारंपरिक वाद्ययंत्रों की सुमधुर ध्वनि से पूरा वातावरण आध्यात्मिक रंग में रंग गया था।
- ज़िला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि डेनेक्स की महिलाओं ने जो चुनरी बनाई है, उससे उनके हुनर को पूरे देश में जगह मिलेगी और इससे उनके काम की ख्याति दुनिया भर में फैलेगी।
- गौरतलब है कि ‘दंतेवाड़ा नेक्स्ट’ (डेनेक्स) एक कपड़ा निर्माता कंपनी है, जिसे ज़िला प्रशासन ने जनवरी 2021 में शुरू किया था। वर्तमान में ज़िले में इसकी पाँच इकाईयाँ हैं।
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प्रधानमंत्री फसल बीमा एवं उद्यानिकी फसलों की मौसम आधारित बीमा दावा राशि के वितरण का शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
24 मई, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के सुदूर अंचल दंतेवाड़ा से राज्य के किसानों को बड़ी सौगात देते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा एवं उद्यानिकी फसलों की मौसम आधारित बीमा दावा राशि के वितरण का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- रबी एवं उद्यानिकी फसलों की बीमा योजना के तहत राज्य के 17 ज़िलों के लगभग डेढ़ लाख किसानों को 307 करोड़ 19 लाख रुपए की दावा राशि मिलेगी।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने किसानों को फसल बीमा दावा राशि के भुगतान में विलंब न हो, इसके मद्देनज़र राजधानी रायपुर से इस कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बजाय दंतेवाड़ा से ही ऑनलाइन शुभारंभ किया। इससे पूर्व गोधन न्याय योजना की राशि का वितरण उन्होंने सरगुजा संभाग में भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान रामानुजगंज से किया था।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा के तहत राज्य के 17 ज़िलों के लगभग 1 लाख 45 हज़ार किसानों को 297 करोड़ 9 लाख रुपए तथा उद्यानिकी फसलों के मौसम आधारित बीमा योजना के अंतर्गत 4,747 कृषकों को 10 करोड़ 10 लाख रुपए का भुगतान किया जा रहा है। खरीफ 2021 में राज्य के 3 लाख 97 हज़ार कृषकों को 752 करोड़ रुपए की दावा राशि का भुगतान किया गया है।
- कृषि मंत्री रवींद्र चौबे ने कहा कि पूरे देश में छत्तीसगढ़ में किसानों के हित में सबसे अधिक योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लागू करने और राज्य के किसानों को इसका लाभ दिलाने में छत्तीसगढ़ देश में पहले नंबर पर है। किसानों को रबी फसलों के बीमा दावा का भुगतान के मामले में भी छत्तीसगढ़ देश का अग्रणी राज्य है।
- गौरतलब है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2016 से लागू है। इसके तहत किसानों को खरीफ फसलों धान, मक्का, मूँगफली, सोयाबीन, अरहर, मूंग और उड़द के लिये मात्र 2 प्रतिशत तथा रबी फसलों गेहूँ, चना, राई-सरसों एवं अलसी के लिये 1.5 प्रतिशत प्रीमियम राशि देनी होती है। शेष बीमा प्रीमियम राशि का आधा-आधा हिस्सा राज्यांश एवं केंद्रांश होता है।
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